जबलपुर: पुलिस अधीक्षक कार्यालय में शुक्रवार को कांग्रेस और अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने जमकर हंगामा किया. दरअसल, जबलपुर के एक महिला महाविद्यालय की लड़कियों ने आरोप लगाया है कि उन्हें एक आरोपी ब्लैकमेल कर रहा है, जिसमें वह एआई के जरिए उनकी गंदी तस्वीर बना रहा है और उसके एवज में उनसे पैसे मांग रहा है. लड़कियों का कहना है कि आरोपी खुद को पुलिस वाला बता रहा है. वहीं पुलिस इसको सामान्य साइबर फ्रॉड की घटना मान रही है.
अश्लील वीडियो के नाम पर मांगे रुपए
जबलपुर के महाविद्यालय की एक छात्रा ने आरोप लगाया है कि ''मेरे मोबाइल पर एक कॉल आया और कॉल करने वाले ने अपना नाम विक्रम गोस्वामी बताया था. कॉल करने वाला खुद को एक पुलिस अधिकारी बता रहा था. इसके बाद आरोपी विक्रम ने कहा कि तुम्हारे मोबाइल से एक अश्लील वीडियो जारी हुआ है. इस वीडियो में तुम दिख रही हो और मैं तुम्हें जानता हूं यदि तुम पुलिसिया कार्रवाई में फंसना नहीं चाहती तो मैं एक नंबर भेज रहा हूं इस पर पैसे भेज दो. मैं तुम्हारा नाम और यह मैसेज अलग कर दूंगा और यदि तुमने ऐसा नहीं किया तो तुम्हारा यह वीडियो वायरल हो जाएगा.''
![Jabalpur ABVP and Congress protest](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/06-09-2024/mp-jab-01-blackmail-7211635_06092024141253_0609f_1725612173_389.jpg)
60 से ज्यादा छात्राओं को किया गया फोन
पीड़ित छात्रा ने जब यह बात अपने दूसरे साथियों के साथ साझा की तो पता लगा कि इस कॉलेज की 60 से ज्यादा छात्राओं के पास ऐसे फोन आए हैं और इनमें से कुछ छात्राओं ने तो पैसे भी भेज दिए हैं. इस मामले की प्राथमिक शिकायत छात्राओं ने कॉलेज प्रबंधन से की, लेकिन प्रबंधन पर मामले को गंभीरता से नहीं लेने का आरोप लगाया गया है. यह घटना लगभग एक माह पुरानी बताई गई है. इसी मामले को लेकर 6 सितंबर को ABVP ने आरोपी को पकड़ने की मांग के लिए पुलिस अधीक्षक कार्यालय का घेराव किया.
एबीवीपी ने किया प्रदर्शन
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के नेता माखन शर्मा का कहना है कि ''इस बात की जानकारी सदस्यता कार्यक्रम के दौरान लगी थी, इसके बाद इस मामले को पुलिस तक पहुंचा गया है. अभी तक दो लड़कियों ने इस मामले में शिकायत भी दर्ज करवाई है. अन्य लड़कियां भी शिकायत करना चाहती हैं, लेकिन वह कानूनी कार्रवाई से बचना चाह रही हैं.'' वहीं इसी मुद्दे पर जबलपुर उत्तर मध्य विधानसभा के पूर्व विधायक विनय सक्सेना भी कांग्रेस कार्यकर्ताओं के साथ पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुंचे.
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कांग्रेस ने की एसआईटी जांच की मांग
पूर्व विधायक विनय सक्सेना ने कहा कि ''यह मामला गंभीर है और इस मामले की जांच एसआईटी के जरिए एक टीम बनाकर की जानी चाहिए.'' कांग्रेसियों का कहना है कि वह पुलिस के इस बयान से संतुष्ट नहीं है जिसमें पुलिस इसे सामान्य साइबर फ्रॉड की घटना बता रही है. जबलपुर की मदन महल पुलिस ने इस मामले में एक साइबर फ्रॉड का मुकदमा भी दर्ज किया है, लेकिन राजनीतिक दलों का कहना है कि यह सामान्य साइबर फ्रॉड की घटना नहीं है, बल्कि यह छात्र-छात्राओं की अस्मिता से जुड़ा हुआ सवाल है. इसलिए पुलिस को इसकी गंभीरता को समझते हुए इसे सामान्य घटना न मानकर गंभीर घटना मानते हुए जांच करनी चाहिए.