जयपुर. जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल अगले साल 2025 में 30 जनवरी से 3 फरवरी तक आयोजित होने के वादे के साथ विदा हुआ. जेएलएफ के आखिरी दिन कई रोचक सत्र हुए. इन्हीं में से एक मुगल टेंट वेन्यू में हुए पुलिस फाइल्स सेशन में भारत के पूर्व विदेश सचिव विकास स्वरूप के साथ पूर्व पुलिस अधिकारी अमोद के कांत, दिल्ली पुलिस के पूर्व आयुक्त नीरज कुमार, मुंबई क्राइम ब्रांच की पहली महिला पुलिस कमिश्नर मीरा बोरबंकर शामिल हुईं. इस दौरान इन पुलिस अधिकारियों ने मंच से अपने कार्यकाल के कई किस्से साझा किए. इनमें कई केस हाई प्रोफाइल भी थे, तो कुछ केस बॉलीवुड हस्तियों से लेकर अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम के भी थे.
दाऊद इब्राहिम और सट्टे की कहानी : 2013 में आईपीएल स्पॉट फिक्सिंग में शामिल दाऊद इब्राहिम केस को लेकर तत्कालीन दिल्ली पुलिस कमिश्नर नीरज कुमार ने बताया कि मैच में किसी टीम के जीत या हार की भविष्यवाणी आम लोग तो करते ही हैं. इसी तरीके का सट्टा बाजार भी करता है. जगह-जगह पर सट्टेबाजी की घटनाएं सामने आती हैं. हजारों करोड़ की बेटिंग की जाती है. आईपीएल में बेटिंग एक सामान्य सी बात हो गई है और ये सब बहुत ही ऑर्गेनाइज्ड तरीके से होता है. इन सब के पीछे दाऊद इब्राहिम का नाम था, जो दुबई में डील करता था. वो आईपीएल तक नहीं रुका, उसने विभिन्न राज्यों में होने वाली प्राइवेट लीग्स को भी शामिल कर लिया था. ये सभी प्लानिंग राजस्थान में हुई. कोटा में हो रहे घरेलू लीग रजवाड़ा प्रीमियर लीग और जयपुर की राजपूताना प्रीमियर लीग को बाधित करते वक्त वो (नीरज कुमार) बीसीसीआई एंटी करप्शन यूनिट का नेतृत्व कर रहे थे, उस वक्त 21 लोगों को गिरफ्तार किया गया. इस ऑपरेशन का रिजल्ट ये रहा कि बहुत सारे सट्टेबाज देश छोड़कर बाहर निकल गए.
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संजय दत्त को लेकर सुनाए किस्से : मुंबई की पूर्व पुलिस कमिश्नर मीरा बोरबंकर ने संजय दत्त के जेल के समय की बातों को साझा किया. उन्होंने बताया कि संजय दत्त जब जेल में आए थे, तब वो गुनहगार थे. उन्हें समझ में आ गया था कि अगर वो ठीक से व्यवहार नहीं करेंगे तो उन्हें पेरोल नहीं मिल पाएगी. उन्होंने बहुत अच्छे से व्यवहार किया. उन्होंने बताया कि महिला होने के नाते कई चैलेंज होते हैं, लेकिन उन्हें अपने काम के अनुभव का फायदा मिला. बॉलीवुड और पॉलिटिकल प्रेशर का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि क्राइम ब्रांच के काम में पॉलिटिशियन थोड़ा कम इंटरफेयर करते हैं. बॉलीवुड में कई बार धमकियों के मामले सामने आते हैंं. मुंबई में हर प्रोड्यूसर और डायरेक्टर मुंबई के जॉइंट पुलिस कमिश्नर और क्राइम ब्रांच के अधिकारियों का फोन नंबर रखते हैं. जब उन्होंने ऐसे ही एक डायरेक्टर को उनकी जान के खतरे के बारे में जानकारी दी कि उनके नीचे वाले मंजिल पर शूटर उन्हें मारने के लिए बैठे हैं, तब भी वो ये कह रहे थे कि वो उन पर पिक्चर बनाना चाहते हैं.