नई दिल्ली: जामिया मिल्लिया इस्लामिया (Jamia Millia Islamia) के 16वें कुलपति प्रो. मजहर आसिफ ने अपने कार्यभार ग्रहण करने के दूसरे ही दिन सफाई कर्मचारियों के साथ बातचीत की. उन्होंने अपने कार्यालय में सफाई कर्मचारियों को आमंत्रित कर उनके प्रति सम्मान और आभार व्यक्त किया. सफाई कर्मचारियों से बातचीत का उद्देश्य केवल उनकी समस्याओं को जानना था, बल्कि विश्वविद्यालय को साफ-सुथरा रखने में उनके योगदान को भी सराहा गया.
प्रो. आसिफ ने सफाई कर्मचारियों को संबोधित करते हुए कहा, “यह केवल एक विश्वविद्यालय नहीं है, बल्कि यह हमारा घर है. हमारा कार्यस्थल है और मैं आप सभी से अनुरोध करता हूं कि इसे बेहतर बनाने के लिए आप लोग कठोर परिश्रम करें.” उन्होंने यह भी कहा कि हमारे कार्यस्थल को साफ-सुथरा रखना हम सबकी सामूहिक जिम्मेदारी है, क्योंकि कार्यस्थल को ईश्वर का स्थान माना जाता है और कार्य ही पूजा है.
कुलपति ने सफाई कर्मचारियों को आश्वासन दिया कि उनकी समस्याओं का जल्द से जल्द समाधान करना उनकी प्राथमिकता होगी. यह वादा उन्हें यह महसूस कराता है कि विश्वविद्यालय में उनके मुद्दों को गंभीरता से लिया जा रहा है.
बता दें कि, प्रो. मजहर आसिफ ने 25 अक्टूबर को कुलपति के रूप में कार्यभार संभाला था. उनके कार्यकाल की शुरुआत में इस अनोखी पहल ने विश्वविद्यालय में एक सकारात्मक वातावरण का निर्माण किया है. इसके तुरंत बाद, उन्होंने विश्वविद्यालय परिसर में स्थित पाकिस्तान के साथ युद्ध में शहीद हुए ब्रिगेडियर उस्मान और डॉक्टर जाकिर हुसैन की कब्र पर जाकर श्रद्धा सुमन भी अर्पित किए, जिससे उनकी दृष्टि और कार्यपद्धति का दायरा स्पष्ट होता है.
यह भी पढ़ें- जामिया में दीपोत्सव कार्यक्रम के दौरान हुए बवाल पर विश्वविद्यालय प्रशासन ने दी सफाई, कहा- बाहरी तत्वों का हाथ
यह भी पढ़ें- प्रोफेसर मजहर आसिफ ने जामिया के 16वें कुलपति के रूप में संभाला कार्यभार, राष्ट्रपति ने की थी नियुक्ति