जबलपुर। 15 मार्च को जबलपुर के मिलेनियम कॉलोनी में पिता और पुत्र की हत्या के मामले में आरोपी मुकुल सिंह ने देर रात शहर के सिविल लाइन थाने में सरेंडर कर दिया है. वहीं हरिद्वार में मुकुल सिंह के साथ गई नाबालिग लड़की भी मिल गई है. एक ओर हरिद्वार से पुलिस नाबालिक लड़की को लेकर आ रही है और दूसरी तरफ मुकुल सिंह को पुलिस ने किसी अज्ञात स्थान पर रखा है. शुक्रवार को इस मामले का खुलासा होगा कि मुकुल सिंह लड़की को डरा धमका कर अपने साथ ले गया था या फिर वह अपनी मर्जी से मुकुल के साथ गई थी.
सरकारी फ्लैट में मिले थे पिता-पुत्र के शव
15 मार्च को रेलवे की मिलेनियम कॉलोनी के एक सरकारी फ्लैट में दो शव मिले थे. जिसमें एक लाश 52 साल के राजकुमार विश्वकर्मा की थी और दूसरी लाश उन्हीं के नाबालिग बेटे तनिष्क की थी. दोनों की हत्या बड़ी बेरहमी से की गई थी और उनके सिर पर हथोड़ा मारा गया था. इसके बाद आरोपी ने बेटे के शव को फ्रिज में रख दिया गया था. इस घटना की जानकारी जबलपुर की सिविल लाइन पुलिस को लगभग 8 घंटे बाद मिली थी.
नाबालिग लड़की से प्यार करता था आरोपी
पिपरिया में रहने वाले राजकुमार विश्वकर्मा के भाई की लड़की के मोबाइल पर एक एसएमएस आया. जिसमें लिखा था कि मुकुल ने मेरे भाई और मेरे पिता की हत्या कर दी है. यह एसएमएस राजकुमार विश्वकर्मा की लड़की ने किया था. मुकुल सिंह इसी कॉलोनी का रहने वाला था और वह राजकुमार विश्वकर्मा की नाबालिग लड़की से प्यार करता था. लेकिन राजकुमार विश्वकर्मा ने मुकुल सिंह को छेड़छाड़ के मामले में एक साल की सजा करवा दी थी. जेल से छूटने के बाद मुकुल ने इस हत्याकांड का प्लान बनाया और दोनों की हत्या करने के बाद लड़की के साथ जबलपुर से फरार हो गया.
पैसा खत्म हुआ तो लड़की के साथ पहुंचा हरिद्वार
मुकुल सिंह अपने साथ नाबालिग लड़की को भी लेकर गया था. हालांकि, इन दोनों ही आरोपियों के खिलाफ पुलिस ने देश भर में अलर्ट जारी कर रखा था. मुकुल सिंह के पोस्टर्स देश भर के कई थानों में भेजे गए थे. इन्हीं के आधार पर हरिद्वार पुलिस ने दो दिन पहले मुकुल के साथ भागी लड़की को पकड़ लिया. लड़की ने बताया कि ''मुकुल सिंह के पास जब तक पैसा था तब तक वह बड़ी-बड़ी होटल में रुकता था और हम बेंगलुरु, पुणे, मथुरा और चंडीगढ़ में रुक रहे थे. लेकिन जब पैसा खत्म हुआ तो मुकुल मुझे लेकर हरिद्वार आ गया. यहां पर हम एक आश्रम में रह रहे थे और भंडारे में खाना खाते थे.'' हरिद्वार में यह लड़की रोज शाम सरकारी अस्पताल के बरामदे में आती थी. फिर लोगों को शक हुआ और इस शक के आधार पर लोगों ने पुलिस को जानकारी दी. इसके बाद पुलिस ने इसे गिरफ्तार कर लिया. एक तरफ पुलिस हरिद्वार में लड़की को लेने गई थी और दूसरी ओर गुरुवार देर रात मुकुल सिंह ने जबलपुर के सिविल लाइन थाने में सरेंडर कर दिया. पुलिस ने देर रात उसे हिरासत में लेकर किसी अज्ञात स्थान पर रखा है.