जांजगीर चांपा : नवागढ़ जनपद के खोखसा गांव में सरपंच की मनमानी का मामला सामने आया है.इस स्कूल की मरम्मत के लिए सरपंच को काम की जिम्मेदारी दी गई थी.लेकिन अब आरोप है कि सरपंच ने घटिया काम करवाया है.जिसके कारण स्कूल भवन कभी भी गिर सकता है. स्कूल मरम्मत कार्य गुणवत्ताहीन होने की शिकायत पर कलेक्टर ने टीम गठित की थी. जिसने स्कूल का दौरा किया. जांच टीम में आरईएस के एसडीओ और उप अभियंता शामिल थे. जिन्होंने स्कूल भवन का परीक्षण कर रिपोर्ट तैयार कर ली है.
क्या है पूरा मामला ?: ये पूरा मामला खोखसा प्राथमिक शाला भवन का है. जिसकी स्थिति जर्जर हो चुकी थी. मरम्मत के लिए समग्र शिक्षा विभाग ने 6 लाख रूपए की राशि स्वीकृत की थी. जिसके लिए निर्माण एजेंसी ग्राम पंचायत को बनाया गया था. सरपंच ने स्कूल की छत ढलाई से लेकर मरम्मत का काम किया. छत ढलाई के बाद ग्रामीणों ने जिला प्रशासन से छत की गुणवत्ता पर सवाल उठाए.ग्रामीणों ने छत से पानी टपकने की शिकायत की. जिस पर कलेक्टर आकाश छिकारा ने आरईएस के एसडीओ और सब इंजीनियर को जांच अधिकारी बनाया. जांच अधिकारियों ने स्कूल में हुए निर्माण कार्य की जांच कर ली है.
जांच टीम पर उठे सवाल : शिकायतकर्ता पंच कुंजम कुमार केवट ने जांच टीम पर ही सवाल खड़े किए हैं. कुंजम के मुताबिक जांच टीम के सदस्य आरोपी सरपंच के रिश्तेदार हैं. जांच टीम अभी छत टपकने का साक्ष्य मांग रही है. स्कूल में ना तो बिजली कनेक्शन है. ना ही मरम्मत ठीक ढंग से हुआ है. फिर भी ठेकेदार को अधिकांश राशि भुगतान कर दी गई . स्कूल के हेड मास्टर शिवसिंह सिदार ने भी गुणवत्ता पर सवाल उठाया है.
कैसे होगी जांच ? : स्कूल भवन को लेकर जहां सरपंच का दावा है कि छत नहीं टपक रही. वहीं दूसरी तरफ पंच ने जांच टीम पर ही सवाल खड़े किए.इन सबके बीच जांच दल ने बिना किसी सैंपल और उपकरणों के आंखों देखी जांच भी कर ली. ऐसे में इस रिपोर्ट में कितनी गहराई होगी,ये सोचने वाली बात है.