नई दिल्ली: आम आदमी पार्टी के नेता जैस्मिन शाह ने ईडी की कार्य प्रणाली पर सवाल खड़े किए हैं. उन्होंने कहा कि शराब नीति घोटाले के आरोपी शराब कारोबारियों से इलेक्टोरल बांड के नाम पर भाजपा ने करोड़ों रुपए लिए हैं. इसके सबूत सार्वजनिक हैं, इसके बाद भी ईडी को गांधी जी के 3 बंदरों की तरह सुनाई और दिखाई नहीं देता है. ईडी आम आदमी पार्टी के सवालों के जवाब पर कुछ बोल नहीं रही है.
जैस्मिन शाह ने यह भी कहा, ''कथित शराब घोटाले कि पिछले 2 साल से जांच चल रही है. अभी तक ईडी को एक रुपए का भी सबूत नहीं मिला है. इसके बावजूद भी आम आदमी पार्टी के नेताओं को जेल में डालकर रखा गया है. बीती 21 मार्च की रात को शराब घोटाले में मनी लॉन्ड्रिंग का सबसे बड़ा सबूत सार्वजनिक हुआ. साउथ लॉबी के शराब कारोबारी से 55 करोड़ रुपए का चंदा भारतीय जनता पार्टी के खाते में आया. यह चंदा तब आया, जब कथित शराब नीति घोटाले की जांच चल रही थी. शराब कारोबारी को पहले गिरफ्तार किया गया. इसके बाद उनसे चंदा लिया गया. बीजेपी के खिलाफ कितने भी सबूत, तथ्य ईडी को दो लेकिन वो न तो सुनते और न ही देखते हैं. जैस्मिन शाह ने कहा कि कोर्ट में सुनवाई के दौरान एएसजी राजू ने 1 मिनट में कह दिया कि भाजपा के खाते में जो पैसे आए हैं उसका शराब घोटाले से कोई लेनादेना नहीं है.''
भाजपा पर लगाए आरोप
जैस्मिन शाह ने कहा कि आज शराब नीति घोटाले का आरोपी मगुंटा श्रीनिवासन रेड्डी (एमएसआर) भाजपा अलायन्स की टीडीपी के टिकट पर चुनाव लड़ रहे हैं. एमएसआर के बेटे मगुंटा राघव जेल में बंद थे. अरविंद केजरीवाल के खिलाफ बयान देने और भाजपा को चंदा देने पर राघव को छोड़ दिया गया. आखिर एमएसआर व उनके बेटे का भाजपा से क्या कनेक्शन है? क्या ईडी इसकी जांच करेगी ? 2 साल से ईडी मनी ट्रेल तलाश रही हैं. पैसे भाजपा के खाते में आ हैं क्या ईडी इसकी जांच करेगी?
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