ETV Bharat / state

सरकारी स्कूल के बच्चे ने बनाया अद्भुत मॉडल, ऊंची इमारतों में आग लगने या अन्य आपात स्थिति में आएगा काम

Emergency Window Scape Ladder. जमशेदपुर के सरकारी स्कूल के बच्चे ने अद्भुत मॉडल बनाया है. इसके जरिए ऊंची इमारतों में आग लगने या अन्य आपात स्थिति में सुरक्षित बचकर निकला जा सकता है. इस मॉडल को इंस्पायर अवार्ड मानक स्कीम के लिए नामित किया गया है.

Emergency Window Scape Ladder
Emergency Window Scape Ladder
author img

By ETV Bharat Jharkhand Team

Published : Mar 6, 2024, 11:07 AM IST

Updated : Mar 6, 2024, 11:33 AM IST

सरकारी स्कूल के बच्चे ने बनाया अद्भुत मॉडल

जमशेदपुर: उत्क्रमित उच्च विद्यालय खुकराडीह एक बार फिर राज्य भर में चर्चा का विषय बन गया है. दरअसल, इस स्कूल के छात्र सायरस कुमार दत्ता ने अपनी सोच पेश करते हुए इमरजेंसी विंडो स्केप लैडर नाम का एक मॉडल बनाया है. यह विंडो एस्केप सीढ़ी ऊंची इमारतों में आग लगने या अन्य आपात स्थिति में लोगों की मदद कर सकती है. इसके इस्तेमाल से जान-माल का कम नुकसान होगा.

इस मॉडल को राज्य स्तर पर प्रथम पुरस्कार प्राप्त हुआ है और अब इस मॉडल को भारत सरकार की इंस्पायर अवार्ड मानक योजना के तहत राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिता के लिए चुना गया है. यह प्रतियोगिता जल्द ही नई दिल्ली में आयोजित की जाएगी.

डिवाइस बनाने में काफी कम खर्च

छात्र सायरस कुमार दत्ता ने बताया कि इसे बनाने में बहुत कम लागत आती है. उन्होंने बताया कि इस डिवाइस को आपके घर के दरवाजे और खिड़कियों में लगाया जा सकता है. इसे बिल्कुल लोहे की ग्रिल की तरह बनाया गया है. उन्होंने बताया कि विशेष परिस्थिति में इस उपकरण को स्थापित करना काफी फायदेमंद होगा.

इस डिवाइस को बनाने में साइंस टीचर कल्पना भगत ने छात्र सायरस कुमार दत्ता की काफी मदद की. शिक्षिका कल्पना भगत ने बताया कि इसे बनाने में कोई अतिरिक्त खर्च नहीं करना पड़ेगा. यह सीढ़ी बस भवन के एक छोर पर खिड़की के स्थान पर लगाई जाएगी, जो आपात स्थिति में आसानी से सीढ़ी का काम करेगी. आपातकालीन स्थिति में परिवार के सदस्य आसानी से उनके नीचे वाली मंजिल पर उतर सकते हैं.

हाइड्रोलिक सिस्टम से होगा संचालित

शिक्षिका ने बताया कि एक खिड़की में दो-तीन सीढ़ियों की तरह ग्रिल होगी. इसे हाइड्रोलिक सिस्टम से संचालित किया जाएगा. आपातकालीन स्थिति में यह ग्रिल स्प्रिंकलर ओपनिंग के साथ खुल जाएगी. इससे नीचे उतरा जा सकता है. वहीं, अगर घर के नीचे वाली बिल्डिंग में आग लग जाए तो उस बिल्डिंग की इमरजेंसी विंडो एस्केप सीढ़ी की मदद से उस बिल्डिंग के नीचे वाली बिल्डिंग तक आसानी से पहुंचा जा सकता है.

इस उपकरण को इंस्पायर अवार्ड के लिए चुने जाने से स्कूल के प्रिंसिपल भी काफी खुश हैं. उन्होंने इसके लिए बच्चों के साथ-साथ सहयोग करने वाले शिक्षकों और अभिभावकों को भी बधाई और शुभकामनाएं दी हैं. आपको बता दें कि पूर्वी सिंहभूम से यह एकमात्र मॉडल है, जिसका चयन राष्ट्रीय स्तर पर हुआ है. वहीं उत्क्रमित उच्च विद्यालय खुखराडीह राज्य स्तर पर कई पुरस्कार जीत चुका है.

