राजनांदगांव: विश्व विख्यात जैन मुनि आचार्य श्री विद्यासागर महाराज के देवलोक गमन के बाद उनकी समाधि स्थल डोंगरगढ़ में बनाई जाएगी. आचार्य पद के लिए उत्तराधिकारी घोषित जैन मुनि समय सागर जी महाराज आज डोंगरगढ़ तीर्थ स्थल पहुंच गए हैं. अन्य मुनि और अनुयायियों के साथ समय सागर जी महाराज महाराष्ट्र होते हुए चंद्रगिरी पहुंचे हैं.
समय सागर महाराज ने आचार्य श्री को किया नमन: आज शाम को चंद्रगिरी तीर्थ में जैन मुनि समय सागर जी महाराज ने आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज के समाधि स्थल पहुंचकर उन्हें नमन किया. इसके साथ ही चंद्रगिरी में रखे उनकी अस्थि कलश के दर्शन किए. चंद्रगिरी तीर्थ स्थल में अन्य संतों के साथ जैन मुनि श्री समय सागर जी महाराज आगे की रूपरेखा को लेकर मंत्रणा कर रहे हैं. चंद्रगिरी तीर्थ स्थल में बड़ी संख्या में जैन मुनि और सामाजिक लोग मौजूद हैं.
25 फरवरी को देशभर में विनयांजलि सभा: आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज के लिए 25 फरवरी को विनयांजलि सभा का आयोजन होगा. डोंगरगढ़ चंद्रगिरी तीर्थ समेत पूरे देशभर में विनयांजलि सभा आयोजित की जाएगी. दोपहर 1.30 बजे एक साथ पूरे देशभर में जैन मुनि आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज को विनयांजलि दी जाएगी. मुनि श्री समय सागर जी महाराज को विधिवत आचार्य पद देने को लेकर कार्यक्रम कुंडलपुर दमोह मध्य प्रदेश में आयोजित किया जाएगा.
आचार्य श्री के देवलोक गमन होने के बाद मचंद्रगिरी तीर्थ स्थल में आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज की समाधि स्थल बनाई जाएगी. उसके बाद 25 तारीख को आचार्य श्री के विनयांजलि का कार्यक्रम रखा गया है. आचार्य पद ग्रहण करने की बात थी, वह अब कुंडलपुर दमोह मध्य प्रदेश में किया जाएगा. लगभग महावीर जयंती के आसपास उनको आचार्य पद दिया जाएगा. 25 तारीख के बाद यहां के जितने साधु हैं, सब कुंडलपुर जाएंगे. - अशोक झांझरी, सदस्य, चंद्रगिरी तीर्थ ट्रस्ट
डोंगरगढ़ पहुंच रहे जैन मुनि और अनुयायी: डोंगरगढ़ स्थित जैन तीर्थस्थल चंद्रगिरी तीर्थ में आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज ने 18 फरवरी को देह त्याग दिया था. उनके देवलोक गमन के बाद वे पंचतत्व में विलीन हो गए हैं. चंद्रगिरी तीर्थ में ही आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज की समाधि स्थल बनाई जाएगी. उनकी अस्थि कलश चंद्रगिरी तीर्थ डोंगरगढ़ में रखी गई है, जिसके दर्शन के लिए सैकड़ों की संख्या में जैन मुनि और अनुयायी पहुंच रहे हैं.