लखनऊः देश की पहली सेमी हाई स्पीड ट्रेन वंदे भारत एक्सप्रेस में मिलने वाले खाने को लेकर यात्रियों में संदेह की स्थिति बनी हुई है. नियम के अनुसार कम दूरी वाले यात्रियों के लिए चाय बिस्किट की ही सुविधा होती है, लेकिन टिकट बुकिंग के समय यह मेन्शन नहीं होता है. ऐसे में यात्री नाश्ते की उम्मीद में रहते हैं, जिससे कई बार विवाद की भी स्थिति बन रही है. रेलवे के सूत्रों के मुताबिक, यात्रियों की इस समस्या का समाधान करने के लिए रेलवे और आईआरसीटीसी ट्रेन में अपने कर्मचारियों को जिम्मेदारी सौंप रहा है.
दरअसल, टिकट बुकिंग के समय खानपान के विकल्प में सिर्फ वेज, नानवेज या नो फूड का ही विकल्प शो होता है. गोरखपुर से बस्ती तक की बुकिंग में भी यही विकल्प शो करता है. ऐसे में कई बार यात्री यह समझ लेते हैं कि उन्हें नाश्ता या खाना उपलब्ध कराया जाएगा. इसी कन्फ्यूजन के चलते कई बार कंप्लेन भी हो चुकी है. वेंडर्स से कुछ यात्रियों की नोकझोंक के मामले आ चुके हैं. पिछले दो माह में इस तरह की एक दर्जन से ज्यादा शिकायतें आ चुकी हैं. इस समस्या से निपटने के लिए अब रेलवे और आईआरसीटीसी के कर्मचारी बताएंगे कि यात्री को उनकी मंजिल तक पहुंचने के दौरान खानपान में क्या-क्या मिलेगा. उदाहरण के तौर पर अगर किसी यात्री ने बस्ती तक टिकट बुक कराया है तो बताया जाएगा कि यात्रा के दौरान चाय और बिस्किट दिया जाएगा.
ट्रेन में दूरी के हिसाब से तय होता है मेन्यू और पैसा
बुकिंग के समय मेन्यू और दूरी के हिसाब से खानपान का पैसा लिया जाता है. गोरखपुर से लखनऊ होकर प्रयागराज तक चलने वाली वंदे भारत एक्सप्रेस में गोरखपुर से बस्ती तक चाय या काफी और बिस्किट दिया जाता है. गोरखपुर से अयोध्या तक चाय या काफी, बिस्किट के साथ नाश्ता, गोरखपुर से लखनऊ की यात्रा के दौरान चाय या काफी, बिस्किट के साथ नाश्ता, गोरखपुर से रायबरेली तक चाय या काफी, बिस्किट के साथ नाश्ता और गोरखपुर से प्रयागराज की यात्रा के दौरान चाय या काफी, बिस्किट के साथ नाश्ता और लंच भी दिया जाता है.
इस बारे में आईआरसीटीसी के चीफ रीजनल मैनेजर अजीत कुमार सिन्हा का कहना है कि वंदे भारत ट्रेन में यात्रियों की खाने और चाय नाश्ते को लेकर जो भी शिकायत आ रही हैं उन्हें दूर किया जाएगा. ट्रेन के अंदर कर्मचारी यात्रियों को बताएंगे कि कितनी दूरी के लिए चाय, नाश्ता और कॉफी मिल सकती है और कितनी दूरी तक ट्रेन में यात्रा के लिए वेज और नॉनवेज खाने की सुविधा मिल सकती है. इसके बाद यात्रियों की शिकायत दूर हो जाएगी.