ETV Bharat / state

भारत का इकलौता केबल स्टे ब्रिज जिसके नीचे है रेलवे स्टेशन, इंजीनियरिंग का अजूबा - JABALPUR LONGEST CABLE BRIDGE

मध्य प्रदेश का सबसे बड़ा केबल स्टे ब्रिज तैयार, 385 मीटर लंबा ब्रिज जिसके नीचे बना प्लेटफार्म किसी अजूबे से कम नहीं. देखें जबलपुर से संवाददाता विश्वजीत सिंह राजपूत की स्पेशल रिपोर्ट.

MADHYA PRADESH BIGGEST BRIDGE READY
इस ब्रिज आईआईटी के इंजीनियर का डिजाइन (ETV Bharat)
author img

By ETV Bharat Madhya Pradesh Team

Published : Dec 10, 2024, 10:56 PM IST

Updated : Dec 11, 2024, 5:55 PM IST

जबलपुर (विश्वजीत सिंह राजपूत): मध्य प्रदेश के जबलपुर में सिंगल स्पान केबल स्टे ब्रिज बनाया गया है. जिसका निर्माण लगभग पूरा हो चुका है. यह पुल 2 बड़े-बड़े पिलर्स पर खड़ा हुआ है, जिसकी लंबाई लगभग 385 मीटर है. मध्य प्रदेश का सबसे बड़ा केवल स्टेट ब्रिज है. संभवता ऐसा यह पहला ब्रिज है, जिसके ठीक नीचे एक रेलवे स्टेशन है. इस रेलवे स्टेशन का नाम मदन महल है. इस पुल का निर्माण मध्य प्रदेश सरकार के लोक निर्माण विभाग ने करवाया है.

जबलपुर शहर की बनावट

जबलपुर शहर की बशाहट रेलवे लाइन के दोनों तरफ बड़े पैमाने पर बस रहा है. दिनभर लोगों को अपने कामकाज के लिए शहर के एक हिस्से से दूसरे हिस्से में आना जाना पड़ता है. आवागमन के लिए जबलपुर में रेलवे लाइन के नीचे से 4 अंडर पास हैं और 2 ओवर ब्रिज है, लेकिन यातायात के दबाव के चलते इन सभी स्थान पर दिन भर ट्रैफिक जाम के हालात बने रहते थे. इसी के चलते जबलपुर में एक फ्लाई ओवर स्वीकृत किया गया. लोक निर्माण विभाग लगभग 7 किलोमीटर लंबा यह फ्लाई ओवर बना रहा है.

2 बड़े-बड़े पिलर्स पर खड़ा जबलपुर का ब्रिज (ETV Bharat)

रेलवे स्टेशन बना था चुनौती

इस फ्लाईओवर का एक हिस्सा ठीक मदन महल स्टेशन के ऊपर से होकर गुजर रहा है. जब इसकी योजना बनाई जा रही थी, तब इंजीनियरों के सामने कई बड़ी चुनौतियां थी. लोक निर्माण विभाग के अधीक्षण यंत्री शिवेंद्र सिंह ने बताया, "उस समय सबसे बड़ी चुनौती यह थी कि रेलवे स्टेशन के अलावा और कहीं से इसे निकाला नहीं जा सकता था. रेलवे स्टेशन पर मौजूदा 4 रेल लाइनों के अलावा दोनों तरफ प्लेटफार्म थे. भविष्य की योजना को देखते हुए यदि रेलवे स्टेशन को और चौड़ा किया गया तो यह पुल बाधा न बने, इसलिए इसकी चौड़ाई बढ़ाई गई है. बीच में कोई भी पिलर न डालने की चुनौती थी, इसलिए इसे सिंगल स्पाम केबल स्टे ब्रिज के रूप में बनाने का फैसला लिया गया."

Jabalpur Longest Cable Bridge
मध्य प्रदेश का सबसे बड़ा ब्रिज बनकर तैयार (ETV Bharat)

आईआईटी के इंजीनियर का डिजाइन

इस ब्रिज में रेलवे स्टेशन के दोनों तरफ 2 बड़े-बड़े पिलर हैं. इन दोनों पिलर्स पर यह 385 मीटर लंबा ब्रिज लटका हुआ है. इसे मोटे-मोटे केबल से बनाया गया है. इस ब्रिज का डिजाइन आईआईटी मुंबई और मद्रास के इंजीनियर ने मिलकर बनाया था. इसे दक्षिण भारत की सीसी नाम की कंपनी ने निर्मित किया है.

JABALPUR CABLE STYA BRIDGE
इंजीनियरिंग का गजब नमूना (ETV Bharat)

निर्माण का अनोखा तरीका

इस ब्रिज का काम बीते लगभग 3 सालों से चल रहा था, जो इस माह पूरे होने की संभावना है. ब्रिज के दोनों हिस्सों को आपस में जोड़ दिया गया है. निर्माण की खासियत यह रही की पूरे निर्माण के दौरान एक भी दिन के लिए भी ट्रेनों के आवागमन को नहीं रोका गया. वहीं दूसरी तरफ निर्माण के कोई भी सपोर्ट जमीन से नहीं लिया गया, बल्कि ऊपर ही एक सपोर्टिंग सिस्टम था, जो धीरे-धीरे आगे बढ़ता गया और यह निर्माण लगभग पूरा हो गया. इसका लगभग 192 मीटर लंबा हिस्सा रेलवे स्टेशन के ऊपर से गुजर रहा है."

