जबलपुर। अगर आपके बच्चे पिज्जा-बर्गर खाने की जिद कर रहे हों या फिर आपका भी मन नामचीन रेस्टोरेंट में फास्ट फूड खाने का कर रहा हो तो सावधान हो जाएं. क्योंकि रेस्टोरेंट या होटल में बना पिज़्ज़ा बर्गर कहीं सड़ी गली सब्जी, पनीर, चीज से न बना हो, जिसे खाने से आपके बच्चे बीमार हो जाएं. इसी को लेकर मिलावट से मुक्ति अभियान के तहत खाद्य विभाग की टीम लगातार कार्रवाई कर रही है. कलेक्टर दीपक सक्सेना के मार्गदर्शन में बनाई गई टीम अब तक शहर के करीब 200 ज्यादा प्रतिष्ठानों में कार्रवाई कर चुकी है.
मैकडॉनल्ड एस और बर्गर सिंह कैफे की शिकायत
खाद्य विभाग की टीम ने राइट टाउन स्थित बर्गर सिंह कैफे पर छापा मारा, जहां उपयोग की जाने वाली वस्तुओं का नमूना सैंपल लिए. जिसे जांच के लिए लैब भेजा गया है. दरअसल, जबलपुर में मिलावट से मुक्ति अभियान के तहत दूध, दूध से बने खाद्य पदार्थ, मावा, पनीर, मिठाइयां और अन्य खाद्य पदार्थ में मिलावट की रोकथाम के लिए लगातार अभियान चल रहा है. खाद्य विभाग की टीम को मैकडॉनल्ड एस और बर्गर सिंह कैफे को लेकर शिकायत मिली थी. जहां सोमवार देर शाम खाद्य विभाग की टीम ने बर्गर सिंह कैफे में छापा मारा. कैफे में बनने हर आइटम की भी जांच की गई. पिज़्ज़ा बर्गर जैसे फास्ट फूड में हानिकारक पदार्थों के अलावा चीज पनीर, हरी सब्जी सहित अन्य सामग्रियों की भी जांच कर सैंपल लिए गए.
ये खबरें भी पढ़ें... मिलावटखोरों पर HC का कड़ा रुख, CS और खाद्य कमिश्नर पेश करें एफिडेविट, कब शुरू होगी लेबोरटरी सवा साल में 459 मिलावटखोरों पर मामले दर्ज, 38 के विरुद्ध एनएसए की कार्रवाई |
टीम को देखकर बासी सामग्री फेंकने की कोशिश
इस दौरान अधिकारियों को देखकर कैफे के कर्मचारियों ने बासी सामग्री हटाने की कोशिश की. टीम ने बारीकी से जांच की तो किचन में गंदगी और कई खाद्य सामग्रियों की गुणवत्ता संदिग्ध मिली. खाद्य एवं औषधि प्रशासन विभाग के अधिकारी पंकज श्रीवास्तव ने बताया कि राइट टाउन स्थित मानस भवन के सामने बर्गर सिंह कैफे में खराब वस्तुओं से सैंडविच, बर्गर सहित फूड आइटम तैयार कर बेचे जा रहे थे. संदेह है कि एक ही तेल को बार-बार गर्म कर बर्गर में लगाई जाने वाली टिकिया को फ्राई किया जाता है.