गोरखपुर: शहर के एक निजी हॉस्पिटल में बेहद चौंकाने वाला केस देखने को मिला है. एक युवक के पेट और आंत में लोहे का बेलन फंसा हुआ था. वह दर्द से तड़प रहा था. डॉक्टरों ने ऑपरेशन कर किसी तरह उसकी जान बचाई. शाही ग्लोबल अस्पताल के निदेशक डॉक्टर शिव शंकर शाही भी ऑपरेशन में शामिल रहे. इस अजीबो गरीब केस से वो खुद हैरान हैं. युवक की उम्र 32 वर्ष है और वह गोरखपुर का रहने वाला है.
पेट में दर्द की वजह से मरीज को रविवार को जब अस्पताल लाया गया, तो उसका अल्ट्रासाउंड हुआ. अल्ट्रासाउंड से जो तस्वीर डॉक्टर के सामने आई वह हैरान कर देने वाली थी. मरीज के पेट में लोहे का बेलन दिखाई दे रहा था. ऐसे में ऑपरेशन करके बेलन को पेट से बाहर निकलना ही डॉक्टर के पास एक उपाय बचा था. अंत में डॉक्टर शाही ने अपने चिकित्सकों की टीम के साथ इस मरीज को एनेस्थीसिया दिया और बेहोश करने के बाद उसके पेट से लोहे का बेलन निकाला.
डॉक्टर शाही ने फिलहाल इस मरीज का वास्तविक परिचय उजागर नहीं किया है. लेकिन उन्होंने वीडियो और फोटो जारी कर हैरान कर देने वाली इस घटना को सबके सामने लाने का प्रयास किया है. साथ ही उन्होंने यह भी सलाह दी है कि कोई भी गलत हरकत, किसी के लिए भी जानलेवा हो सकती है. ऐसे में गलत शौक, गलत हरकत से सदा बचने की कोशिश करें. पेट की जांच करने पर पता चला की लोहे की कोई चीज है. जो दो फीट लंबी और 8 सेंटीमीटर चौड़ी है.
मरीज से पूछा गया कि यह लोहे की चीज पेट में कैसे गई तो वह ठीक से नहीं बता रहा था. जब आंतों का चेक अप हुआ, तो आंतों के अंदर इतनी बड़ी लोहे की बेलन मिली. लोहे की बेलन की वजह से संक्रमण काफी फैल रहा था. इसलिए इसका इमरजेंसी ऑपरेशन करके लोहे की इस बेलन को बाहर निकल गया. मरीज पूरी कहानी को ठीक से नहीं बता पा रहा था, लेकिन यह कह रहा था कि यह गलती से हुआ है.
वह बेलन को अपने मल द्वार के रास्ते अंदर धीरे-धीरे डालने में लगा था. इसी दौरान बेलन का एक सिर जिसे मुट्ठी कहते हैं, वह टूटकर उसके हाथ में रह गया. पूरी बेलन सहित ऊपर वाला सिर (मुट्ठी)पेट के अंदर फंस गया. ऐसी अजीब गरीब घटनाएं कभी कभार सुनने में आती है, लेकिन, रियल लाइफ में इसे देखकर डॉक्टर भी हैरान हो गए. डॉक्टर ने कहा कि मरीज ने जो तरीका अपनाया वह एक तरह की मानसिक बीमारी है. कभी-कभी यह अपराध के रूप में भी दूसरों द्वारा किया जाता है. मरीज इस समय पूर्ण रूप से ठीक है. एक-दो दिन में उसकी छुट्टी कर दी जाएगी.