रामगढ़ः सोमवार देर शाम झारखंड सरकार गृह, कारा एवं आपदा प्रबंधन विभाग द्वारा रामगढ़ के नए एसपी की अधिसूचना जारी कर दी गई है. जिसमें अजय कुमार जो पुलिस अधीक्षक, विशेष शाखा, झारखंड, रांची के पद पर कार्यरत थे उन्हें पुलिस अधीक्षक, रामगढ़ के पद पर पदस्थापित किये जाने की अधिसूचना जारी कर दी गई है.
आपको बता दें कि 21 जुलाई को देर रात अचानक रामगढ़ के पुलिस अधीक्षक डॉ विमल कुमार को हटा दिया गया और मुख्यालय में योगदान देने को लेकर पत्र भी जारी कर दिया गया. इसके बाद से रामगढ़ पुलिस अधीक्षक का पद रिक्त हो गया था. सोमवार को देर शाम आईपीएस अजय कुमार को रामगढ़ जिले का नया पुलिस कप्तान बनाया गया है.
आखिर क्यों देर रात आईपीएस डॉ विमल कुमार का हुआ तबादला!
रविवार की शाम यातायात थाना में नवपदस्थापित एएसआई राहुल कुमार सिंह की ड्यूटी के दौरान मौत हो गई थी. एएसआई राहुल कुमार सिंह के परिजनों ने इस मामले को हाई प्रोफाइल कर दिया था और रामगढ़ पुलिस पर कई गंभीर आरोप लगाये थे. जिसके बाद डीजीपी ने रामगढ़ टाउन थाना प्रभारी अजय कुमार साहु को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया.
दिए गए आदेश में स्प्ष्ट लिखा हुआ है कि दिनांक 21/07/2024 को एएसआई राहुल कुमार सिंह की अस्वाभाविक रूप से मृत्यु हो गई है. आरोप लग रहे हैं कि उक्त एएसआई पर रामगढ़ टाउन थाना में पदस्थापन के दौरान प्रभारी रामगढ़ टाउन थाना पु.नि. अजय कुमार साहु के द्वारा लगातार किसी प्रकार का दबाव बनाया जा रहा था. इसके आलोक में पु.नि. अजय कुमार साहु (प्रभारी रामगढ़ टाउन थाना) को तत्काल प्रभाव से निलंबित किया जाता है एवं आदेशित किया जाता है कि इस संबंध में अपना स्पष्टीकरण एक सप्ताह के अंदर समर्पित करें.
इसके ठीक 2-3 घंटे बाद देर रात ही रामगढ़ पुलिस अधीक्षक डॉ विमल कुमार को भी स्थानांतरित करते हुए अगले आदेश तक उन्हें पुलिस मुख्यालय, झारखंड, रांची में योगदान करने का निर्देश सरकार के अवर सचिव शैलेश कुमार सिन्हा द्वारा जारी कर दिया गया.
आखिर क्यों हो गई एएसआई की मौत पर इतनी कारवाई ?
एएसआई राहुल कुमार सिंह के साथ रहने वाले सहकर्मियों ने बताया कि रामगढ़ थाना में जब वो पदस्थापित थे, उस दौरान 21 फरवरी को थाना हाजत में बंद अनिकेत नामक युवक ने बाथरूम के आत्महत्या कर ली थी. जिसके बाद इस मामले में दो एएसआई संजय कुमार सिंह, उदय यादव व मुंशी प्रताप सिंह को तत्कालीन एसपी ने सस्पेंड कर दिया था.
जिसके बाद थाना प्रभारी अजय कुमार साहू द्वारा राहुल कुमार सिंह पर यह दबाव बनाया जा रहा था कि जो चोरी का केस एएसआई राहुल कुमार सिंह के पास है उसमें मृतक अनिकेत का नाम अनुसंधान के दौरान केस डायरी में लाए, लेकिन एएसआई राहुल कुमार सिंह दबाव बनाए जाने के बावजूद इस बात पर अड़े रहे कि न ही वे अनिकेत को लाए हैं और न ही वे अपने केस में उसका नाम जोड़ सकते हैं.
इसके बाद एएसआई राहुल कुमार सिंह को थानेदार अजय साहू कई तरह से प्रताड़ित करने लगे. जिसके कारण वह काफी दबाव में आ गए थे एएसआई राहुल कुमार सिंह रामगढ़ थाना से अपना तबादला कही और कराने को लेकर वरीय अधिकारियों से मिले, लेकिन तबादला नही हुआ. इसी बीच आदर्श आचार संहिता भी लग गई.
पिछले महीने से ही राहुल कुमार सिंह की मानसिक तनाव के कारण तबीयत नासाज रहने लगी. उन्होंने 20 - 25 दिन की छुट्टी ले ली. 18 जुलाई को राहुल का तबादला रामगढ़ ट्रैफिक थाना में हो गया. जिसकी जानकारी होने के बाद उन्होंने शनिवार को रामगढ़ पंहुच ट्रैफिक थाना में अपना योगदान दिया और रविवार को बंजारी मंदिर के पास पोस्ट पर डयूटी करने के दौरान अचानक तबीयत बिगड़ी और सदर अस्पताल में डॉक्टर में उन्हें मृत घोषित कर दिया.
जिसके बाद परिजनों ने जमकर बवाल काटा रामगढ़ पुलिस को खरी-खोटी सुनाई. देखते ही देखते मामला हाई प्रोफाइल हो गया. इस मामले में पहले डीजीपी ने रामगढ़ थाना प्रभारी को सस्पेंड कर दिया और बाद में पुलिस अधीक्षक रामगढ़ को मुख्यालय में योगदान देने का सरकार ने आदेश जारी कर दिया.
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