56 एक्स्ट्रा डोज केबल्स

इस केवल ब्रिज में 56 एक्स्ट्रा डोज केवल लगाई गई है. यह ब्रिज लगभग 70 टन वजन को उठाने की क्षमता रखता है. इसकी जमीन से ऊंचाई लगभग 37 मीटर है. दोनों पिलर्स को बनाने के लिए बड़ी-बड़ी क्रेन के अलावा दोनों पिलर्स में अस्थाई लिफ्ट भी लगाई गई हैं. जबलपुर भूकंप संवेदी क्षेत्र है, इसलिए इन पिलर्स को बहुत मजबूती से भूकंप रोधी तकनीक से बनाया गया है.

जबलपुर (विश्वजीत सिंह राजपूत): मध्य प्रदेश के जबलपुर में सिंगल स्पान केबल स्टे ब्रिज बनाया गया है. जिसका निर्माण लगभग पूरा हो चुका है. यह पुल 2 बड़े-बड़े पिलर्स पर खड़ा हुआ है, जिसकी लंबाई लगभग 385 मीटर है. मध्य प्रदेश का सबसे बड़ा केवल स्टेट ब्रिज है. संभवता ऐसा यह पहला ब्रिज है, जिसके ठीक नीचे एक रेलवे स्टेशन है. इस रेलवे स्टेशन का नाम मदन महल है. इस पुल का निर्माण मध्य प्रदेश सरकार के लोक निर्माण विभाग ने करवाया है.

जबलपुर शहर की बनावट

जबलपुर शहर की बशाहट रेलवे लाइन के दोनों तरफ बड़े पैमाने पर बस रहा है. दिनभर लोगों को अपने कामकाज के लिए शहर के एक हिस्से से दूसरे हिस्से में आना जाना पड़ता है. आवागमन के लिए जबलपुर में रेलवे लाइन के नीचे से 4 अंडर पास हैं और 2 ओवर ब्रिज है, लेकिन यातायात के दबाव के चलते इन सभी स्थान पर दिन भर ट्रैफिक जाम के हालात बने रहते थे. इसी के चलते जबलपुर में एक फ्लाई ओवर स्वीकृत किया गया. लोक निर्माण विभाग लगभग 7 किलोमीटर लंबा यह फ्लाई ओवर बना रहा है.

2 बड़े-बड़े पिलर्स पर खड़ा जबलपुर का ब्रिज (ETV Bharat)

रेलवे स्टेशन बना था चुनौती

इस फ्लाईओवर का एक हिस्सा ठीक मदन महल स्टेशन के ऊपर से होकर गुजर रहा है. जब इसकी योजना बनाई जा रही थी, तब इंजीनियरों के सामने कई बड़ी चुनौतियां थी. लोक निर्माण विभाग के अधीक्षण यंत्री शिवेंद्र सिंह ने बताया, "उस समय सबसे बड़ी चुनौती यह थी कि रेलवे स्टेशन के अलावा और कहीं से इसे निकाला नहीं जा सकता था. रेलवे स्टेशन पर मौजूदा 4 रेल लाइनों के अलावा दोनों तरफ प्लेटफार्म थे. भविष्य की योजना को देखते हुए यदि रेलवे स्टेशन को और चौड़ा किया गया तो यह पुल बाधा न बने, इसलिए इसकी चौड़ाई बढ़ाई गई है. बीच में कोई भी पिलर न डालने की चुनौती थी, इसलिए इसे सिंगल स्पाम केबल स्टे ब्रिज के रूप में बनाने का फैसला लिया गया."

Jabalpur Longest Cable Bridge
मध्य प्रदेश का सबसे बड़ा ब्रिज बनकर तैयार (ETV Bharat)

आईआईटी के इंजीनियर का डिजाइन

इस ब्रिज में रेलवे स्टेशन के दोनों तरफ 2 बड़े-बड़े पिलर हैं. इन दोनों पिलर्स पर यह 385 मीटर लंबा ब्रिज लटका हुआ है. इसे मोटे-मोटे केबल से बनाया गया है. इस ब्रिज का डिजाइन आईआईटी मुंबई और मद्रास के इंजीनियर ने मिलकर बनाया था. इसे दक्षिण भारत की सीसी नाम की कंपनी ने निर्मित किया है.

JABALPUR CABLE STYA BRIDGE
इंजीनियरिंग का गजब नमूना (ETV Bharat)

निर्माण का अनोखा तरीका

इस ब्रिज का काम बीते लगभग 3 सालों से चल रहा था, जो इस माह पूरे होने की संभावना है. ब्रिज के दोनों हिस्सों को आपस में जोड़ दिया गया है. निर्माण की खासियत यह रही की पूरे निर्माण के दौरान एक भी दिन के लिए भी ट्रेनों के आवागमन को नहीं रोका गया. वहीं दूसरी तरफ निर्माण के कोई भी सपोर्ट जमीन से नहीं लिया गया, बल्कि ऊपर ही एक सपोर्टिंग सिस्टम था, जो धीरे-धीरे आगे बढ़ता गया और यह निर्माण लगभग पूरा हो गया. इसका लगभग 192 मीटर लंबा हिस्सा रेलवे स्टेशन के ऊपर से गुजर रहा है."

56 एक्स्ट्रा डोज केबल्स

इस केवल ब्रिज में 56 एक्स्ट्रा डोज केवल लगाई गई है. यह ब्रिज लगभग 70 टन वजन को उठाने की क्षमता रखता है. इसकी जमीन से ऊंचाई लगभग 37 मीटर है. दोनों पिलर्स को बनाने के लिए बड़ी-बड़ी क्रेन के अलावा दोनों पिलर्स में अस्थाई लिफ्ट भी लगाई गई हैं. जबलपुर भूकंप संवेदी क्षेत्र है, इसलिए इन पिलर्स को बहुत मजबूती से भूकंप रोधी तकनीक से बनाया गया है.

Last Updated : Dec 11, 2024, 5:55 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.