ETV Bharat / state

भाजपा नेताओं को सिर्फ हनी ट्रैप दिखाई देता है, संघीय व्यवस्था के लिए सही नहीं हैं असम के मुख्यमंत्री- झामुमो - Jharkhand Mukti Morcha - JHARKHAND MUKTI MORCHA

JMM targeted Himanta Biswa Sarma. झारखंड मुक्ति मोर्चा ने असम सीएम हिमंता बिस्वा सरमा पर निशाना साधा है. पार्टी ने चंपाई सोरेन की जासूसी और हनी ट्रैप में फंसाने के भाजपा के आरोपों को दुर्भाग्यपूर्ण बताया है.

Jharkhand Mukti Morcha targeted Assam CM Himanta Biswa Sarma
रांची में झामुमो की प्रेस वार्ता (Etv Bharat)
author img

By ETV Bharat Jharkhand Team

Published : Aug 29, 2024, 8:01 PM IST

रांची: राज्य के तत्कालीन मंत्री रहे चंपाई सोरेन की जासूसी कराने और उन्हें हनी ट्रैप में फंसाने जैसे भाजपा नेताओं के आरोपों झामुमो ने दुर्भाग्यपूर्ण बताया है. झारखंड मुक्ति मोर्चा के केंद्रीय महासचिव सह प्रवक्ता सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा कि भाजपा के कई नेताओं का (जिसमें जनप्रतिनिधि भी शामिल हैं) का चरित्र सबको पता है. इसलिए ये लोग हनी ट्रैप की बात करते हैं. बार बार झारखंड आ रहे दूसरे नेताओं की तुलना साइबेरियन क्रेन से करते हुए झामुमो नेता ने कहा कि दिसंबर के बाद ये लोग नजर नहीं आएंगे.

झामुमो ने असम सीएम हिमंता बिस्वा सरमा पर निशाना साधा (ETV Bharat)

'पुलिस पर हिमंता बिस्वा सरमा का आरोप देश की संघीय व्यवस्था के लिए घातक'

झामुमो नेता सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा कि बुधवार को गुवाहाटी से संवाददाता सम्मेलन कर असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा ने बेबुनियाद आरोप झारखंड के स्पेशल ब्रांच की पुलिस पर जासूसी का आरोप लगाना है. जो न सिर्फ दुर्भाग्यपूर्ण है बल्कि यह देश की संघीय व्यवस्था को भी ठेस पहुंचाने वाला है. उन्होंने कहा कि करीब दो साल पहले भी हिमंता बिस्वा सरमा के शासनकाल में असम और मणिपुर पुलिस आमने सामने आ गयी थी. उन्होंने कहा कि सरकारी खर्च पर एक दल विशेष का काम करने वाले हिमंता बिस्वा सरमा को यह बताना चाहिये कि क्या यह नियमानुकूल है?

हमें अपने मंत्री-मुख्यमंत्री की सुरक्षा का रहता है ख्याल

झामुमो नेता ने कहा कि जब भी मंत्री मुख्यमंत्री दिल्ली जाते हैं तो वहां भी उनकी सुरक्षा की व्यवस्था की जाती है. कैबिनेट मंत्रियों को दी जाने वाली सुरक्षा में सादे लिबास में भी विशेष शाखा के पदाधिकारी और जवान रहते हैं. राष्ट्रपति, पीएम और यहां तक ​​कि सांसदों की यात्रा को लेकर भी पूरे देश में एक प्रोटोकॉल है. गतिविधियों की सूचना मिलने के बाद सभी संबंधित विभाग अलर्ट मोड पर रहते हैं. लेकिन बीजेपी और उनके नेताओं ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि झारखंड सरकार उनके वरिष्ठ कैबिनेट सहयोगी चंपई सोरेन, जो पूर्व सीएम भी हैं, उनकी जासूसी करवा रही है जो सरासर गलत था. उनकी यात्रा और उसकी पूरी जानकारी उनके विभाग द्वारा प्रदान किया गया था. इसलिए राज्य की विशेष शाखा प्रोटोकॉल के हिस्से के रूप में उनकी देखभाल करने के लिए स्पेशल ब्रांच बाध्य थी. ऐसे में असम के मुख्यमंत्री द्वारा दूसरे राज्य की स्पेशल ब्रांच पर लगाया गया आरोप निंदा के लायक है. ऐसा पहली बार देखा गया है कि एक राज्य का सीएम दूसरे राज्य के चुनाव का प्रभारी नियुक्त हो और अपनी पूरी सुरक्षा दूसरे राज्य पर थोप दे.

राष्ट्रपति ने गंभीर मुद्दा उठाया है

कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल की घटना को लेकर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू की टिप्पणियों पर सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा कि उन्होंने बहुत गंभीर मुद्दा उठाया है. NCRB के रिकॉर्ड बताते हैं कि दिल्ली में महिलाओं के खिलाफ सबसे अधिक अपराध दर्ज किए जाते हैं. इसके बाद भाजपा शासित राज्यों राजस्थान, महाराष्ट्र, असम और मध्य प्रदेश का नंबर आता है. संभवतः इन्हीं राज्यों में महिलाओं पर हो रहे अत्याचार को केंद्र में रखकर राष्ट्रपति ने गंभीर बात कही है. इसको गंभीरता से लेते हुए सभी राज्यों को महिला सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए ठोस कदम उठाने चाहिए.

