जहानाबादः लघु सिंचाई विभाग की ओर से हो रही तालाब की खुदाई में मिली राधाकृष्ण की मूर्ति को लेकर जिले के काको बाजार में शुक्रवार को जमकर बवाल हुआ. बताया जाता कि तालाब की खुदाई के दौरान गुरुवार को राधाकृष्ण की मूर्ति मिली थी. जिसके बाद गांव के लोग उस जगह पर मंदिर बनाने की मांग करने लगे, वहीं गुरुवार की रात पुलिस ने जांच के लिए मूर्ति को अपने कब्जे में ले लिया. इसके बाद शुक्रवार को नाराज लोगों ने जमकर हंगामा किया.
रोड जाम कर पुलिस पर पथरावः शुक्रवार की सुबह जैसे ही इस बात की जानकारी ग्रामीणों को लगी कि भगवान की मूर्ति पुलिस उठा कर ले गई है, आसपास के लोग आक्रोशित हो गए और जहानाबाद-एकंगर सराय रोड को जाम कर दिया.जाम की खबर पाकर मौके पर पहुंची पुलिस ने लोगों को समझाने की कोशिश की. जब लोग नहीं माने तो पुलिस ने बलपूर्वक जाम हटा दिया. इसके बाद उग्र लोगों ने पुलिस पर पथराव किया.
एसडीपीओ ने संभाला मोर्चाः करीब एक घंटे तक पुलिस और पब्लिक में झड़प होती रही. झड़प की खबर पाकर एसडीपीओ राजीव कुमार बड़ी संख्या में पुलिस बल के साथ खुद मौके पर पहुंचे और पथराव कर रहे लोगों को खदेड़ा और मामले को नियंत्रित किया. लोगों की मांग है कि "मूर्ति हमें लौटा दी जाए" वहीं एसडीपीओ का कहना है कि "मूर्ति को जांच के लिए पुरातत्व विभाग को भेजा गया है और नियम के अनुसार उस पर उचित निर्णय लिया जाएगा."
फिलहाल नियंत्रण में हैं हालातः एसडीपीओ राजीव कुमार ने बताया कि "वरीय पदाधिकारियों के निर्देश के अनुसार जांच के लिए मूर्ति कब्जे में ली गयी थी. जिसके बाद उग्र ग्रामीणों ने पुलिस पर पथराव की कोशिश की. इस घटना में दो पुलिसकर्मियों को मामूली चोट आई है. फिलहाल पुलिस ने हालात को अच्छी तरह नियंत्रण कर लिया है और अब इलाके में स्थिति सामान्य है"
पुरातत्व विभाग के महत्व की हो सकती है मूर्ति: दरअसल पुरातत्व विभाग खुदाई में मिली मूर्तियों की जांच कर उनकी प्राचीनता और महत्ता की जांच करता है. ऐसे में जहानाबाद में खुदाई के दौरान मिली मूर्ति की जांच के बाद ही पता चल पाएगा कि आखिर मूर्ति का कितना पुरातात्विक महत्व है, वही लोगों की आस्था भी इस मूर्ति से जुड़ी हुई है.
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