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स्वामी रामभद्राचार्य ने कहा- बिना क्रांति के कृष्णभूमि नहीं मिलेगी, मुरली से काम नहीं चलेगा अब सुदर्शन चक्र उठाना पड़ेगा

गुरुवार को जगतगुरु स्वामी रामभद्राचार्य महाराज (Jagatguru Swami Rambhadracharya Maharaj in Hathras) हाथरस में थे. उन्होंने कहा कि बिना क्रांति के कृष्ण भूमि हमें नहीं मिलेगी.

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By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Jan 26, 2024, 7:30 PM IST

Updated : Jan 26, 2024, 10:54 PM IST

हाथरस में जगतगुरु स्वामी रामभद्राचार्य

हाथरस: गुरुवार को हाथरस में जगतगुरु स्वामी रामभद्राचार्य महाराज ने कहा कि ब्रज भूमि को एक बार क्रांतिमय बनाना होगा. बिना क्रांति के कृष्ण भूमि हमें नहीं मिलेगी. भगवान राम ने अपने अपमान का बदला ले लिया है. अब कृष्ण भगवान को भी अपने अपमान का बदला लेना चाहिए. जगतगुरु स्वामी रामभद्राचार्य महाराज ने हाथरस के कस्बा लाड़पुर में चल रही 1384 वीं श्री राम कथा के दौरान यह बातें कहीं.

अपनी कथा के दौरान स्वामी रामभद्राचार्य ने कहा कि आज मैं वास्तव में बहुत प्रसन्न हूं. मैं समय राम कथा कहने आया हूं, जब हमने श्री अयोध्या में विश्व का सबसे सुंदर राम मंदिर बना लिया है. रामलला आ गए हैं. राम मंदिर हमने बना लिया है. अब हम काशी और मथुरा प्रारंभ कर रहे हैं. काशी में भगवान विश्वनाथ और ज्ञानवापी चाहिए. उन्होंने कहा ब्रजभूमि को एक बार क्रांतिमय बनाना होगा. बिना क्रांति के कृष्ण भूमि हमें नहीं मिलेगी.

हाथरस में जगतगुरु स्वामी रामभद्राचार्य की राम कथा सुनते श्रद्धालु
हाथरस में जगतगुरु स्वामी रामभद्राचार्य की राम कथा सुनते श्रद्धालु

उन्होंने कहा कि हमने अयोध्या में राम मंदिर बना लिया ., भगवान राम ने अपने अपमान का बदला ले लिया है. अब कृष्ण भगवान को भी अपने अपमान का बदला लेना चाहिए. उन्होंने कहा कि अब मुरली से काम नहीं चलेगा. अब तो सुदर्शन चक्र उठाना पड़ेगा. बृहस्पतिवार की देर शाम को रामभद्राचार्य ने रामचरितमानस की कथा प्रारंभ की.

हाथरस में जगतगुरु स्वामी रामभद्राचार्य ने कहा कि तुलसीदास ने शिव के आठ चरित्र का वर्णन 56 दोहों में किया है. उन्होंने सीता जी की आठ सखियों की चर्चा की और बताया कि राधा जी की भी आठ सखियां हैं. इससे पहले लाड़पुर के केशव देव भगवान के मंदिर से 1100 कलशों की यात्रा भी बैंड बाजा के साथ निकाली गई.

ये भी पढ़ें- ज्ञानवापी केस में बड़ा सवाल: क्या अयोध्या की तरह 355 साल पुराने इस विवाद का अब होगा अंत? जानें अब तक क्या कुछ हुआ

हाथरस में जगतगुरु स्वामी रामभद्राचार्य

हाथरस: गुरुवार को हाथरस में जगतगुरु स्वामी रामभद्राचार्य महाराज ने कहा कि ब्रज भूमि को एक बार क्रांतिमय बनाना होगा. बिना क्रांति के कृष्ण भूमि हमें नहीं मिलेगी. भगवान राम ने अपने अपमान का बदला ले लिया है. अब कृष्ण भगवान को भी अपने अपमान का बदला लेना चाहिए. जगतगुरु स्वामी रामभद्राचार्य महाराज ने हाथरस के कस्बा लाड़पुर में चल रही 1384 वीं श्री राम कथा के दौरान यह बातें कहीं.

अपनी कथा के दौरान स्वामी रामभद्राचार्य ने कहा कि आज मैं वास्तव में बहुत प्रसन्न हूं. मैं समय राम कथा कहने आया हूं, जब हमने श्री अयोध्या में विश्व का सबसे सुंदर राम मंदिर बना लिया है. रामलला आ गए हैं. राम मंदिर हमने बना लिया है. अब हम काशी और मथुरा प्रारंभ कर रहे हैं. काशी में भगवान विश्वनाथ और ज्ञानवापी चाहिए. उन्होंने कहा ब्रजभूमि को एक बार क्रांतिमय बनाना होगा. बिना क्रांति के कृष्ण भूमि हमें नहीं मिलेगी.

हाथरस में जगतगुरु स्वामी रामभद्राचार्य की राम कथा सुनते श्रद्धालु
हाथरस में जगतगुरु स्वामी रामभद्राचार्य की राम कथा सुनते श्रद्धालु

उन्होंने कहा कि हमने अयोध्या में राम मंदिर बना लिया ., भगवान राम ने अपने अपमान का बदला ले लिया है. अब कृष्ण भगवान को भी अपने अपमान का बदला लेना चाहिए. उन्होंने कहा कि अब मुरली से काम नहीं चलेगा. अब तो सुदर्शन चक्र उठाना पड़ेगा. बृहस्पतिवार की देर शाम को रामभद्राचार्य ने रामचरितमानस की कथा प्रारंभ की.

हाथरस में जगतगुरु स्वामी रामभद्राचार्य ने कहा कि तुलसीदास ने शिव के आठ चरित्र का वर्णन 56 दोहों में किया है. उन्होंने सीता जी की आठ सखियों की चर्चा की और बताया कि राधा जी की भी आठ सखियां हैं. इससे पहले लाड़पुर के केशव देव भगवान के मंदिर से 1100 कलशों की यात्रा भी बैंड बाजा के साथ निकाली गई.

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Last Updated : Jan 26, 2024, 10:54 PM IST
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