इसे भी पढ़ें- आक्रोश रैली के दिन रांची में लगा था उपद्रवियों का जमावड़ा, यूपी-एमपी होता तो ढहा दिया जाता पत्थरबाजों का घर- झामुमो - FIR Politics

इसे भी पढ़ें- चंपाई सोरेन की कौन कर रहा था जासूसी, किसने दर्ज कराई प्राथमिकी, क्या है FIR में - Champai Soren

इसे भी पढ़ें- चंपाई सोरेन की जासूसी पर सियासत तेज! बीजेपी ने हेमंत की तुलना औरंगजेब से की, कांग्रेस ने किया पलटवार - Spying on Champai soren

रांची: राज्य के तत्कालीन मंत्री रहे चंपाई सोरेन की जासूसी कराने और उन्हें हनी ट्रैप में फंसाने जैसे भाजपा नेताओं के आरोपों झामुमो ने दुर्भाग्यपूर्ण बताया है. झारखंड मुक्ति मोर्चा के केंद्रीय महासचिव सह प्रवक्ता सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा कि भाजपा के कई नेताओं का (जिसमें जनप्रतिनिधि भी शामिल हैं) का चरित्र सबको पता है. इसलिए ये लोग हनी ट्रैप की बात करते हैं. बार बार झारखंड आ रहे दूसरे नेताओं की तुलना साइबेरियन क्रेन से करते हुए झामुमो नेता ने कहा कि दिसंबर के बाद ये लोग नजर नहीं आएंगे.

झामुमो ने असम सीएम हिमंता बिस्वा सरमा पर निशाना साधा (ETV Bharat)

'पुलिस पर हिमंता बिस्वा सरमा का आरोप देश की संघीय व्यवस्था के लिए घातक'

झामुमो नेता सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा कि बुधवार को गुवाहाटी से संवाददाता सम्मेलन कर असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा ने बेबुनियाद आरोप झारखंड के स्पेशल ब्रांच की पुलिस पर जासूसी का आरोप लगाना है. जो न सिर्फ दुर्भाग्यपूर्ण है बल्कि यह देश की संघीय व्यवस्था को भी ठेस पहुंचाने वाला है. उन्होंने कहा कि करीब दो साल पहले भी हिमंता बिस्वा सरमा के शासनकाल में असम और मणिपुर पुलिस आमने सामने आ गयी थी. उन्होंने कहा कि सरकारी खर्च पर एक दल विशेष का काम करने वाले हिमंता बिस्वा सरमा को यह बताना चाहिये कि क्या यह नियमानुकूल है?

हमें अपने मंत्री-मुख्यमंत्री की सुरक्षा का रहता है ख्याल

झामुमो नेता ने कहा कि जब भी मंत्री मुख्यमंत्री दिल्ली जाते हैं तो वहां भी उनकी सुरक्षा की व्यवस्था की जाती है. कैबिनेट मंत्रियों को दी जाने वाली सुरक्षा में सादे लिबास में भी विशेष शाखा के पदाधिकारी और जवान रहते हैं. राष्ट्रपति, पीएम और यहां तक ​​कि सांसदों की यात्रा को लेकर भी पूरे देश में एक प्रोटोकॉल है. गतिविधियों की सूचना मिलने के बाद सभी संबंधित विभाग अलर्ट मोड पर रहते हैं. लेकिन बीजेपी और उनके नेताओं ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि झारखंड सरकार उनके वरिष्ठ कैबिनेट सहयोगी चंपई सोरेन, जो पूर्व सीएम भी हैं, उनकी जासूसी करवा रही है जो सरासर गलत था. उनकी यात्रा और उसकी पूरी जानकारी उनके विभाग द्वारा प्रदान किया गया था. इसलिए राज्य की विशेष शाखा प्रोटोकॉल के हिस्से के रूप में उनकी देखभाल करने के लिए स्पेशल ब्रांच बाध्य थी. ऐसे में असम के मुख्यमंत्री द्वारा दूसरे राज्य की स्पेशल ब्रांच पर लगाया गया आरोप निंदा के लायक है. ऐसा पहली बार देखा गया है कि एक राज्य का सीएम दूसरे राज्य के चुनाव का प्रभारी नियुक्त हो और अपनी पूरी सुरक्षा दूसरे राज्य पर थोप दे.

राष्ट्रपति ने गंभीर मुद्दा उठाया है

कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल की घटना को लेकर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू की टिप्पणियों पर सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा कि उन्होंने बहुत गंभीर मुद्दा उठाया है. NCRB के रिकॉर्ड बताते हैं कि दिल्ली में महिलाओं के खिलाफ सबसे अधिक अपराध दर्ज किए जाते हैं. इसके बाद भाजपा शासित राज्यों राजस्थान, महाराष्ट्र, असम और मध्य प्रदेश का नंबर आता है. संभवतः इन्हीं राज्यों में महिलाओं पर हो रहे अत्याचार को केंद्र में रखकर राष्ट्रपति ने गंभीर बात कही है. इसको गंभीरता से लेते हुए सभी राज्यों को महिला सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए ठोस कदम उठाने चाहिए.

इसे भी पढ़ें- आक्रोश रैली के दिन रांची में लगा था उपद्रवियों का जमावड़ा, यूपी-एमपी होता तो ढहा दिया जाता पत्थरबाजों का घर- झामुमो - FIR Politics

इसे भी पढ़ें- चंपाई सोरेन की कौन कर रहा था जासूसी, किसने दर्ज कराई प्राथमिकी, क्या है FIR में - Champai Soren

इसे भी पढ़ें- चंपाई सोरेन की जासूसी पर सियासत तेज! बीजेपी ने हेमंत की तुलना औरंगजेब से की, कांग्रेस ने किया पलटवार - Spying on Champai soren

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.