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फर्जी बैंक एप्लिकेशन डाउनलोड कर 12 लाख रुपये की ठगी करने वाला गिरफ्तार, सीआईडी ने आरोपी को बिहार से दबोचा - Jharkhand CID

Fraud by downloading fake bank application. बैंक का फर्जी एप्लिकेशन डाउनलोड कराकर ठगी करने वाले आरोपी को सीआईडी ने गिरफ्तार कर लिया है. इसके अलावा पुलिस ने रांची में नशीली दवाएं बेच रहे दो लोगों को भी गिरफ्तार किया है.

Fraud by downloading fake bank application
Fraud by downloading fake bank application
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By ETV Bharat Jharkhand Team

Published : Jan 24, 2024, 10:38 PM IST

रांची : गूगल सर्च इंजन में आईसीआईसीआई बैंक का फर्जी नंबर डालकर ठगी करने के आरोपित प्रदीप कुमार उर्फ सन्नी को सीआईडी ने गिरफ्तार कर लिया है. प्रदीप को बिहार से गिरफ्तार किया गया है. साथ ही रांची पुलिस ने नशीली दवाएं बेच रहे दो लोगों को भी गिरफ्तार किया है.

सीआइडी की कार्रवाई : प्रदीप बिहार के भोजपुर जिले के तरारी थाना क्षेत्र के बड़कागांव का रहने वाला है. सीआईडी ने जांच में पाया है कि प्रदीप गूगल में फर्जी नंबर डालकर खुद को आईसीआईसीआई बैंक का अधिकारी बताता था. चेक क्लीयरेंस के नाम पर स्क्रीन शेयरिंग एप्लीकेशन रस्ट डेस्ट डाउनलोड और मोबाइल में सेव कराकर 12 लाख 56 हजार 959 रुपये का अवैध ट्रांसफर कराया था. जांच के दौरान प्रदीप की संलिप्तता सामने आयी. पुलिस ने उसके पास से धोखाधड़ी में प्रयुक्त मोबाइल, सिम, गूगल पे स्कैनर समेत अन्य सामान जब्त कर ली है.

नशीली दवाएं बेचते दो गिरफ्तार: रांची पुलिस ने अवैध रूप से नशीली दवाएं बेच रहे दो लोगों को गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार आरोपियों में मो. नईम खान और दवा दुकान संचालक रवीश कुमार शामिल हैं. इन आरोपियों के पास से 78 पीस नाइट्रोजेपाम, छह बोतल कोरेक्स के अलावा नकदी और मोबाइल बरामद किया गया है. मामले का खुलासा करते हुए सिटी एसपी राज कुमार मेहता ने बताया कि नाइट्रोजेपम एक नशे की गोली है, जिसे डॉक्टर विशेष परिस्थिति में लिखते हैं. संचालक इस दवा को खुलेआम ऊंची कीमत पर बेच रहा था.

सिटी एसपी ने बताया कि मंगलवार को बरियातू इलाके में नशीली दवाओं की बिक्री की सूचना मिली थी. इसी आधार पर बरियातू थानेदार के नेतृत्व में एक टीम का गठन किया गया. गठित टीम ने छापेमारी कर एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया. पूछताछ के बाद आरोपी की निशानदेही पर पुलिस टीम ने बूटी मोड़ स्थित तरूण मेडिको दुकान में छापेमारी की. इस दौरान पुलिस टीम ने नाइट्रोजेपेन टेबलेट, कफ सिरप समेत अन्य नशीली दवाएं बरामद कीं. पूछताछ के दौरान आरोपियों ने पुलिस के सामने अपना जुर्म कबूल कर लिया.

रांची : गूगल सर्च इंजन में आईसीआईसीआई बैंक का फर्जी नंबर डालकर ठगी करने के आरोपित प्रदीप कुमार उर्फ सन्नी को सीआईडी ने गिरफ्तार कर लिया है. प्रदीप को बिहार से गिरफ्तार किया गया है. साथ ही रांची पुलिस ने नशीली दवाएं बेच रहे दो लोगों को भी गिरफ्तार किया है.

सीआइडी की कार्रवाई : प्रदीप बिहार के भोजपुर जिले के तरारी थाना क्षेत्र के बड़कागांव का रहने वाला है. सीआईडी ने जांच में पाया है कि प्रदीप गूगल में फर्जी नंबर डालकर खुद को आईसीआईसीआई बैंक का अधिकारी बताता था. चेक क्लीयरेंस के नाम पर स्क्रीन शेयरिंग एप्लीकेशन रस्ट डेस्ट डाउनलोड और मोबाइल में सेव कराकर 12 लाख 56 हजार 959 रुपये का अवैध ट्रांसफर कराया था. जांच के दौरान प्रदीप की संलिप्तता सामने आयी. पुलिस ने उसके पास से धोखाधड़ी में प्रयुक्त मोबाइल, सिम, गूगल पे स्कैनर समेत अन्य सामान जब्त कर ली है.

नशीली दवाएं बेचते दो गिरफ्तार: रांची पुलिस ने अवैध रूप से नशीली दवाएं बेच रहे दो लोगों को गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार आरोपियों में मो. नईम खान और दवा दुकान संचालक रवीश कुमार शामिल हैं. इन आरोपियों के पास से 78 पीस नाइट्रोजेपाम, छह बोतल कोरेक्स के अलावा नकदी और मोबाइल बरामद किया गया है. मामले का खुलासा करते हुए सिटी एसपी राज कुमार मेहता ने बताया कि नाइट्रोजेपम एक नशे की गोली है, जिसे डॉक्टर विशेष परिस्थिति में लिखते हैं. संचालक इस दवा को खुलेआम ऊंची कीमत पर बेच रहा था.

सिटी एसपी ने बताया कि मंगलवार को बरियातू इलाके में नशीली दवाओं की बिक्री की सूचना मिली थी. इसी आधार पर बरियातू थानेदार के नेतृत्व में एक टीम का गठन किया गया. गठित टीम ने छापेमारी कर एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया. पूछताछ के बाद आरोपी की निशानदेही पर पुलिस टीम ने बूटी मोड़ स्थित तरूण मेडिको दुकान में छापेमारी की. इस दौरान पुलिस टीम ने नाइट्रोजेपेन टेबलेट, कफ सिरप समेत अन्य नशीली दवाएं बरामद कीं. पूछताछ के दौरान आरोपियों ने पुलिस के सामने अपना जुर्म कबूल कर लिया.

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