जबलपुर: घरों में अकेले रहने वाले बुजुर्ग सावधान हो जाएं क्योंकि जबलपुर में रिटायर्ड डॉक्टर के घर 3 हथियारबंद लोगों ने पहुंचकर डकैती डाली. हालांकि लुटेरों को कुछ मिला नहीं. लुटेरों ने डॉक्टर के सिर पर बंदूक अड़ाकर चोरी की. डॉक्टर महेंद्र खरे के साथ कुछ दिन पहले एक डिजिटल फ्रॉड भी हुआ था जिसमें उनके अकाउंट से 40 लाख रुपया निकाल लिया गया था.
कचनार सिटी में रहते हैं रिटायर्ड डॉक्टर
जबलपुर के कचनार सिटी के बी-7 डुप्लेक्स में डॉक्टर महेंद्र खरे रहते हैं. डॉ महेंद्र खरे की उम्र लगभग 79 वर्ष है. महेंद्र खरे अपने घर में अकेले रहते हैं. उनके बेटे और बेटी दोनों बाहर नौकरी करते हैं. डॉक्टर महेंद्र खरे रायसेन जिले में सीएमएचओ पद से रिटायर हुए थे. रविवार की रात लगभग 4:00 बजे महेंद्र खरे अपने कमरे में सो रहे थे तभी उन्हें घर के आसपास किसी हलचल का एहसास हुआ उनकी नींद तो टूट गई. जैसे ही डॉक्टर महेंद्र खरे की नींद टूटी तो उन्होंने देखा कि उनके बिस्तर के आसपास तीन लोग खड़े हुए हैं. तीनों की सिर्फ आंखें दिख रही थीं.
हथियारों से लैस थे नकाबपोश बदमाश
इन तीनों नकाबपोश बदमाशों के पास एक गड़ासा, एक राड और एक बंदूक थी. इन्होंने डॉ महेंद्र खरे से कहां की थोड़ी भी हलचल की तो वे उन्हें मार डालेंगे लेकिन महेंद्र खरे समझ गए थे कि वे पूरी तरह से लुटेरों से घिरे हुए हैं. इसलिए उन्होंने लॉकर की चाबी चोरों को दे दी. डॉक्टर महेंद्र खरे ने बताया कि चोरों ने पूरे घर की तलाशी ली पूरा घर अस्त व्यस्त कर दिया लेकिन उन्हें मात्र ₹2000 ही मिले क्योंकि घर में ना तो जेवर था और ना ही नगदी.
'40 लाख का हो चुका है डिजिटल फ्रॉड'
डॉ महेंद्र खरे का कहना है कि "अप्रैल के महीने में उनके साथ एक डिजिटल फ्रॉड हुआ था और उनके अकाउंट से 40 लाख रुपया निकाल लिया गया था. इस मामले की उन्होंने शिकायत की थी. इस मामले में केरल, महाराष्ट्र और सतना के कुछ लोगों के खिलाफ थाने में मामला दर्ज हुआ था. यह मामला अभी कोर्ट में चल रहा है. हो सकता है कि इन्हीं में से किसी ने उनकी हत्या की सुपारी दी हो."
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'मामले की हो रही जांच'
एडिशनल एसपी सूर्यकांत शर्मा का कहना है कि "इस मामले में पुलिस ने अज्ञात आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है. बदमाश डॉक्टर महेंद्र खरे को उनके ही घर में बंद करके चले गए थे. जिसे बाद में पड़ोसियों ने आकर खोला. अभी यह जांच का विषय है कि आखिर आरोपी कहां से आए थे और यदि उन्हें सुपारी मिली थी तो उन्होंने डॉक्टर को छोड़ा क्यों."