हिसार: हरियाणा की छोरियों ने इंटरनेशनल प्रतियोगिता में लठ गाढ़ दिया. अमेरिका में आयोजित इंटरनेशनल मुक्केबाज प्रतियोगिता में भारत की 10 बेटियों ने मेडल जीते हैं. इनमें तीन हरियाणा की महिला खिलाड़ी भी शामिल हैं. देश की मुक्केबाज में 3 स्वर्ण पदक व 7 सिल्वर मेडल झटके हैं. हरियाणा की पार्थवी ने गोल्ड मेडल व निशा-विनी ने सिल्वर मेडल जीते हैं. बता दें कि प्रतियोगिता का आयोजन 28 अक्टूबर से 3 नवंबर तक अमेरिका नीदरलैंड में किया गया था. इस प्रतियोगिता में 30 देश से 150 से ज्यादा खिलाड़ियों ने हिस्सा लिया था.
विनी मलिक का पारिवारिक बैकग्राउंड: विनी का परिवार खेलों से जुड़ा है. विनी के पिता सुनील मलिक व चाचा सतीश मलिक व ताऊ राजेश मलिक भी फुटबॉल के अच्छे खिलाड़ी रहे हैं. विनी का पारिवारिक बैकग्राउंड खेलों से जुड़ा रहा है. विनी का छोटा भाई यश मलिक पिस्टल शूटिंग करता है. यश मलिक ने भी राज्यस्तरीय प्रतियोगिता में पदक जीते हैं. विनी का लक्ष्य आगामी प्रतियोगिता में और पदक जीतने का है. विनी मलिक के ग्रामीणों ने भी बेटी को बधाई दी है. विनी मलिक ने इस उपलब्धि से अपने गांव तथा देश व हिसार की यूनिवर्सल बॉक्सिंग एकेडमी का नाम भी रोशन किया है.
सबसे कम उम्र की खिलाड़ी विनी: हिसार में ढंढेरी की बेटी विनी मलिक ने अमेरिका के कोलोराडो में वर्ल्ड यूथ गर्ल्स बॉक्सिंग में सिल्वर मेडल जीता है. विनी मलिक के कोच राजेश श्योराण ने बताया कि हरियाणा की विनी मलिक एकमात्र एवं सबसे कम आयु की खिलाड़ी है. जिनका चयन यूथ वर्ल्ड बॉक्सिंग चैंपियनशिप के लिए हुआ है. यूनिवर्सल बॉक्सिंग अकादमी की विनी मलिक ने 60 किलोग्राम भारवर्ग में भारतीय टीम का प्रतिनिधित्व किया. इसमें विनी मलिक ने क्वाटर फाइनल मुकाबला स्वीडन से 5-0 से जीता. सेमीफाइनल में ऑस्ट्रेलिया की वर्ल्ड की नंबर वन बॉक्सर के साथ हुआ और मुकाबला अपने पक्ष में किया और फाइनल में जगह बनाई.
6 साल की उम्र से मुक्केबाजी की शुरुआत: विनी का फाइनल मुकाबला इंग्लैंड के साथ हुआ. विनी मलिक ने बताया कि उन्होंने अपनी सभी फाइट बहुत अच्छी स्किल व हौसले के साथ खेली. मुकाबला बहुत क्लोज था और हमें 3.2 के स्कोर के साथ सिल्वर से संतोष करना पड़ा व सिल्वर मेडल हासिल किया. विनी ने बॉक्सिंग की शुरुआत मात्र 6 साल की उम्र में की थी. विनी ने सब जूनियर नेशनल में गोल्ड मेडल से शुरुआत की. इसके बाद खेलो हरियाणा में 13 साल में अंडर 20 में गोल्ड मेडल जीता. सभी स्कूली प्रतियोगिताओं में गोल्ड मेडल हासिल किए. जूनियर एशियन चैंपियनशिप ओमान जॉर्डन में मात्र 14 वर्ष में सबसे छोटी आयु में चैंपियन बनी. विनी के पिता अध्यापक है.
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