जबलपुर। व्हीकल फैक्ट्री खमरिया ने दुनिया का सबसे सस्ता एमपीवी (माइन प्रोटक्शन व्हीकल) बनाया है, जो एंटी लैंड माइन व्हीकल है और जिसमें अंतरराष्ट्रीय स्तर की सुविधाएं हैं. सेना के लिए किसी भी विपरीत परिस्थिति में इस वाहन का इस्तेमाल किया जा सकता है. व्हीकल फैक्ट्री खमरिया के जनरल मैनेजर संजीव कुमार भोला ने बताया कि भारत के अलावा दुनिया के कई देशों में इस वाहन की बड़ी मांग है और जबलपुर की व्हीकल फैक्ट्री बड़े पैमाने पर इसका निर्माण करने के लिए तैयार है.
सबसे सस्ता माइन प्रोटक्शन व्हीकल
जबलपुर की व्हीकल फैक्ट्री खमरिया ने एक माइन प्रोटक्शन व्हीकल बनाया है. व्हीकल फैक्ट्री खमरिया के चीफ जनरल मैनेजर संजीव कुमार भोला ने बताया कि यह आज की स्थिति में दुनिया की सबसे सस्ती एमपीवी भी है, जिसमें बहुत अधिक सुविधाएं हैं. यह माइन प्रोटक्शन व्हीकल 6/6 मॉडल पर डिजाइन किया गया है और इसको भारत के हर किस्म के इलाके में टेस्ट किया गया है. इसने मैदानी इलाकों में भी अच्छा परफॉर्मेंस दिखाया है. यह माइन प्रोटक्शन व्हीकल आर्मी के लिए बहुत उपयोगी है.
बुलेट और बम के हमले को झेल सकता है वाहन
व्हीकल फैक्ट्री खमरिया के जनरल मैनेजर संजीव कुमार भोला का कहना है कि ''इस माइन प्रोटक्शन व्हीकल में जवानों की सुविधा के लिए इंटीरियर को बेहतर किया गया है. इसमें जो सेट लगाई गई है वह शॉक अब्जॉर्बर का काम कर रही है. क्योंकि एंटी लैंड माईन व्हीकल के नीचे जब कोई ब्लास्ट होता है तो यह व्हीकल हवा में उछलता है और जब यह वापस नीचे गिरता है तो अंदर बैठे हुए जवानों को चोट आती है. इसी को ध्यान में रखकर पूरा इंटीरियर ऐसे बनाया गया है ताकि किसी भी स्थिति में अंदर बैठा जवान सुरक्षित रहे. वहीं, गाड़ी किसी भी तरह की बुलेट और बम के हमले को झेल सकती है इसमें हमले को रोकने के लिए ब्लड प्रूफ पदार्थ का इस्तेमाल किया गया है.''
भारतीय सेना खरीद रही 1000 गाड़ियां
संजीव कुमार भोला का कहना है कि ''पूरी दुनिया में इतनी सुविधा वाला दूसरा कोई एमपीवी नहीं है जिसमें इतनी ज्यादा क्वालिटी हो और जिसकी कीमत इतनी कम हो. इसलिए भारतीय सेना हमसे 1000 गाड़ियां खरीद ही रही है लेकिन हमारा पूरा ध्यान अंतरराष्ट्रीय बाजार पर है. इसीलिए इसके कुछ वर्जन लेफ्ट हैंड ड्राइव भी बनाए गए हैं, ताकि यूरोपीयन कंट्रीज को भी इसे बेचा जा सके. वहीं, नेपाल, तंजानिया और अफ्रीका के कुछ देशों ने इस वाहन को लेने के लिए मन बनाया है.'' संजीव कुमार भोला का कहना है कि ''यह गाड़ी पूरी तरह से भारतीय है और इतनी अधिक सुविधा वाली इस गाड़ी से एक्सपोर्ट के जरिए फैक्ट्री को बड़ा फायदा होगा.''
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रियर व्यू कैमरा और गन पॉइंट्स की सुविधा
इस माइन प्रोटक्शन व्हीकलमाइन प्रोटक्शन व्हीकल में रियर व्यू कैमरा है. गन पॉइंट्स बनाए गए हैं और इमरजेंसी एग्जिट के लिए गाड़ी के ऊपर से भी एक सुविधा रखी गई है. जबलपुर की व्हीकल फैक्ट्री खमरिया इस व्यावसायिक स्तर पर तैयार करना चाहती है. संजीव कुमार भोला का कहना है कि ''इस गाड़ी को तैयार करने में इस बात का ध्यान भी रखा गया है कि यह अंतरराष्ट्रीय मापदंडों पर खरा उतरे, क्योंकि यूनाइटेड नेशंस भी अपनी सेनाओं के लिए इस तरह की गाड़ियां खरीदता है.''