जबलपुर। वंदे भारत एक्सप्रेस को लेकर जबलपुर क्षेत्र में आईआरसीटीसी की एक चिठ्ठी सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रही है. इस चिठ्ठी में जबलपुर से रायपुर के लिए एक वंदे भारत एक्सप्रेस चलने की बात कही गई है. हालांकि इस चिट्ठी में लिखी गई बातों की पुष्टि कोई नहीं करता, लेकिन इस मांग की पुष्टि सभी लोग कर रहे हैं, क्योंकि लंबे समय से जबलपुर गोंदिया ब्रॉड गेज लाइन पर एक्सप्रेस ट्रेन चलाने की मांग होती रही है और इस रूट पर यदि कोई सुपरफास्ट ट्रेन चलने लगे तो लोगों का मानना है कि इस पूरे इलाके की तस्वीर बदल जाएगी. जिसकी लंबे समय से जबलपुर के लोग इच्छा कर रहे हैं.
जारी किया गया वंदे भारत एक्सप्रेस का शेड्यूल!
रेल उपयोगकर्ता क्षेत्रीय समिति के सदस्य डॉक्टर सुनील मिश्रा का कहना है कि, 'जबलपुर से गोंदिया के लिए वंदे भारत एक्सप्रेस मिलनी चाहिए. वायरल चिठ्ठी में लिखा है कि जबलपुर से रायपुर के लिए एक वंदे भारत एक्सप्रेस चलाने का प्रस्ताव है. इस पत्र में वंदे भारत एक्सप्रेस का शेड्यूल भी जारी किया गया है. जिसके तहत सुबह 7:30 बजे वंदे भारत एक्सप्रेस जबलपुर से रायपुर के लिए रवाना होगी, लेकिन इसका रूट कटनी से नहीं जाएगा बल्कि यह गाड़ी जबलपुर से गोंदिया रूट पर चलेगी और कछपुरा, नैनपुर, बालाघाट, गोंदिया और राजनांदगांव से होते हुए दुर्ग पहुंचेगी. फिर रायपुर पहुंचकर वहां से 3:15 बजे रवाना होकर 9:10 पर जबलपुर आ जाएगी.'
रेलवे अधिकारियों ने वायरल पत्र को बताया गलत
आईआरसीटीसी का यह पत्र जबलपुर के रेलवे अधिकारियों के अनुसार सही नहीं है और वह इसकी पुष्टि नहीं करते हैं. आपको बता दें कि जबलपुर और रायपुर के लिए अभी मात्र दो रेल गाड़ियां हैं. अमरकंटक एक्सप्रेस और इंदौर बिलासपुर एक्सप्रेस. इन दोनों ही ट्रेनों में लगातार वेटिंग चलती है और जबलपुर से छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर आने जाने में लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ता है. वहीं, अभी रायपुर जाने के लिए जिस रूट का इस्तेमाल किया जाता है. वह बहुत लंबा है. यदि जबलपुर गोंदिया ब्रॉड गेज लाइन पर कोई एक्सप्रेस गाड़ी चलती है, तो इसमें मात्र 6 घंटे में ही रायपुर पहुंचा जा सकता है.
क्षेत्रीय रेल उपयोगकर्ता समिति के सदस्य ने की मांग
डॉ. सुनील मिश्रा क्षेत्रीय रेल उपयोगकर्ता समिति के सदस्य हैं. उनका कहना है कि जबलपुर से रायपुर के लिए रेलगाड़ी की मांग लंबे समय से चली आ रही है. बल्कि जबलपुर गोंदिया नेरो गेट को ब्रॉड गेज करना इसी मांग का एक हिस्सा था, लेकिन इस रूट पर कोई एक्सप्रेस ट्रेन नहीं चल रही है और वह मांग कर रहे हैं कि यदि इस रूट पर वंदे भारत एक्सप्रेस चालू हो जाए तो यह सोने पर सुहागा हो जाएगा. न केवल जबलपुर और रायपुर के लोगों के लिए यह सुविधा हो जाएगी बल्कि मंडला बालाघाट और गोंदिया के यात्री भी विकास की दौड़ में शामिल हो जाएंगे.
नेताओं से नाराज हैं क्षेत्रीय लोग
डॉ सुनील मिश्रा का कहना है कि, "उनकी मांगों पर इसलिए विचार नहीं हो पाता क्योंकि जबलपुर गोंदिया ब्रॉड गेज साउथ ईस्टर्न सेंट्रल रेलवे के पास है और यह मांग पश्चिम मध्य रेलवे के सामने की जाती है. यदि जबलपुर गोंदिया ब्रॉड गेज को साउथ ईस्टर्न सेंट्रल रेलवे की बजाय पश्चिम मध्य रेलवे को दे दिया जाए तो अब तक इस रूट पर कई बड़ी रेलगाड़िया चलना शुरू हो जाती. मध्य प्रदेश के चुनाव में जबलपुर गोंदिया ब्रॉड गेज पर वंदे भारत एक्सप्रेस चलने की मांग या वादा होना चाहिए था क्योंकि यह अकेली रेलगाड़ी पूरे इलाके की विकास की गति में चार चांद लगा देती. इससे मध्य प्रदेश के एक बड़े इलाके में आर्थिक गतिविधियां बढ़ जाती. लेकिन इतनी महत्वपूर्ण बात किसी भी बड़े नेता के मुंह से नहीं निकली."