देहरादून: शांति और अहिंसा के पुजारी महात्मा गांधी की शहादत दिवस के दिन INDIA गठबंधन के नेताओं और जन संगठनों ने 'जीतेगा भारत हारेगी नफरत' अभियान के तहत गांधी पार्क में सर्वधर्म प्रार्थना सभा का आयोजन किया. साथ ही गांधी पार्क से लेकर घंटाघर तक शहीद सम्मान मार्च निकाला.
गांधी पार्क में विपक्षी नेताओं और सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधियों ने 'जीतेगा भारत हारेगी नफरत' के तहत बीजेपी सरकार पर जमकर निशाना साधा. इस दौरान सांप्रदायिक हिंसा, भ्रष्टाचार, बेरोजगारी और महिला उत्पीड़न जैसे मामलों को लेकर लोगों ने आवाज उठाई.
गांधी पार्क से घंटाघर और वापस गांधी पार्क तक शहीद सम्मान यात्रा में सैकड़ों की संख्या में लोगों ने अपनी सहभागिता दी. सीपीआई के राज्य सचिव समर भंडारी का कहना है कि 30 जनवरी 1948 को महात्मा गांधी की हत्या कर दी गई थी. यह हत्या उन्होंने की जो लोग धर्मनिरपेक्षता, हिंदू मुस्लिम भाईचारे का विरोध करते थे.
उन्होंने कहा कि आज सत्ता में बैठे लोग गोडसे को अपना आदर्श मानते हैं और गांधी के विचारधारा को भूलने की कोशिश करते हैं, लेकिन महात्मा गांधी और उनका समूचा जीवन जनमानस में पूरी तरह से घुसा हुआ है. उन्होंने अपने आचरण से सभी को साथ लेकर ब्रिटिश साम्राज्यवाद को हराया और जो देश गुलामी के दौर से गुजर रहा था, उस देश को ब्रिटिश साम्राज्य से आजादी दिलाई.
समर भंडारी का कहना है कि आज देश में वर्तमान सरकार की ओर से बड़ा संकट पेश किया जा रहा है. इसलिए आज महात्मा गांधी को याद करते हुए यह संकल्प लिया है कि उनके विचारों को लेकर आम जनमानस सड़कों पर उतरेगा. अहिंसात्मक तरीके से देश के संविधान को बचाने के लिए अपना संघर्ष करेगा.
वहीं, सर्वधर्म प्रार्थना सभा में समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष सत्यनारायण सचान, सीपीआई के वरिष्ठ नेता समर भंडारी, भाकपा माले के राज्य सचिव इंद्रेश मैखुरी, कांग्रेस पार्टी की तरफ से प्रवक्ता शीशपाल बिष्ट, उत्तराखंड महिला मंच की कमला पंत, इंसानियत मंच के संयोजक रवि चोपड़ा समेत कई कार्यकर्ता शामिल हुए.
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