जबलपुर. नर्मदा मिशन से जुड़े हुए संत भैयाजी सरकार का दावा है कि बिना अन्न ग्रहण किए 4 सालों से वे केवल नर्मदा जल पी रहे हैं. इसके अलावा वे कोई आहार नहीं लेते. नर्मदा जल के अलावा वे ना तो कोई फल लेते हैं और ना ही कोई दूसरा भोजन करते हैं लेकिन इसके बावजूद वे पूरी तरह से स्वस्थ हैं. इस समय भी वे नर्मदा परिक्रमा कर रहे हैं.
तपस्या का नतीजा या कोई चमत्कार?
भैया जी सरकार के इस दावे पर अब राज्य सरकार शोध करवा रही है. जबलपुर कलेक्टर दीपक सक्सेना ने डॉक्टर का एक दल बनाया है, जो भैया जी सरकार के इस दावे की जांच करेगा कि वे केवल नर्मदा जल पर कैसे पूरी तरह स्वस्थ रह सकते हैं. उन्हें भोजन की जरूरत क्यों नहीं पड़ती? भैया जी सरकार के खून की जांच की गई है. उनके शरीर के वैज्ञानिक परीक्षण किए गए हैं. इस टीम को मध्य प्रदेश मेडिकल यूनिवर्सिटी के पूर्व कुलपति डॉक्टर आरएस शर्मा लीड कर रहे हैं.
कौन हैं जबलपुर के भैया जी सरकार?
भैया जी सरकार जबलपुर के ही रहने वाले हैं और लगभग 10 सालों से नर्मदा से जुड़े हुए मुद्दों पर आंदोलन करते रहे हैं. उन्होंने मध्य प्रदेश हाईकोर्ट में भी नर्मदा में मिलने वाले गंदे नालों के खिलाफ एक याचिका भी लगाई थी. इसके अलावा नर्मदा शुद्धि को लेकर सड़कों पर कई आंदोलन भी किए हैं. नर्मदा से निकलने वाली रेत के अवैध उत्खनन को रोकने के लिए भी उन्होंने धरने प्रदर्शन भी किए हैं. 4 साल पहले एक आंदोलन के दौरान ही निराहार रहकर उन्होंने केवल नर्मदा जल पीना शुरू किया था और यह दावा किया था कि जब तक नर्मदा की पूरी तरह शुद्ध नहीं हो जाती तब तक भी भोजन ग्रहण नहीं करेंगे.
शोध में लगाया जाएगा इन बातों का पता
4 सालों से भैया जी सरकार बिना भोजन रहने का दावा कर रहे हैं. ये दावा चौंकाने वाला है इसी वजह से इस दावे का वैज्ञानिक परीक्षण भी किया जा रहा है. इसके साथ इस बात पर भी शोध किया जा रहा है कि आखिर कोई शख्स बिना भोजन किया कैसे पूरी ऊर्जा के साथ जिंदा रह सकता है? भैया जी सरकार के शरीर के वैज्ञानिक परीक्षण के लिए खून के नमूने लिए गए हैं. इसके साथ ही उनके शरीर के दूसरे अंगों की जांच की गई है. आने वाले 15 दिनों तक लगातार यह सिलसिला चलेगा इसके बाद डॉक्टर यह बताने की स्थिति में होंगे कि केवल नर्मदा जल पीकर भी क्या जिंदा रहा जा सकता है?