जींद: देशभर में आज योग दिवस मनाया जा रहा है. 10वें अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर हरियाणा के विभिन्न जिलों में कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है. वहीं, कृषि विभाग से ड्राफ्ट्समैन के पद से सेवानिवृत्त योगाचार्य अमरनाथ पिछले 30 सालों से योग के माध्यम से अनेकों लोगों को नया जीवन दे चुके हैं. उन्होंने अपना जीवन योग को ही समर्पित कर दिया है.
दुनिया में योग का बढ़ रहा महत्व: विभाग से सर्विस के दौरान ही उन्होंने प्राकृतिक योग की क्रियाओं को अपने जीवन में अंगीकार कर बीमारियों को एक तरह से अपने आप को दूर रखा. इकहरे शरीर वाले अमरनाथ ने अपने कठिन व्यायाम को बचपन में ही सीख लिया और उनका नियमित अभ्यास करना उनकी दैनिक रोजमर्रा की जिंदगी का अभिन्न अंग बन गया. इन्हें जब भी कोई असाध्य बीमारी से ग्रस्त मरीज मिलता तो एक ही सुझाव रहता कि योग से किसी भी गंभीर से गंभीर बीमारी का इलाज संभव है. आज पूरी दुनिया योग को अपना चुकी है.
एसडी स्कूल में चलता है सुबह दो घंटे का सत्र: पहले आते थे बहुत कम साधक जींद के एसडी स्कूल का भवन शहर से सटा होने के कारण सुबह साढ़े पांच बजे से साढ़े सात बजे तक चलने वाले सत्र में महिला और पुरुष शामिल होते हैं. अमरनाथ ने बताया कि पहले जब सत्र शुरू किया तो बहुत कम लोग आते थे. धीरे-धीरे योग के प्रति लोगों की रुचि बढ़ी तो यह आंकड़ा बढ़ता चला गया. अब नियमित लोग सत्र में आते हैं. कई बीमारियों से ग्रस्त लोगों ने नियमित योग कर दवाई खाना तक बंद कर दिया है. शुगर, रक्तचाप, कमर दर्द, घबराहट होना, जोड़ों के दर्द, मोटापा कम करने, गर्दन का दर्द के मरीज योग सत्र में नियमित योग कर रोग को भगा पाने में कामयाब हुए हैं.
नियमित योगाभ्यास से फायदा: योगाचार्य अमरनाथ का मानना है कि नियमित योग अभ्यास करना जरूरी है. तभी इसका फायदा मिल सकता है. जब हम सुबह एकचित्त मन से सारी चिंताओं को भुला कर हंसी के ठहाके लगाते हैं, तो मनुष्य का रोम-रोम प्रफुल्लित हो जाता है. मनुष्य रोजमर्रा की भागदौड़ भरी जिंदगी में खुशी के कुछ क्षण निकाल पाता है. हालांकि पूर्व में अमरनाथ ने योग की विधियां स्वयं भारत योग संस्थान से सिखी और अब ओम योग साधना केंद्र के नाम से चला रहे हैं.
एसडी स्कूल में योग सत्र का हो रहा आयोजन: एसडी स्कूल संस्था के प्रधान चंद जैन ने बताया कि पिछले 30 वर्षों से यहां पर योग का कार्य प्रतिदिन किया जाता है और संस्था ने आमजन के हित को ध्यान में रखते हुए स्कूल का प्रागंण योग करने के लिए अमरनाथ को सौंप रखा है. ताकि आमजन योग करें स्वस्थ रहें. वहीं योग करने आने वालों राजेश, सुमित्रा, माया ने बताया कि किस प्रकार योग के माध्यम से उनके स्वास्थ्य में सुधार हुआ और उन्हें किस प्रकार से तनाव से मुक्ति मिली और उन्होंने आमजन को भी संदेश दिया कि सभी प्रतिदिन योग करें और स्वस्थ रहें.
भारत के योग का डंका विदेशों में: योगाचार्य अमरनाथ ने कहा कि दुनिया के विकसित देश भी योग के महत्व को समझते हुए हर साल 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के आयोजन में भारी हाजरी में शामिल होकर योग करते हैं. भारत ने दुनिया के देशों योग की तालीम देकर इस असाध्य रोग के निवारण का मंत्र दिया है. योग गुरु बाबा रामदेव के शिविरों में लोगों की बढ़ती हाजिरी ने दुनिया के देशों को यह संदेश दिया है कि आज कोई ऐसी बीमारी नहीं है. जिसको नियमित योग साधना से ठीक नहीं किया जा सकता. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा पिछले दस वर्षों के दौरान जो योग का प्रचार करने का बीड़ा उन द्वारा उठाया गया है. उससे योग के बारे में आमजन में काफी जागरूकता आई है.
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