लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से उनके सरकारी आवास पर इजराइल के राजदूत रीयूवेन अजार ने मुलाकात की. इस अवसर पर इजराइल और भारत, विशेष रूप से उत्तर प्रदेश के मध्य सम्बन्धों को और प्रगाढ़ करने के सम्बन्ध में विचार-विमर्श किया गया. बैठक में इजराइल में उत्तर प्रदेश के स्किल्ड मैनपावर की उपलब्धता बढ़ाने के संबंध में चर्चा की गयी. इज़राइल में उत्तर प्रदेश से 5,000 से अधिक लोग स्किल्ड मैनपावर के रूप में गये हैं. इनका प्रदर्शन उत्कृष्ट रहा है. इजराइल की सरकार अन्य लोगों को भी वहां काम के लिए लेने की इच्छुक है.
इजरायल के राजदूत रीयूवेन अजर और उनके साथ आए प्रतिनिधिमंडल ने मंगलवार को कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही से उनके सरकारी आवास पर मुलाकात की. इस दौरान उन्होंने कृषि क्षेत्र में भारत और इजरायल के साथ तकनीकी साझेदारी को बढ़ाने के लिए कन्नौज और बस्ती में इजरायल के तकनीकी सहयोग से स्थापित सेंटर फॉर एक्सीलेंस से छोटे किसानों को जोड़ने पर चर्चा की. इससे पहले राजदूत ने प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से भी उनके आवास पर मुलाकात की.
कृषि मंत्री ने इजरायली प्रतिनिधि मंडल को बताया कि उद्यान की फसलों, सब्जियों, खाद्यान्न उत्पादन और तिलहन के उत्पादन में प्रदेश तेजी से आगे बढ़ रहा है. आगे बेहतर तकनीक के प्रयोग के लिए सभी तैयारियां की जा रही हैं. उन्होंने कन्नौज एवं बस्ती में सेंटर फॉर एक्सीलेंस बनकर तैयार है. इससे किसानों को जोड़ा जाना है. बड़े किसानों को भी क्लस्टर अप्रोच पर फूड प्रोसेसिंग, एक्पोर्ट, पैकेजिंग के लिए बेहतर तकनीक से जोड़े जाने पर चर्चा की.
उन्होंने बताया कि कन्नौज और बस्ती में सेंटर फॉर एक्सीलेंस अच्छे से चल रहा है. यहां पर किसानों का भ्रमण कराने एवं एक्सटेंशन एक्टिविटी के बारे में तथा कौशांबी और चंदौली में वन सेंटर फॉर एक्सीलेंस को जल्दी से जल्दी क्रियाशील करने के संबंध में विस्तार से चर्चा हुई. इजरायल के राजदूत के साथ नोआ अमसालेम वाटर अटैच, एंबेसी ऑफ इजरायल, ब्रह्मदेव प्रोजेक्ट ऑफिसर मशेवए इजरायल एंबेसी भी मौजूद थे.
इस अवसर पर इजरायल के राजदूत द्वारा कृषि मंत्री एवं उनकी टीम को 2025 में हो रहे एग्रीटेक एग्जीबिशन में शामिल होने का आग्रह भी किया. राजकीय प्रक्षेत्रों पर भी टेक्नोलॉजी का प्रयोग करके इजरायल की कंपनियों के साथ पीपीपी मोड पर भी काम करने की संभावनाओं पर भी चर्चा हुई. इस मुलाकात के दौरान मुख्यमंत्री के सलाहकार केवी राजू, प्रमुख सचिव कृषि रविंद्र, सचिव कृषि अनुराग यादव, निदेशक कृषि डॉ. जितेंद्र कुमार तोमर, उत्तर प्रदेश बीज विकास निगम के निदेशक पंकज त्रिपाठी सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित मौजूद थे.
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