पटना: चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर पदयात्रा कर रहे हैं और पंचायत तक जा रहे हैं. प्रशांत किशोर को लेकर राष्ट्रीय जनता दल भयभीत नजर आ रही है और प्रदेश अध्यक्ष की ओर से दो पत्र जारी किए गए हैं. अब नेताओं पर कार्रवाई का डंडा चलाया जा रहा है.
PK से जुड़े आरजेडी के दो लीडर: RJD के कई नेता लगातार प्रशांत किशोर से प्रभावित होकर जन सुराज अभियान से जुड़ रहे हैं. अभी कुछ ही दिनों पहले राजद के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह ने एक पत्र जारी कर राजद के नेताओं से जन सुराज में नहीं जुड़ने की अपील की थी और ऐसा करने पर अनुशासनात्मक कार्रवाई करने की बात भी कही थी. लेकिन इसका असर होता नजर नहीं आ रहा है.
किन दो नेताओं पर हुई कार्रवाई?: जगदानंद सिंह ने दूसरी बार पत्र जारी किया है. पार्टी के दो नेता अजीत यादव और आशा जायसवाल को पत्र जारी किया है और इनके खिलाफ कार्रवाई की गई है. भागलपुर के राजद नेता अजीत यादव पार्टी छोड़कर जन सुराज से जुड़ चुके हैं. वह भागलपुर में राजद के जिला प्रवक्ता थे और इसके पहले राजद के किसान प्रकोष्ठ से भी जुड़े रहे हैं.
क्या कहा जगदानंद सिंह ने?: जगदानंद सिंह ने अजीत यादव और आशा जायसवाल के नाम से दो पत्र जारी किया है. उसमें उन्होंने लिखा है कि ज्ञात हो कि आप दल के अनुशासन के विपरित जन सुराज संगठन से जुड़कर दल विरोधी कार्य कर रहे हैं जिससे पार्टी की छवि धुमिल हुई है. अतः आपको दल विरोधी कार्य करने के कारण पार्टी के प्राथमिक सदस्यता से छह वर्षों के लिए निष्कासित किया जाता है.
6 साल के लिए पार्टी से निष्कासित: इसके अलावा राजद नेत्री आशा जायसवाल भी राजद छोड़कर जन सुराज से जुड़ गई हैं. आशा जायसवाल राजद महिला प्रकोष्ठ की जिला अध्यक्ष और सुल्तानगंज से जिला परिषद सदस्य रह चुकी हैं. इन नेताओं के जन सुराज से जुड़ने का असर राजद आलाकमान पर भी दिखने लगा है. राजद के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह ने पत्र लिखकर इन्हें 6 साल के लिए पार्टी से निष्कासित कर दिया है.
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