भोपाल: केन बेतवा लिंक परियोजना से पर्यावरण को होने वाले खतरे को लेकर कांग्रेस सांसद जयराम रमेश ने जो सवाल उठाए थे, परियोजना के शिलान्यास के बाद अब उस पर मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव का जवाब आया है. उन्होंने कहा कि "जयराम रमेश ने जो आपत्ति जताई उसके पीछे भाव राहुल गांधी और कांग्रेस परिवार के हैं. आखिर क्या वजह है कि बुंदेलखंड में पानी आने पर क्यों किसी कांग्रेसी ने प्रसन्नता नहीं जताई विकास का कोई काम हो कांग्रेसियों के पेट में दर्द होता है. कांग्रेस की लाइन ही विकास विरोधी है." केन बेतवा लिंक परियोजना का कांग्रेस सांसद जयराम रमेश द्वारा विरोध किये जाने के बाद मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने जवाब देते हुए कांग्रेस पर हमला बोला है.
असल में केन बेतवा लिंक परियोजना का विरोध करते हुए पूर्व केन्द्रीय पर्यावरण मंत्री जयराम रमेश ने कहा था कि इस परियोजना में 23 लाख से ज्यादा पेड़ों की बलि चढ़ेगी. पन्ना टाइगर रिजर्व का दस फीसदी हिस्सा जलमग्न हो जाएगा और न केवल बाघ बल्कि गिध्दों का आशियाना भी संकट में आ जाएगा.
केन बेतवा लिंक पर तनातनी बढ़ी, मोहन यादव का जवाब आया
केन बेतवा लिंक परियोजना के शिलान्यास के पहले से इस परियोजना से पर्यावरण पर खतरे का सवाल उठाने वाले जयराम रमेश पर सीएम डॉ. मोहन यादव ने पलटवार किया है. मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कांग्रेस नेता जयराम रमेश के बयान पर निशाना साधते हुए कहा कि "जहां हम विकास के काम और गरीबों की सेवा करते हैं, जहां हमारे संकल्पों के बलबूते पर समाज हमारे साथ आया वहां कांग्रेसियों के पेट में दर्द होने लगता है."
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मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि "जयराम रमेश ने जो आपत्ति जताई उसके पीछे भाव राहुल गांधी और कांग्रेस परिवार के हैं. कांग्रेस की लाइन ही विकास विरोधी है." मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने पूछा कि "आखिर किसी कांग्रेस नेता ने बुंदेलखंड में पानी आने पर प्रसन्नता क्यों नहीं जताई. कांग्रेस बताए कि वो बुंदेलखंड के विकास के साथ है या विरोध में. वो क्यों केन बेतवा लिंक परियोजना की प्रशंसा क्यों नहीं करती."
पर्यावरण और वन को लेकर अपनी 'कथनी' और 'करनी' में अंतर का प्रधानमंत्री आज एक और सबूत दे रहे हैं।
— Jairam Ramesh (@Jairam_Ramesh) December 25, 2024
वह जिस केन-बेतवा नदी जोड़ो परियोजना का शिलान्यास करने जा रहे हैं, वह मध्य प्रदेश के पन्ना टाइगर रिजर्व के लिए गंभीर ख़तरा है।
पन्ना की कहानी अपने आप में अद्भुत है। 2009 की शुरुआत तक…
जयराम रमेश के मुताबिक प्रोजेक्ट पर्यावरण के लिए बड़ा खतरा
केन बेतवा लिंक परियोजना के शिलान्यास के पहले पूर्व केन्द्रीय पर्यावरण मंत्री और कांग्रेस सांसद जयराम रमेश ने इसे पर्यावरण के लिए खतरा बताया था. उन्होंने कहा कि इस प्रोजेक्ट की वजह से 23 लाख से जयादा पेड़ काटे जाएंगे. ये प्रोजेक्ट पन्ना टाइगर रिजर्व के लिए बड़ा खतरा बन जाएगा. क्योंकि टाइगर रिजर्व का दस फीसदी हिस्सा जलमग्न हो जाएगा.
जयराम रमेश ने सोशल मीडिया पोस्ट में केन बेतवा लिंक परियोजना के शिलान्यास को लेकर कहा था कि "पर्यावरण और वन को लेकर अपनी 'कथनी' और 'करनी' में अंतर का प्रधानमंत्री आज एक और सबूत दे रहे हैं. वह जिस केन-बेतवा नदी जोड़ो परियोजना का शिलान्यास करने जा रहे हैं, वह मध्य प्रदेश के पन्ना टाइगर रिजर्व के लिए गंभीर खतरा है. पन्ना की कहानी अपने आप में अद्भुत है. 2009 की शुरुआत तक वहां बाघों की आबादी पूरी तरह से ख़त्म हो गई थी, लेकिन उसी वर्ष शुरू किए गए सबसे सफल बाघ पुनरुद्धार कार्यक्रम के बदौलत, 15 साल बाद वर्तमान में पन्ना टाइगर रिजर्व में छोटे-बड़े मिलाकर 90 से अधिक बाघ हैं. ये पर्यटकों के लिए आकर्षण के मुख्य केंद्र बने हुए हैं."