अजमेर. तीर्थराज पुष्कर के पवित्र सरोवर में इजरायल के 20 सदस्य दल ने हमास आतंकी संगठन के हमले में मारे गए लोगों की आत्मा की शांति के लिए जल तर्पण किया. साथ ही पवित्र सरोवर की पूजा अर्चना कर दिवंगत लोगों की आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की. इजरायल पर्यटकों के 20 सदस्य दल में हमले में मारे गए उन लोगों के परिजन भी शामिल रहे. स्थानीय पुरोहितों ने उन्हें तर्पण करवाया. उसके बाद 20 सदस्य इजरायल पर्यटकों का दल सरोवर की महाआरती में भी शामिल हुआ.
भारत में आने वाले इजरायल पर्यटकों के लिए पुष्कर पसंदीदा जगह है. करीब 3 दशकों से इजरायल से पर्यटक पुष्कर आ रहे है. लिहाजा इजरायल के लोगों का पुष्कर की धरती से गहरा नाता है. पुष्कर में इजरायली पर्यटकों का प्रार्थना स्थल बेदखबाद भी है. जहां इजरायली साथ में पूजा अर्चना और प्रार्थना करते हैं. साथ ही सामूहिक त्योहार मानकर साथ सभी मिलकर भोजन भी करते हैं. हाल ही में 2 अक्टूबर को इजरायली पर्यटकों ने नया साल मनाया है. लिहाजा पुष्कर में काफी संख्या में इजरायली मौजूद हैं.
पुष्कर में तर्पण : शनिवार को इजरायल से आए 20 सदस्य इजरायली पर्यटकों ने सरोवर की पूजा अर्चना की. साथ ही एक वर्ष पहले हमास आतंकी संगठन कि हमले में मारे गए कई बेगुनाह इजरायलियों की आत्मा की शांति के लिए पुष्कर सरोवर के घाट पर जल तर्पण किया. पुरोहित पंडित कौशल ने बताया कि 20 सदस्य इजरायली दल में वे परिजन भी शामिल हैं जिन्होंने हमास के हमले में अपनों को खोया है. किसी ने अपना बेटा तो किसी ने अपना भाई वही किसी ने अपने दोस्त खो दिया था. उन सभी की आत्मा की शांति के लिए इजरायल पर्यटकों के दल को पहले पवित्र सरोवर की पूजा अर्चना करवाई है. इसके बाद दिवंगत आत्माओं की शांति के लिए पुष्कर सरोवर के पवित्र जल से तर्पण करवाया है. इजरायल पर्यटकों में पुष्कर सरोवर को लेकर गहरी आस्था है. सभी ने मिलकर दिवंगत आत्माओं की शांति के लिए प्रार्थना की है. इसके बाद ब्रह्म घाट पर पुष्कर सरोवर की महाआरती में सभी इजरायल पर्यटक शामिल हुए. तीर्थ पुरोहित पंडित गोपाल पाराशर ने बताया कि गत वर्ष 12 इजरायली पर्यटकों का दल पुष्कर आया था. 7 अक्टूबर को इजरायल पर हमास आतंकी संगठन ने बड़ा हमला किया था. पुष्कर आए दल में से चार लोग हमले में मारे गए थे. जबकि उस दल में आठ लोग बच गए थे. वह सभी दिवंगत आत्माओं की शांति के लिए पुष्कर आए हैं.
अपनों की आत्मा के लिए की प्रार्थना : इजरायली पर्यटकों के दल में शामिल मीयुती ने बताया कि उनका बेटा 7 अक्टूबर 2023 को इजरायल में हुए आतंकी हमले में मारा गया था. यहां पोस्टर में उसका फोटो भी है. उसकी आत्मा की शांति के लिए पुष्कर आई हूं. दिवंगतों की आत्मा की शांति के लिए तर्पण करते समय कई इजरायली पर्यटक अपनी आंखों से बहते हुए आंसुओं को नहीं रोक पाए. जाहिर है आतंकी संगठन हमास ने हमला कर उनसे उनके अपनों को छीन लिया है. इजरायली पर्यटक गानी ने बताया कि उसका 26 साल का अलोंग बेटा अपने दोस्तों के साथ 7 अक्टूबर को इजराइल में त्योहार मना रहा था. वह बहुत खुश था और अपनी लाइफ को नाच गाकर इंजॉय कर रहा था. जीवन को अपने नजरिये से जीने के लिए अभी उसकी शुरुआत ही हुई थी. लेकिन वह वापस घर नहीं लौट पाया. हमास के आतंकियों ने बेदर्दी से उसकी हत्या कर दी. बेटे के कुछ दोस्त भी इस वक्त साथ में मौजूद हैं जो उसके साथ 2020 में पुष्कर आए थे. पुष्कर आकर काफी सुकून और जिंदगी जीने के लिए ऊर्जा मिली है. एलांग के दोस्त रिओर ने बताया कि त्योहार मना रहे लोगों पर जब हमास ने हमला किया था तब वह भी मौजूद था लेकिन हमले में वह बच गया. यहां एलांग की आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना करने आए हैं. उन्होंने बताया कि मेरा अच्छा दोस्त बेनवी भी फेस्टिवल में मारा गया था. हम साथ में शिवानंद योग सेंटर यरुशलम में चलाते थे. उसको उसे वक्त मार दिया गया जब वह मेडिटेशन कर रहा था.