धौलपुर. जिले में बाड़ी सदर थाना क्षेत्र के कांसौटी खेड़ा गांव के ऊपर डांग क्षेत्र में प्राचीन सिद्ध बाबा मंदिर के संत पर जरख ने हमला कर दिया. फिलहला उनका उपचार चल रहा है. वहीं, संत और सिद्ध बाबा के स्थान से जुड़े श्रद्धालुओं ने सुरक्षा की मांग की है.
जानकारी के अनुसार कांसौटी खेड़ा से डांग क्षेत्र में करीबन 5 किलोमीटर की दूरी पर स्थित जंगल में कई 100 वर्ष पुराना यह प्राचीन कालीन सिद्ध बाबा का मंदिर है. इस मंदिर में संत गोविंद गिरी पुत्र रामगिरी निवासी कांसौटी खेड़ा थाना सदर बाड़ी वर्षों से रह रहे हैं. संत गोविंद गिरी ने बताया कि शुक्रवार की अल सुबह वह प्रतिदिन की तरह पास के कुएं पर नहाने और पानी भरने गए थे. इस दौरान मंदिर के दूसरी तरफ जंगल से एक जरख ने आकर उनपर हमला कर दिया. एक बार को उन्होंने जरख को दबोच भी लिया, लेकिन इस दौरान उनका पैर फिसल गया और वह गिर गए. ऐसे में जरख ने उनके पैर और हाथों पर कई हमले किए.
चिल्लाने की आवाज सुनकर आसपास के लोग आ गए, जिससे जरख भाग गया. घायल संत गोविंद गिरी को श्रद्धालु चिकित्सालय लेकर गए, जहां उन्हें एक दिन भर्ती कर उपचार दिया गया. अब घायल संत का उपचार मंदिर पर ही चल रहा है. संत गोविंद गिरी ने बताया कि यह प्राचीन कालीन मंदिर करीब 1600 वर्ष पुराना सिद्ध बाबा का मंदिर है. इसके चारों ओर धौ के पेड़ लगे हुए हैं. इस मंदिर से कांसौटी खेड़ा, निजामपुर सहित कई गांव के लोगों की आस्था जुड़ी हुई है. उन्होंने आरोप लगाया कि यहां न तो सुरक्षा की कोई व्यवस्था है और न ही रहने और खाने पीने की व्यवस्था है. कई बार जंगली जानवर आकर हमला कर चुके हैं.