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आईपीएस मंजिल सैनी और कासिम आबिदी को मिली नई तैनाती - आईपीएस मंजिल सैनी को नई तैनाती

आईपीएस मंजिल सैनी और आईपीएस कासिम आबिदी को नई तैनाती मिली (IPS Manzil Saini and Qasim Abidi get new posting) है. बुधवार को उनके स्थानांतरण का आदेश जारी किया गया

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Etv Bharat IPS Manzil Saini IPS Qasim Abidi get new posting IPS Qasim Abidi get new posting आईपीएस मंजिल सैनी को नई तैनाती आईपीएस कासिम आबिदी को नई तैनाती
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By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Feb 8, 2024, 5:43 PM IST

लखनऊ: आईजी मंजिल सैनी और आईपीएस और एसपी एसएम कासिम आबिदी का तबादला कर दिया गया है. आईजी मंजिल सैनी जो कि पुलिस महानिरीक्षक (प्रतीक्षारत) मुख्यालय लखनऊ से संबद्ध थीं, उनका तबादला पुलिस महानिरीक्षक सतर्कता अधिष्ठान यूपी लखनऊ कर दिया गया है. वहीं एसपी एसएम कासिम आबिदी जो कि पुलिस महानिदेशालय लखनऊ से संबद्ध थे उनका तबादला लखनऊ में ही पुलिस अधीक्षक सतर्कता अधिष्ठान कर दिया गया है. बुधवार को उनके स्थानान्तरण का आदेश (IPS Manzil Saini and Qasim Abidi get new posting) जारी किया गया.

आईपीएस मंजिल सैनी और कासिम आबिदी का ट्रांसफर आदेश
आईपीएस मंजिल सैनी और कासिम आबिदी का ट्रांसफर आदेश
मंजिल सैनी का जन्म 19 सितंबर 1975 को दिल्ली में हुआ था. वह दिल्ली कॉलेज ऑफ इकोनॉमिक्स से पासआउट हैं और गोल्ड मेडल हासिल कर चुकी हैं. मंजिल 2005 बैच की आईपीएस ऑफिसर हैं. वह उत्तर प्रदेश के बदायूं, मुजफ्फरनगर, इटावा, मथुरा और लखनऊ में कार्यरत रह चुकी हैं. मंजिल सैनी 'लेडी सिंघम' के तौर पर मशहूर हैं. 26 जनवरी को मंजिल सैनी को महामहिम राष्ट्रपति के हाथों वीरता पुरस्कार से सम्मानित किया गया था. वहीं कासिम आबिदी 2017 बैच के आईपीएस हैं. उनका जन्म जौनपुर में हुआ था.

IPS मंजिल सैनी को 26 जनवरी 2024 को राष्ट्रपति के वीरता पदक से पुरस्कृत किया गया था. 19 जुलाई, 2017 को मेरठ में बदमाशों से मुठभेड़ हुई थी. इसके बाद दिल्ली के डॉ. श्रीकान्त को सकुशल अपहरणकर्ताों से मुक्त कराने के मामले में उनको यह पुरस्कार दिया गया था.

लखनऊ में एसएसपी रहते मंजिल सैनी, विवादों में भी घिर गई थीं. आरोप लगा था कि अपने बेटे के हत्यारों को सजा दिलाने के लिए कोर्ट में पैरवी कर रहे पिता श्रवण साहू ने जब तत्कालीन एसएसपी मंजिल सैनी से सुरक्षा की गुहार लगाई थी तो इसे अनसुना कर दिया गया था और उसके कुछ दिन बाद 1 फरवरी 2017 को श्रवण साहू की बदमाशों ने हत्या कर दी थी.

इस मामले में सीबीआई जांच हुई और मंजिल सैनी को लापरवाही का दोषी मानते हुए मार्च 2021 को विभागीय कार्रवाई की सिफारिश की थी. विभाग ने जांच बैठाई और फिर सभी के बयान दर्ज करने के बाद मंजिल सैनी को क्लीन चिट दे दी गई थी.

ये भी पढ़ें- पीलीभीत में ज्ञानवापी मस्जिद बचाने के लिए पोस्टर लगे, हरकत में आयी पुलिस

लखनऊ: आईजी मंजिल सैनी और आईपीएस और एसपी एसएम कासिम आबिदी का तबादला कर दिया गया है. आईजी मंजिल सैनी जो कि पुलिस महानिरीक्षक (प्रतीक्षारत) मुख्यालय लखनऊ से संबद्ध थीं, उनका तबादला पुलिस महानिरीक्षक सतर्कता अधिष्ठान यूपी लखनऊ कर दिया गया है. वहीं एसपी एसएम कासिम आबिदी जो कि पुलिस महानिदेशालय लखनऊ से संबद्ध थे उनका तबादला लखनऊ में ही पुलिस अधीक्षक सतर्कता अधिष्ठान कर दिया गया है. बुधवार को उनके स्थानान्तरण का आदेश (IPS Manzil Saini and Qasim Abidi get new posting) जारी किया गया.

आईपीएस मंजिल सैनी और कासिम आबिदी का ट्रांसफर आदेश
आईपीएस मंजिल सैनी और कासिम आबिदी का ट्रांसफर आदेश
मंजिल सैनी का जन्म 19 सितंबर 1975 को दिल्ली में हुआ था. वह दिल्ली कॉलेज ऑफ इकोनॉमिक्स से पासआउट हैं और गोल्ड मेडल हासिल कर चुकी हैं. मंजिल 2005 बैच की आईपीएस ऑफिसर हैं. वह उत्तर प्रदेश के बदायूं, मुजफ्फरनगर, इटावा, मथुरा और लखनऊ में कार्यरत रह चुकी हैं. मंजिल सैनी 'लेडी सिंघम' के तौर पर मशहूर हैं. 26 जनवरी को मंजिल सैनी को महामहिम राष्ट्रपति के हाथों वीरता पुरस्कार से सम्मानित किया गया था. वहीं कासिम आबिदी 2017 बैच के आईपीएस हैं. उनका जन्म जौनपुर में हुआ था.

IPS मंजिल सैनी को 26 जनवरी 2024 को राष्ट्रपति के वीरता पदक से पुरस्कृत किया गया था. 19 जुलाई, 2017 को मेरठ में बदमाशों से मुठभेड़ हुई थी. इसके बाद दिल्ली के डॉ. श्रीकान्त को सकुशल अपहरणकर्ताों से मुक्त कराने के मामले में उनको यह पुरस्कार दिया गया था.

लखनऊ में एसएसपी रहते मंजिल सैनी, विवादों में भी घिर गई थीं. आरोप लगा था कि अपने बेटे के हत्यारों को सजा दिलाने के लिए कोर्ट में पैरवी कर रहे पिता श्रवण साहू ने जब तत्कालीन एसएसपी मंजिल सैनी से सुरक्षा की गुहार लगाई थी तो इसे अनसुना कर दिया गया था और उसके कुछ दिन बाद 1 फरवरी 2017 को श्रवण साहू की बदमाशों ने हत्या कर दी थी.

इस मामले में सीबीआई जांच हुई और मंजिल सैनी को लापरवाही का दोषी मानते हुए मार्च 2021 को विभागीय कार्रवाई की सिफारिश की थी. विभाग ने जांच बैठाई और फिर सभी के बयान दर्ज करने के बाद मंजिल सैनी को क्लीन चिट दे दी गई थी.

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