पाकुड़: झारखंड विधानसभा चुनाव के दूसरे और अंतिम चरण का चुनाव 20 नवंबर को होने वाला है. चुनाव को लेकर एक ओर जहां प्रशासन की तैयारी अंतिम चरण में है तो दूसरी ओर सभी राजनीतिक दल अपने-अपने प्रत्याशी की जीत पक्की करने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं. पाकुड़ विधानसभा क्षेत्र के कांग्रेस प्रत्याशी निशात आलम, आजसू प्रत्याशी अजहर इस्लाम, सपा प्रत्याशी अकील अख्तर सहित अन्य दलों के प्रत्याशी पानी, बिजली, सड़क, स्वास्थ्य, शिक्षा, रोजगार सहित अन्य कई मुद्दों को लेकर जनता के बीच जा रहे हैं तो शिवसेना (उद्धव गुट) प्रत्याशी शम्भू नंदन कुमार राज्य में बढ़ते भ्रष्टाचार को लेकर मतदाताओं को संबोधित कर रहे हैं.
ईटीवी भारत संवाददाता ने शिवसेना प्रत्याशी शम्भू नंदन कुमार से खास बातचीत की. शिवसेना प्रत्याशी शम्भू नंदन ने बताया कि हम भ्रष्टाचार के खिलाफ शुरू से लड़ाई लड़ रहे हैं और यदि भ्रष्टाचार खत्म हो जाएगा तो इस बुनियादी एवं मूलभूत सुविधाओं के लिए इस क्षेत्र की जनता को भटकना नहीं पड़ेगा. भ्रष्टाचार के कारण जनता को मिलने वाली सुविधाएं उन तक नहीं पहुंच पा रहा है और राजनीतिक दल इसी का फायदा उठा रही है. उन्होंने कहा कि जनता सब समझ रही है और इस बार हमारी जीत पक्की है. उन्होंने कहा कि मेरा कोई प्रतिद्वंदी नहीं है, क्योंकि हम सबसे आगे चल रहे हैं. जनता हमारे साथ है.
बता दें कि ये वहीं व्यवसायी शम्भू नंदन कुमार है, जिन्हें सीएम के विधायक प्रतिनिधि पंकज मिश्रा ने बरहरवा टोल टैक्स का टेंडर नहीं लेने के लिए धमकी दी थी. टेंडर के दौरान शम्भू नंदन कुमार के साथ बरहरवा नगर पंचायत कार्यालय में मारपीट भी हुई थी. उसके बाद पंकज मिश्रा, ग्रामीण विकास मंत्री सह पाकुड़ विधायक आलमगीर आलम सहित अन्य लोगों के खिलाफ थाने में प्राथमिकी दर्ज करायी गई थी. इस मामले में ईडी ने जांच शुरू की और पंकज मिश्रा के खिलाफ भ्रष्टाचार का आरोप लगा और ईडी ने उसे जेल भेज दिया. हालांकि ढाई साल बाद पंकज मिश्रा को जमानत मिल गई लेकिन विधायक आलमगीर आलम भ्रष्टाचार के आरोप में अभी भी जेल में बंद है.
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