पटना : बिहार विधानसभा चुनाव से पहले बिहार में सभी पार्टियां अपने-अपने तरह से जातीय समीकरण को मजबूत करने में लगी हैं. ऐसे में जनता दल यूनाइटेड कोटे के मंत्री अशोक चौधरी ने भी ऐलान किया है कि अगले साल 14 अप्रैल को पटना के गांधी मैदान में दलित महाकुंभ रैली का आयोजन किया जाएगा. उन्होंने कहा कि अगले महीने 26 नवंबर को संविधान दिवस है, इसका भी आयोजन हम लोग पटना के बापू सभागार में करने जा रहे हैं.
जेडीयू का दलित महाकुंभ : मंत्री अशोक चौधरी ने कहा कि सभी लोग अपने-अपने समाज के लोगों को एकजुट करने का इच्छा रखते हैं. हमारी पार्टी लगातार बाबा साहब अंबेडकर के विचारधारा को आगे बढ़ाने का काम करते रही है. हम लोग संविधान दिवस भी मनाते हैं और बाबा साहब भीमराव अंबेडकर का जयंती भी मनाते हैं. पिछले साल हम लोगों ने भीम संवाद करने का काम किया था. इस बार हम लोग बाबा साहब की जयंती के अवसर पर बड़ा कार्यक्रम करने जा रहे हैं, जो कि पटना के गांधी मैदान या वेटनरी कॉलेज में होगी.
''इसको लेकर हम लोग पहले से ही तैयारी करेंगे. हम लोग लोगों को गांधी मैदान में बुलाने के लिए बिहार के सभी जिलों और अनुमंडल में भी जाएंगे. दलित समाज के लोग एकजुट हों, एक मंच पर आएं, इसीलिए हम लोग इस तरह के रैली का आयोजन पटना में करने जा रहे हैं.''- अशोक चौधरी, मंत्री, बिहार सरकार
तेजस्वी पर अशोक चौधरी का अटैक : जब अशोक चौधरी से सवाल किया गया कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को लेकर तेजस्वी यादव कुछ से कुछ ट्वीट करते हैं. उनके स्वास्थ्य को लेकर भी उन्होंने बयानबाजी किया है, तो उन्होंने जवाब देते हुए कहा कि ''इसपर और कुछ नहीं कर सकते हैं. नीतीश कुमार तो कहते हैं कि नीतीश कुमार नहीं बोलता है, बल्कि उनका काम बोलता है. लेकिन तेजस्वी के पास है क्या? कहने के लिए उनके पास कुछ नहीं है, इसलिए कभी दिल्ली में बैठकर, मुंबई में बैठकर, विदेश में बैठकर सिर्फ ट्वीट करते हैं. जनता सब कुछ देख रही है. जनता इनकी बातों पर संज्ञान नहीं लेती है.'
दलित वोटबैंक मजबूत करने की कवायद : कुल मिलाकर देखें तो बिहार विधानसभा चुनाव से पहले जनता दल यूनाइटेड दलितों को एकजुट करने के लिए दलित महाकुंभ का आयोजन पटना के गांधी मैदान में करने जा रही है. दलित महाकुंभ का आयोजन मंत्री अशोक चौधरी के नेतृत्व में होने जा रहा है. अब देखना है कि दलित महाकुंभ के जरिए जदयू दलितों को रिझाने में कितना सफल हो पाएगा?
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