जमशेदपुर: जिले के घाघीडीह सेंट्रल जेल में आयोजित दुर्गा पूजा के दशमी के दिन मां दुर्गा का विसर्जन किया गया. विसर्जन से पहले मां दुर्गा की प्रतिमा को ढाकी की धुन के साथ जेल के अंदर ले जाया गया. इस दौरान सेंट्रल जेल पूजा समिति के सदस्य मौजूद रहे.
आपको बता दें कि सेंट्रल जेल प्रबंधन और जेल कर्मियों के सहयोग से जेल परिसर में मां दुर्गा की पूजा की जाती है. पूजा के दौरान भोग का भी वितरण किया जाता है. जेल में बंद कैदियों के बीच भोग का भी वितरण किया जाता है. पूजा का खर्च जेल प्रबंधन और जेल कर्मियों द्वारा वहन किया जाता है. विजयादशमी के दिन प्रसाद का वितरण किया जाता है. फिर मां की प्रतिमा को एक बड़े वाहन में सजाकर जेल के अंदर ले जाया जाता है. यह जेल के अंदर सभी वार्डों से होकर गुजरती है.
जेल अधीक्षक और जेलर की मौजूदगी में यह आयोजन होता है. जेल के अंदर भ्रमण के बाद मां की प्रतिमा को बाहर लाया जाता है. इस दौरान मूर्ति को जेल कॉलोनी में घुमाया जाता है, जहां जेल अधीक्षक, जेलर और जेल कर्मियों के परिवार के सदस्य मां की पूजा करते हैं और उन्हें विदाई देते हैं.
घाघीडीह सेंट्रल जेल के अधीक्षक अजय कुमार प्रजापति ने बताया कि बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक दुर्गा पूजा का आयोजन जेल परिसर में किया जाता है. नौ दिनों तक चलने वाली इस पूजा में जेल में कई कैदी पूजा करते हैं, जिसके लिए जेल प्रबंधन की ओर से सारी व्यवस्था की जाती है. जेल प्रबंधन और कर्मियों के सहयोग से पूजा का आयोजन किया जाता है. जेल में बंद कैदियों को मां का दर्शन कराया जाता है, ताकि वे सकारात्मक सोच सकें और उनका जीवन बेहतर हो सके.
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