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हिमाचल में बिजली सब्सिडी पर मचा सियासी बवाल, सीएम सुक्खू की अपील पर जयराम ने उठाए सवाल - HP ELECTRICITY SUBSIDY POLITICS

सीएम सुक्खू ने नये साल में समर्थ लोगों से बिजली सब्सिडी छोड़ने की अपील की, जिसको लेकर पूर्व सीएम जयराम ठाकुर ने निशाना साधा है.

Jairam Thakur Targets CM Sukhu
बिजली सब्सिडी पर सियासत (ETV Bharat)
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By ETV Bharat Himachal Pradesh Team

Published : Jan 2, 2025, 7:52 PM IST

Updated : Jan 2, 2025, 8:35 PM IST

शिमला: सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू ने बीते दिन बिजली पर मिलने वाली सब्सिडी छोड़ने का एलान किया और जनता से भी सब्सिडी छोड़ने की अपील की. सीएम सुक्ख के इस बयान पर विपक्ष अब हमलावर हो गया है. नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने सरकार पर जनता के साथ वादाखिलाफी करने का आरोप लगाया. साथ ही सुक्खू सरकार पर जमकर निशाना साधा.

नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने कहा, "कांग्रेस ने चुनाव के दौरान गारंटियां दी थी और गारंटियों के दम पर सत्ता हासिल की थी, अब इसके विपरीत काम कर रहे है. कांग्रेस ने 300 यूनिट बिजली मुफ्त देने का वादा किया था. जबकि पूर्व की भाजपा सरकार 125 यूनिट पहले से ही मुफ्त बिजली की सुविधा दी थी. वहीं, अब मुख्यमंत्री बिजली सब्सिडी छोड़ने की अपील कर रहे हैं, जो जनता के साथ धोखा है. ऐसे में मुख्यमंत्री को पद से इस्तीफा देना चाहिए और नए सिरे जनमत हासिल करने के लिए चुनाव में जाना चाहिए और जनमत हासिल करना चाहिए".

बिजली सब्सिडी पर मचा सियासी बवाल (ETV Bharat)

जयराम ठाकुर ने सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार को चुनौती दी. उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने गारंटियां देकर सरकार बनाई और अब वह गारंटियां झूठी साबित हुई हैं. कांग्रेस को नैतिकता के आधार पर इस्तीफा देना चाहिए. अगर सरकार में जरा भी नैतिकता है, तो दोबारा जनमत हासिल करने के लिए चुनाव में उतरना चाहिए. जनता यह तय करेगी कि वह किसे बहुमत देना चाहती है. कांग्रेस सरकार का अब तक का कार्यकाल उलट-पुलट और हास्यास्पद रहा है.

जयराम ठाकुर ने कहा साल 2024 हिमाचल प्रदेश में अस्थिरता का साल रहा है. उन्होंने कॉमेडियन जसपाल भट्टी के शो का जिक्र करते हुए कहा कि जिस तरह उल्टा-पुल्टा शो में सब कुछ उल्टा हुआ करता था, इसी तरह सरकार के काम करने का तरीका भी रहा. बिना सोचे-समझे सरकार में फैसले लिए जाते हैं और जब जग हंसाई होती है, तो उन फसलों को वापस ले लिया जाता है. टॉयलेट टैक्स, समोसा जांच और जंगली मुर्गा प्रकरण से लेकर दिसंबर के अंत में नगर निगम शिमला ने यूरिन शुल्क पर इस साल को खत्म किया.

जयराम ठाकुर ने कहा कि साल के पहले ही दिन मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू प्रेस वार्ता कर लोगों से बिजली सब्सिडी सरेंडर करने की अपील कर रहे हैं. जबकि सत्ता में आने से पहले 300 यूनिट तक मुफ्त बिजली की बात कही गई थी. जयराम ठाकुर ने इसे कांग्रेस सरकार की वादाखिलाफी करार दिया.

ये भी पढ़ें: मुख्यमंत्री के नाम पर निजी तौर पर थे 5 बिजली मीटर, सब पर स्वेच्छा से छोड़ी सब्सिडी, कैबिनेट मंत्रियों ने भी किया अनुसरण

शिमला: सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू ने बीते दिन बिजली पर मिलने वाली सब्सिडी छोड़ने का एलान किया और जनता से भी सब्सिडी छोड़ने की अपील की. सीएम सुक्ख के इस बयान पर विपक्ष अब हमलावर हो गया है. नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने सरकार पर जनता के साथ वादाखिलाफी करने का आरोप लगाया. साथ ही सुक्खू सरकार पर जमकर निशाना साधा.

नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने कहा, "कांग्रेस ने चुनाव के दौरान गारंटियां दी थी और गारंटियों के दम पर सत्ता हासिल की थी, अब इसके विपरीत काम कर रहे है. कांग्रेस ने 300 यूनिट बिजली मुफ्त देने का वादा किया था. जबकि पूर्व की भाजपा सरकार 125 यूनिट पहले से ही मुफ्त बिजली की सुविधा दी थी. वहीं, अब मुख्यमंत्री बिजली सब्सिडी छोड़ने की अपील कर रहे हैं, जो जनता के साथ धोखा है. ऐसे में मुख्यमंत्री को पद से इस्तीफा देना चाहिए और नए सिरे जनमत हासिल करने के लिए चुनाव में जाना चाहिए और जनमत हासिल करना चाहिए".

बिजली सब्सिडी पर मचा सियासी बवाल (ETV Bharat)

जयराम ठाकुर ने सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार को चुनौती दी. उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने गारंटियां देकर सरकार बनाई और अब वह गारंटियां झूठी साबित हुई हैं. कांग्रेस को नैतिकता के आधार पर इस्तीफा देना चाहिए. अगर सरकार में जरा भी नैतिकता है, तो दोबारा जनमत हासिल करने के लिए चुनाव में उतरना चाहिए. जनता यह तय करेगी कि वह किसे बहुमत देना चाहती है. कांग्रेस सरकार का अब तक का कार्यकाल उलट-पुलट और हास्यास्पद रहा है.

जयराम ठाकुर ने कहा साल 2024 हिमाचल प्रदेश में अस्थिरता का साल रहा है. उन्होंने कॉमेडियन जसपाल भट्टी के शो का जिक्र करते हुए कहा कि जिस तरह उल्टा-पुल्टा शो में सब कुछ उल्टा हुआ करता था, इसी तरह सरकार के काम करने का तरीका भी रहा. बिना सोचे-समझे सरकार में फैसले लिए जाते हैं और जब जग हंसाई होती है, तो उन फसलों को वापस ले लिया जाता है. टॉयलेट टैक्स, समोसा जांच और जंगली मुर्गा प्रकरण से लेकर दिसंबर के अंत में नगर निगम शिमला ने यूरिन शुल्क पर इस साल को खत्म किया.

जयराम ठाकुर ने कहा कि साल के पहले ही दिन मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू प्रेस वार्ता कर लोगों से बिजली सब्सिडी सरेंडर करने की अपील कर रहे हैं. जबकि सत्ता में आने से पहले 300 यूनिट तक मुफ्त बिजली की बात कही गई थी. जयराम ठाकुर ने इसे कांग्रेस सरकार की वादाखिलाफी करार दिया.

ये भी पढ़ें: मुख्यमंत्री के नाम पर निजी तौर पर थे 5 बिजली मीटर, सब पर स्वेच्छा से छोड़ी सब्सिडी, कैबिनेट मंत्रियों ने भी किया अनुसरण

Last Updated : Jan 2, 2025, 8:35 PM IST
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