ETV Bharat / state

उधार के पैसों के लिए हुआ अपहरण, पत्नी की तत्परता से पुलिस ने व्यक्ति को किया सकुशल बरामद

kidnapped person recovered in four hours. जमशेदपुर पुलिस ने अपहृत व्यक्ति को चार घंटे के अंदर ही बरामद कर लिया. इसमें व्यक्ति की पत्नी ने काफी तत्परता दिखाई और तुरंत घटना की सूचना पुलिस को दी.

kidnapped person recovered in four hours
kidnapped person recovered in four hours
author img

By ETV Bharat Jharkhand Team

Published : Mar 2, 2024, 11:25 AM IST

जमशेदपुर: पत्नी की तत्परता से अपहृत पति को पुलिस ने चार घंटे के अंदर ही सकुशल बरामद कर लिया. इतना ही नहीं पश्चिम बंगाल के पुरुलिया जिले की एक महिला समेत पांच अपराधियों को भी पुलिस ने गिरफ्तार किया है. हालांकि पूरा मामला पैसे लेने-देने का बताया जा रहा है. सभी आरोपियों को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है.

पत्नी ने पति के अपहरण की सूचना पुलिस को दी

दरअसल, बिरसानगर थाना क्षेत्र के जोन नंबर 1 निवासी आशा दास ने 29 जनवरी को बिरसानगर पुलिस को सूचना दी कि उनके पति निरंजन दास का अपहरण कर लिया गया है. इस शिकायत के आधार पर एसएसपी के निर्देश पर एक टीम का गठन किया गया. शिकायत के चार घंटे बाद ही पुलिस ने अपहर्ताओं को पश्चिम बंगाल के पुरुलिया जिले के बाघमुंडी थाना क्षेत्र से गिरफ्तार कर लिया और निरंजन को बरामद कर लिया.

इस मामले को लेकर एसएसपी किशोर कौशल ने बताया कि बिरसानगर जोन नंबर एक निवासी निरंजन दास का अपहरण कर लिया गया था. निरंजन की पत्नी आशा ने घटना की जानकारी पुलिस को दी. जिसके बाद पुलिस ने एक टीम गठित कर जांच शुरू की. जांच के दौरान अपहरण के चार घंटे के अंदर पुरुलिया पुलिस की मदद से निरंजन को बरामद कर लिया गया. इस मामले के मास्टर माइंड पुरुलिया जिले के बाघमुंडी निवासी डॉ. उर्फ चमन खान, सुदीप राय, तपन रजक, करुणा रजक और विकास सिंह मुरा थे. जिन्हें पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. आरोपियों के पास से आठ मोबाइल फोन और घटना में इस्तेमाल की गई कार समेत अन्य सामान बरामद किया गया है.

बीस लाख न लौटाने पर कर लिया अपहरण

एसएसपी के मुताबिक, चमन खान ने पुरुलिया में अयोध्या पहाड़ी के पास एक रिसॉर्ट बनाने की योजना बनाई थी. जब उसके पास पैसे नहीं थे तो उसने कई लोगों को पैसे दोगुना करने का लालच देकर लाखों रुपये की फंडिंग जुटाई. कई लोग पैसे वापस मांगने लगे लेकिन वह लोगों के पैसे नहीं लौटा पा रहा था. इसी बीच उसने लोगों को बताया कि उसने निरंजन दास को 20 लाख रुपये दिये थे, लेकिन निरंजन पैसे नहीं लौटा रहा है. उसने अन्य लोगों के साथ मिलकर निरंजन के अपहरण की योजना बनाई ताकि वह उससे पैसे ले सके. वे शहर पहुंचे और निरंजन को कार में बैठाकर ले जाने लगे. हालांकि, पूछताछ में पता चला कि निरंजन ने सिर्फ एक लाख रुपये लिये थे, जिसे वह लौटा रहा था.

