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द‍िल्‍ली NCR में ब्रांडेड टॉफी, फिश फूड की पैकिंग की आड़ में हो रही थी सप्‍लाई, 15 करोड़ की ड्रग्स बरामद - INTERNATIONAL DRUG SYNDICATE BUSTED - INTERNATIONAL DRUG SYNDICATE BUSTED

दिल्ली पुलिस ने अंतरराष्ट्रीय ड्रग सिंडिकेट का खुलासा करते हुए नाइजीरियन मह‍िला ड्रग तस्कर को गिरफ्तार किया है. उसके पास से करीब 15 करोड़ रुपए का ड्रग्स बरामद किया गया है.

दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने नाइजीरियन महिला ड्रग्स तस्कर को गिरफ्तार किया है.
दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने नाइजीरियन महिला ड्रग्स तस्कर को गिरफ्तार किया है. (ETV Bharat)
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By ETV Bharat Delhi Team

Published : Aug 22, 2024, 10:52 PM IST

नई दिल्लीः दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने अंतरराष्ट्रीय ड्रग सिंडिकेट का भंडाफोड़ किया है. स्पेशल सेल और एनसीबी की जॉइंट कार्रवाई में एक नाइजीरियन मह‍िला ड्रग तस्कर को गिरफ्तार किया गया है, जिसके पास से हाई क्वालिटी की 3.8 किलोग्राम ड्रग्स बरामद की गई है. इसकी कीमत 15 करोड़ रुपए आंकी गई है. ड्रग्‍स की तस्‍करी ब्रांडेड टॉफी और फिश फूड की पैकिंग की आड़ में की जा रही थी. ड्रग तस्‍कर महिला की पहचान फेथ राचेल (लागोस, नाइजीरिया) के रूप में की गई है. वह अगस्त 2022 में भारत में मेडिकल वीजा पर आई थी, ज‍िसके बाद से अब तक वह अवैध रूप से भारत में रह रही थी.

दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ट्रांस यमुना रेंज के पुलिस उपायुक्त अमित कौशिक ने गुरुवार को बताया कि अप्रैल 2024 के फर्स्ट वीक में इंटरनेशनल ड्रग सिंडिकेट के दिल्ली एनसीआर में सक्रिय नशीले पदार्थों के सप्लायरों और उनके सहयोगियों के बारे में कुछ खुफिया जानकारी मिली थी. इसके बाद एक और खुफिया जानकारी मिलने के बाद टीम ने दिल्ली के महरौली में छापेमारी की और ड्रग पेडलर फेथ राचेल को ट्रॉली बैग के साथ पकड़ लिया गया. ट्रॉली बैग की सरसरी तौर पर तलाशी ली गई तो उसके पास से अच्छी गुणवत्ता वाली साइकॉट्रॉपिक पदार्थ मेस्कलीन बरामद की गई, जिसका वजन 3.8 किलोग्राम म‍िला. आरोपी महिला ने इसको जांच एजेंसियों की नजर से बचने के लिए ब्रांडेड टॉफी और मछली के खाद्य पदार्थों की पैकिंग में छुपा कर रखा गया था.

उन्होंने बताया कि मेस्कलीन एक प्राकृतिक रूप से पाया जाने वाला साइकेडेलिक है, जो मैक्सिकन पियोट कैक्टस और पेरू और इक्वाडोर में पाए जाने वाले सैन पेड्रो कैक्टस से आता है. मेस्कलाइन पाउडर, टैबलेट, कैप्सूल या लिक्विड रूप में हो सकता है. आरोपी ड्रग पेडलर को एसीपी कैलाश सिंह बिष्ट की कड़ी निगरानी और इंस्पेक्टर राहुल कुमार और विनीत कुमार तेवतिया की नेतृत्व वाली टीम ने गिरफ्तार किया है.

वीजा खत्म होने के बाद नहीं लौटी अपने देशः डीसीपी अमित कौशिक के मुताबिक, ड्रग्स को टॉफी और फिश फूड के पैकेट में छुपाकर सप्लाई करने को बेहद खतरनाक बताया गया है. वैलिड प्रोडक्ट की आड़ में इस तरह से ड्रग्स की सप्लाई करने के मामले के सामने आने के बाद विजिलेंस और कड़े एनफोर्समेंट उपायों की जरूरत महसूस की जा रही है. ड्रग तस्कर महिला नाइजीरिया से अगस्त 2022 में मेडिकल वीजा पर भारत आई थी. वीजा की अवधि समाप्त होने के बाद वह नाइजीरिया वापस नहीं लौटी और भारत में ही अवैध तरीके से रह रही थी.

इस दौरान वह एक अन्य नाइजीरियाई नागरिक के कॉन्‍टेक्‍ट में आई और नशीले पदार्थों की तस्करी करने वाले एक इंटरनेशनल रैकेट का हिस्सा बन गई. कांटेक्ट में आने वाला नाइजीर‍ियाई नागर‍िक जनवरी 2024 में नाइजीरिया लौट गया था. इसके बाद मह‍िला उसकी मदद से नारकोटिक्स पदार्थ की खेप की सप्‍लाई द‍िल्‍ली-एनसीआर में करने लग गई. नाइजीर‍ियाई मह‍िला की ग‍िरफ्तारी के बाद अब स्‍पेशल सेल की इंटरनेशनल ड्रग कार्टेल से जुड़े अन्य सदस्यों की पहचान करने की जांच के काम में जुट गई है.

