जबलपुर। जिले में 15 मार्च को एक खबर आई थी कि एक प्रेमी और उसकी नाबालिग प्रेमिका ने अपने ही नाबालिग भाई और पिता की हत्या कर दी है. इस घटना के बाद से ही आरोपी मुकुल और उसकी नाबालिग प्रेमिका फरार चल रहे थे, लेकिन 2 दिन के घटनाक्रम में नाबालिग लड़की हरिद्वार में मिली और लड़के ने थाने में सरेंडर कर दिया. इन दोनों से पूछताछ में कुछ सनसनीखेज खुलासे हुए हैं. इस कहानी में प्रेमी-प्रेमिका हत्या और हत्या के बाद हनीमून का घटनाक्रम सामने आया है.
जबलपुर की मिलेनियम कॉलोनी में हत्या करके भागने वाले मुकुल सिंह को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है. मुकुल सिंह ने बताया कि 'पिछले साल लड़की के पिता राजकुमार विश्वकर्मा ने उसके प्रेम के बीच में दीवार डाल दी थी. उसके खिलाफ छेड़छाड़ की शिकायत की थी. जिसके बाद उसे जेल भेज दिया गया था. यहां से जब वह सजा काट के लौटा था, तभी उसने तय कर लिया था कि अब वह अपनी प्रेम को पाकर रहेगा. भले ही इसके लिए उसे किसी भी हद तक क्यों न गुजरना पड़े.'
आरोपी युवक ने छाती पर बनवाया था टैटू
मुकुल सिंह अपने प्यार को पाने के लिए इस हद तक पागल हो गया था कि उसने अपने छाती पर एक टैटू बनवाया था. टैटू में पांच खोपड़ियां बनवाई थी. इसमें एक पुलिस वाले, लड़की के पिता और जो-जो उसके बीच में आएगा, उन सब की हत्या का प्लान था. पुलिस अधीक्षक आदित्य प्रताप सिंह ने बताया कि सजा काटने के बाद मुकुल अपनी प्रेमिका से लगातार बात करने की कोशिश कर रहा था, लेकिन उसकी बात नहीं हो पाती थी. इसलिए इन दोनों ने एक एप का सहारा लिया, जिसमें घर वालों को लगा कि यह गेम खेल रहे हैं. जबकि एप के जरिए मुकुल अपनी प्रेमिका से बात करता था. इसी एप के दौरान इन दोनों ने इस हत्या का प्लान किया था.
पहले पिता फिर छोटे भाई पर कुल्हाडी से वार
मुकुल सिंह ने हत्या से जुड़े प्लान को पूरा करने एप का सहारा भी लिया था. कुछ ऐसे गेम भी देखे थे. जिनमें हत्या से जुड़ी चीजें होती थी. इसके बाद 15 मार्च के दिन मुकुल मिलेनियम कॉलोनी में पहुंचा. जहां उसने सबसे पहले पिता राजकुमार विश्वकर्मा के ऊपर वार किया. जब पिता चिल्लाने लगे तो इस आवाज को सुनकर छोटा भाई तनिष्क निकला. जिस कुल्हाड़ी से मुकुल ने लड़की के पिता पर वार किया था. उसी कुल्हाड़ी से उसने तनिष्क के सिर पर वार किया. जब दोनों की जान निकल गई, तब मुकुल सिंह ने अपनी प्रेमिका के साथ इन दोनों शवों को काटना शुरू किया, लेकिन इसके पहले ही बहुत सारा खून देखकर यह दोनों डर गए.
हत्या करने के बाद नाश्ता किया और पैसे किए ट्रांसफर
इन्होंने अपने प्लान में थोड़ा चेंज किया, पहले उनकी योजना थी कि यह शव को काटेंगे और बैग में भरकर उसे कहीं फेंक देंगे, लेकिन बाद में इन्होंने खून को पोछा और शव को पॉलिथीन से लपेट कर रख दिया. इसके बाद यह इस फ्लैट में रुके रहे. इन लोगों ने नाश्ता किया, दूध पिया. पिता के अकाउंट से पैसे ट्रांसफर किए. फिर यह इस फ्लैट से रवाना हुए.
पिता और भाई की हत्या के बाद हनीमून पर गए
इस हत्याकांड को अंजाम देने के बाद मुकुल को लग रहा था कि उसने अपनी प्रेमिका को पा लिया है. यह हत्याकांड से भागने की बजाय हनीमून पर निकले थे. इसलिए सबसे पहले यह जबलपुर से कटनी,पुणे, मुंबई, बेंगलुरु, कलबुर्गी, कोलकाता, गुवाहाटी और शिलांग से होते हुए मथुरा वृंदावन से चंडीगढ़ पहुंचे. इस दौरान इनका पैसा लगभग खर्च हो गया था. इसलिए इन्होंने तय किया कि वे अब हरिद्वार में रहेंगे. पुलिस का कहना है कि टांगली में इन लोगों ने भीख भी मांगी है और भंडारों में खाना खाया है. इसके साथ ही कुछ दिनों तक तो थालियां में बचा हुआ झूठा खाना भी इन्हें खाना पड़ा.
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हरिद्वार से पकड़ी गई नाबालिग बेटी
जब मुकुल की प्रेमिका पकड़ी गई, उस दौरान वह एक सरकारी अस्पताल के गार्डन में सोई हुई थी. अस्पताल की ही टॉयलेट का इस्तेमाल करती थी. इसी दौरान नगर रक्षा समिति की एक महिला पुलिस की नजर इस पर पड़ी. संदेह होने की वजह से उससे पूछताछ की गई. पूछताछ के दौरान लड़की ने राज खोल दिए. इसकी जानकारी मिलती ही जबलपुर पुलिस हरिद्वार के लिए रवाना हुई थी, लेकिन बीती रात मुकुल सिंह ने जबलपुर के सिविल लाइन थाने में आकर सरेंडर कर दिया. अब जबलपुर पुलिस अधीक्षक आदित्य प्रताप सिंह का कहना है कि 'मुकुल सिंह को रिमांड में लिया जाएगा. लड़की भले ही नाबालिग है, लेकिन उसे जुवेनाइल जस्टिस बोर्ड के सामने पेश किया जाएगा. यह कोशिश की जाएगी कि उसके खिलाफ नाबालिग ना मानते हुए, वयस्क मानकर सुनवाई की जाए.
आरोपी प्रेमी ने किया सरेंडर
जबलपुर पुलिस अधीक्षक का कहना है कि यह पूरा हत्याकांड एक सोची समझी साजिश के तहत किया गया है. शुरुआत में लड़का इस कोशिश में था कि इस पूरे मामले में लड़की आरोपी ना बने और वह अपने प्यार की वजह से लड़की को बचाना चाहता था, लेकिन बाद में जब लड़की पकड़ी गई. तब उसे लगा कि कहीं लड़की सरकारी बयान बनकर उसे फंसा न दे, इसलिए उसने भी सरेंडर कर दिया.