यह भी पढ़ें: इलाज करवाने के लिए डॉक्टर को बुलाया फिर कर लिया अपहरण, शराब की तस्करी से जुड़े हैं अपहरण करने वाले

यह भी पढ़ें: पलामू से अपहृत डॉक्टर बरामद, दो करोड़ की मांगी गई थी फिरौती, पुलिस की पूछताछ में कई खुलासे

यह भी पढ़ें: धनबाद में कंप्यूटर क्लास के लिए गई छात्रा गायब, परिजनों ने जताई अपहरण की आशंका

जमशेदपुर: पत्नी की तत्परता से अपहृत पति को पुलिस ने चार घंटे के अंदर ही सकुशल बरामद कर लिया. इतना ही नहीं पश्चिम बंगाल के पुरुलिया जिले की एक महिला समेत पांच अपराधियों को भी पुलिस ने गिरफ्तार किया है. हालांकि पूरा मामला पैसे लेने-देने का बताया जा रहा है. सभी आरोपियों को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है.

पत्नी ने पति के अपहरण की सूचना पुलिस को दी

दरअसल, बिरसानगर थाना क्षेत्र के जोन नंबर 1 निवासी आशा दास ने 29 जनवरी को बिरसानगर पुलिस को सूचना दी कि उनके पति निरंजन दास का अपहरण कर लिया गया है. इस शिकायत के आधार पर एसएसपी के निर्देश पर एक टीम का गठन किया गया. शिकायत के चार घंटे बाद ही पुलिस ने अपहर्ताओं को पश्चिम बंगाल के पुरुलिया जिले के बाघमुंडी थाना क्षेत्र से गिरफ्तार कर लिया और निरंजन को बरामद कर लिया.

इस मामले को लेकर एसएसपी किशोर कौशल ने बताया कि बिरसानगर जोन नंबर एक निवासी निरंजन दास का अपहरण कर लिया गया था. निरंजन की पत्नी आशा ने घटना की जानकारी पुलिस को दी. जिसके बाद पुलिस ने एक टीम गठित कर जांच शुरू की. जांच के दौरान अपहरण के चार घंटे के अंदर पुरुलिया पुलिस की मदद से निरंजन को बरामद कर लिया गया. इस मामले के मास्टर माइंड पुरुलिया जिले के बाघमुंडी निवासी डॉ. उर्फ चमन खान, सुदीप राय, तपन रजक, करुणा रजक और विकास सिंह मुरा थे. जिन्हें पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. आरोपियों के पास से आठ मोबाइल फोन और घटना में इस्तेमाल की गई कार समेत अन्य सामान बरामद किया गया है.

बीस लाख न लौटाने पर कर लिया अपहरण

एसएसपी के मुताबिक, चमन खान ने पुरुलिया में अयोध्या पहाड़ी के पास एक रिसॉर्ट बनाने की योजना बनाई थी. जब उसके पास पैसे नहीं थे तो उसने कई लोगों को पैसे दोगुना करने का लालच देकर लाखों रुपये की फंडिंग जुटाई. कई लोग पैसे वापस मांगने लगे लेकिन वह लोगों के पैसे नहीं लौटा पा रहा था. इसी बीच उसने लोगों को बताया कि उसने निरंजन दास को 20 लाख रुपये दिये थे, लेकिन निरंजन पैसे नहीं लौटा रहा है. उसने अन्य लोगों के साथ मिलकर निरंजन के अपहरण की योजना बनाई ताकि वह उससे पैसे ले सके. वे शहर पहुंचे और निरंजन को कार में बैठाकर ले जाने लगे. हालांकि, पूछताछ में पता चला कि निरंजन ने सिर्फ एक लाख रुपये लिये थे, जिसे वह लौटा रहा था.

यह भी पढ़ें: इलाज करवाने के लिए डॉक्टर को बुलाया फिर कर लिया अपहरण, शराब की तस्करी से जुड़े हैं अपहरण करने वाले

यह भी पढ़ें: पलामू से अपहृत डॉक्टर बरामद, दो करोड़ की मांगी गई थी फिरौती, पुलिस की पूछताछ में कई खुलासे

यह भी पढ़ें: धनबाद में कंप्यूटर क्लास के लिए गई छात्रा गायब, परिजनों ने जताई अपहरण की आशंका

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.