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ब्रेक के बाद फिर शुरू होगा 'जश्न-ए-विरासत', सात साल बाद श्रीनगर में सजेगी नाटकों की महफिल

Srinagar Cultural Program श्रीनगर में आयोजित जश्न ए विरासत कार्यक्रम में सांस्कृतिक कार्यक्रमों की धूम रहेगी. साथ ही कार्यक्रम में नाट्य प्रोग्राम लोगों के आकर्षण का केन्द्र रहेगी. बता दें कि, कोरोनाकाल में सांस्कृतिक कार्यक्रमों पर रोक लग गई थी, जिसके बाद कार्यक्रम इस बार आयोजित हो रहा है. कार्यक्रम को लेकर लोगों में खासा उत्साह देखने को मिल रहा है.

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श्रीनगर जश्न ए विरासत कार्यक्रम
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By ETV Bharat Uttarakhand Team

Published : Feb 28, 2024, 12:16 PM IST

Updated : Mar 16, 2024, 6:41 PM IST

श्रीनगर में 5 मार्च से शुरू होगा जश्न ए विरासत कार्यक्रम

श्रीनगर: पौड़ी जिले के श्रीनगर में एक बार फिर नाटकों की महफिल सजने जा रही है. राष्ट्रीय नाट्य महोत्सव का आयोजन कोविड के कारण कुछ समय के लिए रोक दिया गया था. लेकिन इस बार 5 मार्च से फिर आयोजन होने जा रहा है. जिसमें देश भर के कलाकार शिरकत कर प्रस्तुति देंगे.

प्रसिद्ध नाट्य महोत्सव जश्न ए विरासत का सांतवें संस्करण श्रीनगर में आगामी 5 मार्च से शुरू होगा. नाट्य महोत्सव में इस वर्ष देश के विभिन्न राज्यों के थिएटर के कलाकार प्रस्तुति देंगे. जश्न ए विरासत के सदस्य परवेज अहमद ने बताया कि 5 से 8 मार्च तक गढ़वाल विवि के लोक कला एवं निष्पादन केंद्र में नाट्य महोत्सव जश्न ए विरासत भव्य एवं दिव्य रूप से होगा. कहा कि मोहन नैथानी और मनोज कंडियाल की स्मृति में आयोजित होने वाले इस नाट्य महोत्सव में पांच मार्च को खालिद की खाला, 6 मार्च को उत्तर प्रदेश के मनीष मुनि द्वारा लिखित मीरा राज हंस, देहरादून की एकलव्य नाट्य संस्था के कलाकार खिड़की नाट्य पर प्रस्तुति देंगे.

जबकि महोत्सव के अंतिम दिन गढ़वाल विवि के लोककला एवं निष्पादन केंद्र के थैक्यू बाबा लोचन दास नाट्य प्रस्तुति से महोत्सव का समापन होगा. उन्होंने बताया कि महोत्सव के दौरान पेंटिंग, फोटो और डाक टिकट की प्रदर्शनी लगाई जाएगी. परवेज अहमद ने बताया कि इस बार पास के माध्यम से ही दर्शकों को प्रवेश दिया जाएगा, पास बिल्कुल निशुल्क होगा. बताया कि महोत्सव में बैडा सांस्कृतिक परंपरा को जीवंत रखने के लिए डॉ. संजय पाण्डेय, डॉ. लता पाण्डेय और केदारघाटी में प्राचीन परंपरा रामलीला, कृष्णलीला और पांडव लीला को जीवित रखने के लिए भगवती प्रसाद मैठाणी को सम्मानित किया जाएगा.

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श्रीनगर में 5 मार्च से शुरू होगा जश्न ए विरासत कार्यक्रम

श्रीनगर: पौड़ी जिले के श्रीनगर में एक बार फिर नाटकों की महफिल सजने जा रही है. राष्ट्रीय नाट्य महोत्सव का आयोजन कोविड के कारण कुछ समय के लिए रोक दिया गया था. लेकिन इस बार 5 मार्च से फिर आयोजन होने जा रहा है. जिसमें देश भर के कलाकार शिरकत कर प्रस्तुति देंगे.

प्रसिद्ध नाट्य महोत्सव जश्न ए विरासत का सांतवें संस्करण श्रीनगर में आगामी 5 मार्च से शुरू होगा. नाट्य महोत्सव में इस वर्ष देश के विभिन्न राज्यों के थिएटर के कलाकार प्रस्तुति देंगे. जश्न ए विरासत के सदस्य परवेज अहमद ने बताया कि 5 से 8 मार्च तक गढ़वाल विवि के लोक कला एवं निष्पादन केंद्र में नाट्य महोत्सव जश्न ए विरासत भव्य एवं दिव्य रूप से होगा. कहा कि मोहन नैथानी और मनोज कंडियाल की स्मृति में आयोजित होने वाले इस नाट्य महोत्सव में पांच मार्च को खालिद की खाला, 6 मार्च को उत्तर प्रदेश के मनीष मुनि द्वारा लिखित मीरा राज हंस, देहरादून की एकलव्य नाट्य संस्था के कलाकार खिड़की नाट्य पर प्रस्तुति देंगे.

जबकि महोत्सव के अंतिम दिन गढ़वाल विवि के लोककला एवं निष्पादन केंद्र के थैक्यू बाबा लोचन दास नाट्य प्रस्तुति से महोत्सव का समापन होगा. उन्होंने बताया कि महोत्सव के दौरान पेंटिंग, फोटो और डाक टिकट की प्रदर्शनी लगाई जाएगी. परवेज अहमद ने बताया कि इस बार पास के माध्यम से ही दर्शकों को प्रवेश दिया जाएगा, पास बिल्कुल निशुल्क होगा. बताया कि महोत्सव में बैडा सांस्कृतिक परंपरा को जीवंत रखने के लिए डॉ. संजय पाण्डेय, डॉ. लता पाण्डेय और केदारघाटी में प्राचीन परंपरा रामलीला, कृष्णलीला और पांडव लीला को जीवित रखने के लिए भगवती प्रसाद मैठाणी को सम्मानित किया जाएगा.

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Last Updated : Mar 16, 2024, 6:41 PM IST
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