जबलपुर: देशभर में ऑनलाइन ठगी, फ्रॉड के साथ अब डिजिटल अरेस्ट जैसी घटनाएं आए दिन आ रही है. ग्रामीण अंचल से लेकर शहरी क्षेत्र के पढ़े-लिखे लोग भी ऑनलाइन फ्रॉड का शिकार हो रहे हैं. इसी तरह मध्य प्रदेश के जबलपुर जिले में बीते 24 घंटे में साइबर फ्रॉड की 3 घटनाएं सामने आईं है. इनमें ऑनलाइन गेम खेलने के दौरान एक शख्स के अकाउंट से 30 लाख रुपए निकाल लिए गए. एक दूसरे मामले में सरकारी कॉलेज के प्रिंसिपल के अकाउंट से डिजिटल अरेस्ट करके 10 लाख रुपए ट्रांसफर करवाए गए. जबकि एक तीसरे मामले में सिम एक्टिवेट करने के नाम पर 100000 रुपए की ठगी हुई है.
प्रिंसिपल हुए डिजिटल अरेस्ट के शिकार
जबलपुर में एक बार फिर साइबर फ्रॉड की 3 घटनाएं सामने आई हैं. इनमें पहली घटना जबलपुर के गोरा बाजार थाने की है. यहां बिलहरी में रहने वाले गवर्नमेंट कॉलेज के प्राचार्य जगदीप दुबे के पास एक फोन आया. जिसमें उन्हें बताया गया कि हम मुंबई क्राइम ब्रांच से बोल रहे हैं. आपका नाम का एक गैरकानूनी पार्सल आया है. जिसमें मनी लांड्रिंग का केस आपके खिलाफ दर्ज हो रहा है. जगदीप दुबे के पास जो फोन आया, उसमें आरोपी ने खुद का नाम विक्रम सिंह राठौड़ बताया था. इस फोन के बाद जगदीप दुबे डर गए. उन्होंने 10 लाख रुपए तुरंत अकाउंट में ट्रांफसर कर दिए. अब इस मामले की शिकायत उन्होंने जबलपुर के गोरा बाजार पुलिस चौकी में की है.
ऑनलाइन गेम में 30 लाख का फ्रॉड
एडिशनल एसपी सोनाली दुबे ने बताया कि "एक दूसरे मामले में एक शख्स जिनका नाम योगेश्वर है. उन्होंने अपनी शिकायत में बताया है कि उन्होंने एक ऑनलाइन गेम को लॉगिन किया. जैसे ही उन्होंने गेम खेला तो उन्हें 100 की बजाय ₹130 का मुनाफा हुआ. उन्हें लगा कि यह मुनाफे वाला खेल है. वे लगातार इसे खेलते रहे. जब उन्हें लगा कि उनके अकाउंट में बहुत सारा पैसा हो गया है, तो उन्होंने इस पैसे को निकालने की कोशिश की, लेकिन इसके बाद जब उन्होंने अपना मैसेज चेक किया, तो पता लगा कि उनके अकाउंट से 30 लाख रुपए कोई बदमाश निकल चुका था."
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सिम के नाम पर 1 लाख रुपए का लगा चूना
इसी तरह एक तीसरा मामला सामने आया है. जिसमें जबलपुर शहर के गढ़ा इलाके में रहने वाली एक युवती के पास फोन आया है कि आपका सिम कार्ड बंद होने वाला है. उनसे कुछ जानकारियां ली गई. जैसे ही उन्होंने अपनी जानकारियां दी. उनके अकाउंट से लगभग ₹100000 कट चुका था. साइबर ठगी के मामलों पर कलेक्टर दीपक कुमार सक्सेना ने कहा है कि "साइबर फ्रॉड की घटनाएं लगातार बढ़ रही है, लेकिन रोकने का एकमात्र तरीका सतर्कता है. यदि आप इंटरनेट बैंकिंग के बारे में जानकारी नहीं रखते हैं, तो आप इसका इस्तेमाल न करें. किसी को भी अपनी गुप्त जानकारी ना दें."