नई दिल्ली: अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर शुक्रवार को भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा ने पूर्वी दिल्ली स्थित यमुना स्पोर्ट्स कांप्लेक्स में केंद्रीय राज्य मंत्री एवं पूर्वी दिल्ली के सांसद हर्ष मल्होत्रा, भाजपा दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा की उपस्थिति में योग दिवस कार्यक्रम में हिस्सा लिया. इस दौरान एक घंटे तक चले योग दिवस कार्यक्रम में योगाचार्य विक्रमादित्य ने कई तरह के योगासन कराए. इनमें प्राणायाम, वृक्षासन, ताड़ासन, अनुलोम विलोम सहित कई योगाभ्यास शामिल रहे. इस दौरान जेपी नड्डा ने कहा कि अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर मैं सभी से कहता हूं कि वो अपनी दैनिक दिनचर्या में योग को शामिल करें. उसे अपने जीवन का महत्वपूर्ण हिस्सा बनाएं.
नड्डा ने कहा कि आज से 10 वर्ष पूर्व प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यूएन की जनरल असेंबली में योग दिवस का विषय रखा था, जिसका सभी देशों ने समर्थन किया और योग को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मान्यता मिली. तब से लेकर आज तक योग दिवस मनाते हुए हमें 10 साल हो चुके हैं. आज दसवें योग दिवस के अवसर पर में सभी से योग को स्वयं अपने और दूसरे लोगों को भी इसके लिए प्रेरित करने के लिए अपील करता हूं.
नड्डा ने कहा कि योग से हमारा शारीरिक, मानसिक एवं आध्यात्मिक विकास होता है. योग से हमारी आंतरिक शक्ति भी जागृत होती है. इससे हमें अपने दैनिक कार्यों को करने के लिए ऊर्जा भी मिलती है. हमारा शरीर भी स्वस्थ रहता है. योग प्रीवेंटिव और प्रोमोटिव हेल्थकेयर का हिस्सा है. हम बीमार ना हो. हमें कोई बीमारी ना पकड़े इससे अगर बचाना चाहते हैं तो योग उसका सबसे अच्छा और सरल माध्यम है.
नड्डा ने कहा कि यमुना स्पोर्ट्स कांप्लेक्स में 10वें अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर अपने योग प्रेमी बहनों भाइयों के बीच योग करने का मुझे अवसर मिला. ये काफी अच्छा रहा. इससे पहले योग दिवस को लेकर आचार्य विक्रमादित्य ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रयासों और उनके कार्यों की सराहना की.
आचार्य विक्रमादित्य ने बताया कि योग के साथ-साथ हमें अपने नाक के जरिए सांस लेने के तरीके पर भी ध्यान देना चाहिए. प्राणायाम के समय एक नाक को बंद करके जब दूसरी नाक से हम गहरी सांस खींचते हैं और पेट को अंदर करते हैं उसके बाद जब धीरे-धीरे सांस छोड़ते हैं तो इस क्रिया से पेट के बहुत सारे रोग दूर होते हैं. इसलिए हमें सांस लेने और सांस छोड़ने के तरीके पर भी ध्यान देना चाहिए. उन्होंने बताया कि योग निरोग रहने का और अपने शरीर को स्वस्थ रखने का एक बहुत ही सरल और उपयोगी माध्यम है.
लोगों ने भी की योग को अपनाने की अपील
योग दिवस कार्यक्रम में गाजियाबाद से आकर शामिल हुई शिवाली सोनी ने कहा कि कुछ लोग कहते हैं कि योग सिर्फ बुजुर्गों के लिए है, जवानों के लिए नहीं है. योग से बोर हो जाते हैं तो ऐसा बिल्कुल नहीं है. अगर हम चाहते हैं कि बुढ़ापे में हमारे हाथ में लाठी ना आए और हम बीमारियों से ग्रसित होकर बिस्तर पर ना पड़े तो हमें आवश्यक रूप से अपने जीवन में योग को अपनाना चाहिए. योग दिवस कार्यक्रम में शामिल हुए डॉक्टर नवल किशोर ने कहा कि योग हमारी प्राचीन चिकित्सा पद्धति का हिस्सा रहा है. योग के जरिए हम सुबह से लेकर रात तक की अपनी दिनचर्या को व्यवस्थित कर सकते हैं. आज जो लोगों को शुगर, ब्लड प्रेशर, थायरॉइड जैसी समस्याएं हो रही हैं, अगर हम अपने दैनिक जीवन में योग को अपना लेंगे तो इन सभी बीमारियों से पूरी तरह दूर रहेंगे. योग एक जीवन जीने की कला है जिसको हर किसी को जरूर अपनाना चाहिए.
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