यह भी पढ़ें: परख से परखने की तैयारी, सरकारी स्कूलों की शैक्षणिक गुणवत्ता के आकलन में जुटा शिक्षा विभाग

यह भी पढ़ें: J-GURUJI APP से पढ़ेंगे सरकारी स्कूल के बच्चे, जानिए इसकी खासियत

यह भी पढ़ें: ऐसे पढ़ेंगे तो कैसे बढ़ेंगे नौनिहाल, जहां एक कमरे में होता है तीन-तीन कक्षा का संचालन!

सरकारी स्कूल के बच्चे ने बनाया अद्भुत मॉडल

जमशेदपुर: उत्क्रमित उच्च विद्यालय खुकराडीह एक बार फिर राज्य भर में चर्चा का विषय बन गया है. दरअसल, इस स्कूल के छात्र सायरस कुमार दत्ता ने अपनी सोच पेश करते हुए इमरजेंसी विंडो स्केप लैडर नाम का एक मॉडल बनाया है. यह विंडो एस्केप सीढ़ी ऊंची इमारतों में आग लगने या अन्य आपात स्थिति में लोगों की मदद कर सकती है. इसके इस्तेमाल से जान-माल का कम नुकसान होगा.

इस मॉडल को राज्य स्तर पर प्रथम पुरस्कार प्राप्त हुआ है और अब इस मॉडल को भारत सरकार की इंस्पायर अवार्ड मानक योजना के तहत राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिता के लिए चुना गया है. यह प्रतियोगिता जल्द ही नई दिल्ली में आयोजित की जाएगी.

डिवाइस बनाने में काफी कम खर्च

छात्र सायरस कुमार दत्ता ने बताया कि इसे बनाने में बहुत कम लागत आती है. उन्होंने बताया कि इस डिवाइस को आपके घर के दरवाजे और खिड़कियों में लगाया जा सकता है. इसे बिल्कुल लोहे की ग्रिल की तरह बनाया गया है. उन्होंने बताया कि विशेष परिस्थिति में इस उपकरण को स्थापित करना काफी फायदेमंद होगा.

इस डिवाइस को बनाने में साइंस टीचर कल्पना भगत ने छात्र सायरस कुमार दत्ता की काफी मदद की. शिक्षिका कल्पना भगत ने बताया कि इसे बनाने में कोई अतिरिक्त खर्च नहीं करना पड़ेगा. यह सीढ़ी बस भवन के एक छोर पर खिड़की के स्थान पर लगाई जाएगी, जो आपात स्थिति में आसानी से सीढ़ी का काम करेगी. आपातकालीन स्थिति में परिवार के सदस्य आसानी से उनके नीचे वाली मंजिल पर उतर सकते हैं.

हाइड्रोलिक सिस्टम से होगा संचालित

शिक्षिका ने बताया कि एक खिड़की में दो-तीन सीढ़ियों की तरह ग्रिल होगी. इसे हाइड्रोलिक सिस्टम से संचालित किया जाएगा. आपातकालीन स्थिति में यह ग्रिल स्प्रिंकलर ओपनिंग के साथ खुल जाएगी. इससे नीचे उतरा जा सकता है. वहीं, अगर घर के नीचे वाली बिल्डिंग में आग लग जाए तो उस बिल्डिंग की इमरजेंसी विंडो एस्केप सीढ़ी की मदद से उस बिल्डिंग के नीचे वाली बिल्डिंग तक आसानी से पहुंचा जा सकता है.

इस उपकरण को इंस्पायर अवार्ड के लिए चुने जाने से स्कूल के प्रिंसिपल भी काफी खुश हैं. उन्होंने इसके लिए बच्चों के साथ-साथ सहयोग करने वाले शिक्षकों और अभिभावकों को भी बधाई और शुभकामनाएं दी हैं. आपको बता दें कि पूर्वी सिंहभूम से यह एकमात्र मॉडल है, जिसका चयन राष्ट्रीय स्तर पर हुआ है. वहीं उत्क्रमित उच्च विद्यालय खुखराडीह राज्य स्तर पर कई पुरस्कार जीत चुका है.

यह भी पढ़ें: परख से परखने की तैयारी, सरकारी स्कूलों की शैक्षणिक गुणवत्ता के आकलन में जुटा शिक्षा विभाग

यह भी पढ़ें: J-GURUJI APP से पढ़ेंगे सरकारी स्कूल के बच्चे, जानिए इसकी खासियत

यह भी पढ़ें: ऐसे पढ़ेंगे तो कैसे बढ़ेंगे नौनिहाल, जहां एक कमरे में होता है तीन-तीन कक्षा का संचालन!

Last Updated : Mar 6, 2024, 11:33 AM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.