नई दिल्ली: भारत में पिटबुल कुत्ते को पालना प्रतिबंधित है. इसके बावजूद कई लोग कानून को ताक पर रखकर इस खतरनाक ब्रीड के कुत्ते को अपने घर में पाल रहे हैं. कई बार यह कुत्ता लोगों के लिए जानलेवा तक साबित हुआ है. ताजा मामला दिल्ली के बुराड़ी इलाके की उत्तराखंड कॉलोनी से सामने आया है. जहां 2 जनवरी को पिटबुल कुत्ते ने डेढ़ साल की बच्ची पर हमला कर दिया. इस हमले में पिटबुल ने अपने जबड़े में उसके पैर को ऐसा जकड़ा की 7 से 8 लोग भी छुड़ा नहीं पाए. कड़ी मशकत के बाद बच्चे के पैर को छुड़ा लिया गया, लेकिनतब तक पैर में तीन जगह से हड्डी टूट गई. 18 टांके बच्ची को लगे.
बच्ची 17 दिनों तक अस्पताल में भर्ती रहने के बाद आज अपने घर पहुंची. इस मामले की जानकारी बुराड़ी थाना पुलिस को भी दी गई. सीसीटीवी फुटेज भी दिखाया गया लेकिन बावजूद इसके पुलिस की तरफ से कोई कार्रवाई नहीं की गई. परिजनों ने बताया कि जब वह अपनी शिकायत लेकर पुलिस के पास गए तो पुलिस कर्मियों ने उन्हें मामला न दर्ज करने की बजाय कंप्रोमाइज करने के लिए दबाव बनाया. अभी तक इस बाबत ना तो पिटबुल कुत्ते को यहां से हटाया गया और ना ही उसके मालिक पर मुकदमा दर्ज किया गया है.
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बता दें कि इलाके में कई अन्य स्ट्रीट डॉग भी है जिससे लोग परेशान हैं. पहले भी कई लोगों को अपना शिकार बना चुके हैं. इस कॉलोनी में कुत्तों का आतंक इस कदर है कि इसके खिलाफ लोग अपने घर से बाहर निकलते हुए भी डर रहे हैं. अब स्थानीय लोग मांग कर रहे हैं कि जल्द ही स्ट्रीट डॉग और खासतौर पर खतरनाक पिटबुल कुत्ते को यहां से हटाया जाए. इस मामले में तमाम सबूत और सीसीटीवी फुटेज होने के बावजूद पुलिस की तरफ से कोई कार्रवाई नहीं की गई. फिलहाल यह परिवार अभी भी पुलिस प्रशासन से इंसाफ की गुहार लगा रहा है और कुत्ते को यहां से हटाने की मांग कर रहा है.