पटनाः लोकसभा चुनाव को लेकर सभी पार्टियां अपने अपने किए गए कार्य को भुनाने का प्रयास कर रही है. राजद नेता तेजस्वी यादव महागठबंधन के कार्यकाल में शिक्षक नियुक्ति को गिना रहे हैं तो जदयू इसके उल्टे राजद से 15 साल का हिसाब मांग रही है. जदयू ने इसको लेकर कई पोस्टर जारी किए हैं जिसमें लालू-राबड़ी सरकार में अपराधिक मामलों का लेखा जोखा बना रखा है.
'5,243 अपहरण का जवाब दें': जदयू के मुख्य प्रवक्ता नीरज कुमार ने अपने सोशल मीडिया प्रोफाइल 'X' पर कई पोस्टर डालकर राजद से 15 साल का हिसाब मांगा. उन्होंने कहा कि "पति-पत्नी के राज में आईएएस खौफ में थे तो आम आदमी की क्या बिसात है? फिरौती के लिए हुए 5,243 अपहरण का जवाब दें, किसको कितनी हिस्सेदारी मिली इसका हिसाब दें"
18 नरसंहार का जिक्र: नीरज कुमार ने एक पोस्ट जारी करते हुए नवादा नरसंहार को लेकर राजद पर निसाना साधा. उन्होंने नवादा में हुए 3 नरसंहार का जिक्र करते हुए इसका जवाब देने और मां-बाप के राज का हिसाब देने की मांग की है. इसके अलावे नीरज कुमार ने 118 नरसंहार का जिक्र करते हुए जवाब मांगा है.
एक दूसरे की गलती निकाल रही पार्टीः बता दें कि राजद अपने 17 महीने के कार्यकाल को गिनवा रही है तो वहीं राजद 15 साल को जंगलराज बता में लगी हुई है. दोनों एक दूसरे के खिलाफ लगातार बयानबाजी करती रहती है.
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