जबलपुर: जबलपुर पुलिस ने एक शातिर ड्रग डीलर को गिरफ्तार किया है जो जबलपुर में बड़े पैमाने पर नशे के इंजेक्शन का कारोबार करता था. क्राइम ब्रांच पुलिस ने इसके पास से 18 हजार नशे के इंजेक्शन जब्त किए हैं जिनकी कीमत लगभग 11 लाख रुपये बताई जा रही है. दरअसल जबलपुर की क्राइम ब्रांच पुलिस ने पिछले साल अमित परयानी नाम के एक ड्रग डीलर को पकड़ा था.
गुजरात से मंगाए जाते थे इंजेक्शन
अमित ने बताया था कि उसे यह माल महेश साहू नाम का एक ड्रग डीलर सप्लाई करता है. उसने शाहनवाज नाम के ड्रग लाइसेंस पर गुजरात की कंपनी से यह माल मंगवाया है. इसके बाद जबलपुर पुलिस महेश साहू और शाहनवाज को तलाश कर रही थी. लेकिन पुलिस को न तो महेश साहू का पता चल रहा था और ना ही शाहनवाज का.
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दरअसल महेश साहू और शाहनवाज नाम का कोई ड्रग डीलर था ही नहीं. पुलिस ने बारीकी से जब इस मामले में खंगालना शुरू किया तो वह महेश विश्वकर्मा नाम के एक आदमी तक पहुंची. महेश ने बीते दिनों रांची के एक खंडहर में इंजेक्शन की एक खेप की डिलीवरी की थी. पुलिस ने महेश विश्वकर्मा को पकड़ा था.
पहले एक दवा की दुकान पर काम करता था आरोपी, पैसे कमाने के लिए करने लगा नशे के इंजेक्शन का कारोबार
पुलिस ने महेश से जब कड़ाई से पूछताछ की तो उसने बताया कि उसी का नाम महेश साहू है. शाहनवाज नाम के ड्रग लाइसेंस पर कंपनी से गुजरात से नशे के इंजेक्शन मंगवाए जाते हैं. वह काम भी वह खुद ही करता है. महेश ने बताया कि वह गोपाल बाग के पास एक दवा की दुकान पर काम करता था. यहीं पर लोग नशे के इंजेक्शन खरीदने के लिए आते थे. जो कई गुना दाम पर यहां बेचे जाते थे. उसने तय किया कि वह इसी नशे के इंजेक्शन के कारोबार को आगे बढ़ाएगा.
उसने सबसे पहले अपना नाम बदला और फर्जी कागजातों के आधार पर शाहनवाज नाम से एक ड्रग लाइसेंस बनवाया. महेश ने जबलपुर के कई इलाकों में अपने गोदाम बना रखे थे. इसके ज्यादातर गोदामों में सीसीटीवी कैमरे लगे थे और वह पुलिस की हर गतिविधि पर वह नजर रखता था.