देहरादून: राजाजी टाइगर रिजर्व में बाघिन के दो शावकों के लिए सघन कॉम्बिंग की जा रही है. दरअसल, पिछले करीब 20 दिनों से एक बाघिन और उसके दो शावकों का कहीं पता नहीं चल पा रहा है. इस बाघिन के गले में रेडियो कॉलर लगा होने के कारण इसकी लोकेशन राजाजी प्रशासन को मिल रही है. राजाजी में लगे कैमरा ट्रेप में अब तक इसकी फ़ोटो नहीं आ पाई है. इस बाघिन के साथ इसके दो शावक भी हैं. जिनका पता नहीं चल पा रहा है..
राजाजी टाइगर रिजर्व में बाघों का कुनबा बढ़ाने की कोशिश को तगड़ा झटका लगा है. राजाजी में प्रोजेक्ट टाइगर के तहत कुल 5 बाघों को लाने की योजना बनाई गई थी. जिसमें से चार बाघों को लाया जा चुका है. इसमें तीन बाघिन और एक बाघ शामिल है. खास बात यह है कि इन बाघिनों में से दो बाघिनों ने शावकों को जन्म दिया था, जिसमें पिछले महीने ही एक बाघिन के साथ चार शावक कैमरा ट्रैप में रिकॉर्ड किए गए थे, जबकि दूसरी बाघिन ने एक शावक को जन्म दिया. इस तरह राजाजी टाइगर रिजर्व में कुल पांच शावक बाघों के कुनबे में तेजी से बढ़ोतरी के संकेत दे रहे थे, लेकिन पिछले दिनों खबर आई की जिस बाघिन ने चार शावकों को जन्म दिया, उनमें से दो शावकों को गुलदार ने मार दिया. वन विभाग के कर्मचारियों को पेट्रोलिंग के दौरान इन दो शावकों के शव भी बरामद हुए थे.
अब चिंता की बात यह है कि राजाजी टाइगर रिजर्व प्रशासन को बाकी दो शावकों को लेकर स्थिति स्पष्ट नहीं हो पा रही है. हालांकि, बाघिन के गले में रेडियो कॉलर लगा होने के कारण इसकी लोकेशन मिल रही है. बताया जा रहा है कि यह बाघिन अपने पुराने क्षेत्र से काफी दूर निकल गई है. अब राजाजी प्रशासन यह पता करने में जुटा हुआ है कि क्या इस बाघिन के साथ बाकी दो शावक मौजूद हैं, या इन्हें भी गुलदार ने अपना निवाला बनाया.
बाघिन के रेडियो कॉलर से मिल रही लोकेशन के आधार पर नए कैमरा ट्रैप लगाए जा रहे हैं. जिन इलाकों में बाघिन की मौजूदगी मिली है वहां पर कैमरा ट्रैप लगाकर स्थिति स्पष्ट करने की कोशिश हो रही है. राजाजी टाइगर रिजर्व के निदेशक साकेत बडोला ने ईटीवी भारत से बात करते हुए इसकी पुष्टि की है.फिलहाल राजाजी में बाघों का कुनबा बढ़ाने के लिए चार बाघों को लाया जा चुका है. पांचवें बाघ को लाने की तैयारी हो रही है. इस बीच अब गुलदार बाघों के कुनबे को बढ़ाए जाने की योजना के लिए मुसीबत बनती दिख रही है.