यह भी पढ़ेंः ड्रग्स केस में दोषी ठहराए गए 17 लोग, पंजाब के पूर्व DSP को 10 साल की सजा

नई दिल्लीः दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने अंतरराष्ट्रीय ड्रग सिंडिकेट का भंडाफोड़ किया है. स्पेशल सेल और एनसीबी की जॉइंट कार्रवाई में एक नाइजीरियन मह‍िला ड्रग तस्कर को गिरफ्तार किया गया है, जिसके पास से हाई क्वालिटी की 3.8 किलोग्राम ड्रग्स बरामद की गई है. इसकी कीमत 15 करोड़ रुपए आंकी गई है. ड्रग्‍स की तस्‍करी ब्रांडेड टॉफी और फिश फूड की पैकिंग की आड़ में की जा रही थी. ड्रग तस्‍कर महिला की पहचान फेथ राचेल (लागोस, नाइजीरिया) के रूप में की गई है. वह अगस्त 2022 में भारत में मेडिकल वीजा पर आई थी, ज‍िसके बाद से अब तक वह अवैध रूप से भारत में रह रही थी.

दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ट्रांस यमुना रेंज के पुलिस उपायुक्त अमित कौशिक ने गुरुवार को बताया कि अप्रैल 2024 के फर्स्ट वीक में इंटरनेशनल ड्रग सिंडिकेट के दिल्ली एनसीआर में सक्रिय नशीले पदार्थों के सप्लायरों और उनके सहयोगियों के बारे में कुछ खुफिया जानकारी मिली थी. इसके बाद एक और खुफिया जानकारी मिलने के बाद टीम ने दिल्ली के महरौली में छापेमारी की और ड्रग पेडलर फेथ राचेल को ट्रॉली बैग के साथ पकड़ लिया गया. ट्रॉली बैग की सरसरी तौर पर तलाशी ली गई तो उसके पास से अच्छी गुणवत्ता वाली साइकॉट्रॉपिक पदार्थ मेस्कलीन बरामद की गई, जिसका वजन 3.8 किलोग्राम म‍िला. आरोपी महिला ने इसको जांच एजेंसियों की नजर से बचने के लिए ब्रांडेड टॉफी और मछली के खाद्य पदार्थों की पैकिंग में छुपा कर रखा गया था.

उन्होंने बताया कि मेस्कलीन एक प्राकृतिक रूप से पाया जाने वाला साइकेडेलिक है, जो मैक्सिकन पियोट कैक्टस और पेरू और इक्वाडोर में पाए जाने वाले सैन पेड्रो कैक्टस से आता है. मेस्कलाइन पाउडर, टैबलेट, कैप्सूल या लिक्विड रूप में हो सकता है. आरोपी ड्रग पेडलर को एसीपी कैलाश सिंह बिष्ट की कड़ी निगरानी और इंस्पेक्टर राहुल कुमार और विनीत कुमार तेवतिया की नेतृत्व वाली टीम ने गिरफ्तार किया है.

वीजा खत्म होने के बाद नहीं लौटी अपने देशः डीसीपी अमित कौशिक के मुताबिक, ड्रग्स को टॉफी और फिश फूड के पैकेट में छुपाकर सप्लाई करने को बेहद खतरनाक बताया गया है. वैलिड प्रोडक्ट की आड़ में इस तरह से ड्रग्स की सप्लाई करने के मामले के सामने आने के बाद विजिलेंस और कड़े एनफोर्समेंट उपायों की जरूरत महसूस की जा रही है. ड्रग तस्कर महिला नाइजीरिया से अगस्त 2022 में मेडिकल वीजा पर भारत आई थी. वीजा की अवधि समाप्त होने के बाद वह नाइजीरिया वापस नहीं लौटी और भारत में ही अवैध तरीके से रह रही थी.

इस दौरान वह एक अन्य नाइजीरियाई नागरिक के कॉन्‍टेक्‍ट में आई और नशीले पदार्थों की तस्करी करने वाले एक इंटरनेशनल रैकेट का हिस्सा बन गई. कांटेक्ट में आने वाला नाइजीर‍ियाई नागर‍िक जनवरी 2024 में नाइजीरिया लौट गया था. इसके बाद मह‍िला उसकी मदद से नारकोटिक्स पदार्थ की खेप की सप्‍लाई द‍िल्‍ली-एनसीआर में करने लग गई. नाइजीर‍ियाई मह‍िला की ग‍िरफ्तारी के बाद अब स्‍पेशल सेल की इंटरनेशनल ड्रग कार्टेल से जुड़े अन्य सदस्यों की पहचान करने की जांच के काम में जुट गई है.

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