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34वें दिन भी सरकार ने नहीं सुनी समस्या, जल संस्थान संविदा श्रमिक संघ कल करेगा सचिवालय कूच - March to Secretariat

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By ETV Bharat Uttarakhand Team

Published : Sep 11, 2024, 10:07 PM IST

Updated : Sep 11, 2024, 10:51 PM IST

March to Secretariat in Dehradun देहरादून में जल संस्थान के संविदा कर्मियों का धरना 34वें दिन भी जारी रहा. अब संविदा श्रमिक संघ ने सचिवालय कूच करने का ऐलान किया है.

March to Secretariat in Dehradun
जल संस्थान संविदा श्रमिक संघ करेगा सचिवालय कूच (PHOTO-ETV Bharat)

देहरादूनः उत्तराखंड की राजधानी देहरादून के नेहरू कॉलोनी स्थित जल संस्थान मुख्यालय पर जल संस्थान संविदा श्रमिक संघ का धरना 34 दिन से लगातार जारी है. अभी तक जल संस्थान कर्मियों की डिमांड पूरी नहीं हुई है. इसके विरोध में जल संस्थान कर्मियों ने गुरुवार 12 सितंबर को सचिवालय कूच करने का ऐलान किया है.

जल संस्थान संविदा श्रमिक संघ कल करेगा सचिवालय कूच (PHOTO- ETV Bharat)

उत्तराखंड जल संस्थान में 20 से 25 वर्षों से कार्यरत कर्मचारियों को सेवायोजन पोर्टल में समायोजित करने की मांग को लेकर संस्थान कर्मी लामबंद हैं. कर्मचारियों का कहना है कि पेयजल जैसी महत्वपूर्ण व्यवस्था को बनाए रखने में उनका पूर्ण योगदान रहा है. साथ ही कोरोना काल की महामारी में भी कर्मचारियों ने जनता के बीच में अपना संपूर्ण योगदान दिया. लेकिन कर्मचारियों के बीच ठेकेदारी प्रथा को रखा गया है, जिससे उन्हें एम्पलाइज प्रोविडेंट फंड (ईपीएफ), एम्पलाइज स्टेट इंश्योरेंस (ईएसआई) का लाभ वर्षों से नहीं मिल पा रहा है.

जल संस्थान संविदा श्रमिक संघ के प्रदेश अध्यक्ष संजय कुमार का कहना है कि अपनी मांगों को लेकर उनका धरना और क्रमिक अनशन मुख्य महाप्रबंधक कार्यालय उत्तराखंड जल संस्थान नेहरू कॉलोनी में जारी है. उसके बाद भी उनकी मांगों को लेकर विभाग और सरकार की तरफ से कोई सकारात्मक कार्रवाई नहीं गई है.

उन्होंने सरकार पर वादाखिलाफी का आरोप लगाते हुए कहा कि संगठन ने कैबिनेट मंत्रियों को अपनी समस्या से संबंधित ज्ञापन भी सौंपा है. लेकिन किसी भी मंत्री ने उनकी मांगों पर कोई कार्रवाई नहीं की है. इसके विरोध में 12 सितंबर को संगठन को मजबूर होकर पूर्व राज्य मंत्री और राज्य आंदोलनकारी हरिश्चंद्र पनेरू के आह्वान पर सचिवालय कूच करने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है.

ये भी पढ़ेंः उत्तराखंड में सूख चुके 311 हैंडपंप और 62 ट्यूबवेल, जल संस्थान बारिश के पानी से करेगा रिचार्ज

देहरादूनः उत्तराखंड की राजधानी देहरादून के नेहरू कॉलोनी स्थित जल संस्थान मुख्यालय पर जल संस्थान संविदा श्रमिक संघ का धरना 34 दिन से लगातार जारी है. अभी तक जल संस्थान कर्मियों की डिमांड पूरी नहीं हुई है. इसके विरोध में जल संस्थान कर्मियों ने गुरुवार 12 सितंबर को सचिवालय कूच करने का ऐलान किया है.

जल संस्थान संविदा श्रमिक संघ कल करेगा सचिवालय कूच (PHOTO- ETV Bharat)

उत्तराखंड जल संस्थान में 20 से 25 वर्षों से कार्यरत कर्मचारियों को सेवायोजन पोर्टल में समायोजित करने की मांग को लेकर संस्थान कर्मी लामबंद हैं. कर्मचारियों का कहना है कि पेयजल जैसी महत्वपूर्ण व्यवस्था को बनाए रखने में उनका पूर्ण योगदान रहा है. साथ ही कोरोना काल की महामारी में भी कर्मचारियों ने जनता के बीच में अपना संपूर्ण योगदान दिया. लेकिन कर्मचारियों के बीच ठेकेदारी प्रथा को रखा गया है, जिससे उन्हें एम्पलाइज प्रोविडेंट फंड (ईपीएफ), एम्पलाइज स्टेट इंश्योरेंस (ईएसआई) का लाभ वर्षों से नहीं मिल पा रहा है.

जल संस्थान संविदा श्रमिक संघ के प्रदेश अध्यक्ष संजय कुमार का कहना है कि अपनी मांगों को लेकर उनका धरना और क्रमिक अनशन मुख्य महाप्रबंधक कार्यालय उत्तराखंड जल संस्थान नेहरू कॉलोनी में जारी है. उसके बाद भी उनकी मांगों को लेकर विभाग और सरकार की तरफ से कोई सकारात्मक कार्रवाई नहीं गई है.

उन्होंने सरकार पर वादाखिलाफी का आरोप लगाते हुए कहा कि संगठन ने कैबिनेट मंत्रियों को अपनी समस्या से संबंधित ज्ञापन भी सौंपा है. लेकिन किसी भी मंत्री ने उनकी मांगों पर कोई कार्रवाई नहीं की है. इसके विरोध में 12 सितंबर को संगठन को मजबूर होकर पूर्व राज्य मंत्री और राज्य आंदोलनकारी हरिश्चंद्र पनेरू के आह्वान पर सचिवालय कूच करने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है.

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Last Updated : Sep 11, 2024, 10:51 PM IST
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