मेरठ: जिले में भाजपा का पटका पहनने और उसके पक्ष में प्रचार पंफ्लेट बांटने के मामले में प्रसारित वीडियो के आधार पर एसएसपी रोहित सजवाण ने मेरठ टीपीनगर के दारोगा को निलंबित कर दिया है. जबकि सिपाही को क्लीनचिट दी गई है. इस मामले की जांच सीओ ब्रह्मपुरी को सौंपी गई है. हालांकि, सीओ इस मामले में यही कह रहे है कि ये जांच का विषय है.
मेरठ के दिल्ली रोड पर तीन दिन पहले भाजपा के लोकसभा प्रत्याशी अरुण गोविल वोट मांगने के लिए प्रचार कर रहे थे. इस दौरान दारोगा हरीश कुमार गंगावार और सिपाही हरिओम दिल्ली रोड ईरा मॉल चौकी पर ड्यूटी कर रहे थे. दोनों ही ईरा मॉल चौकी पर बैठे हुए थे. बताया जाता है कि भाजपा के कार्यकर्ताओं ने उनके गले में पटका डाल दिया. इसके बाद दारोगा और सिपाही के हाथ में भाजपा प्रत्याशी का पैम्फलेट देकर लोगों से उनके पक्ष में वोट मांगने को कहा.
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दारोगा और सिपाही ने कई राहगीरों को भाजपा प्रत्याशी को पैम्फलेट दे दिए. दारोगा और सिपाही का यह वीडियो सोमवार को मीडिया पर प्रसारित हो गया.
चुनाव आयोग के इस मामले पर संज्ञान लेने के बाद एसएसपी रोहित सिंह सजवाण ने दारोगा हरीश गंगवार को निलंबित कर दिया, जबकि सिपाही को क्लीनचिट दे दी गई. इस प्रकरण की जांच सीओ ब्रह्मपुरी संतोष कुमार को दी गई है, जो अपनी रिपोर्ट कप्तान के समक्ष पेश करेंगे. हालांकि, संतोष कुमार ने इस मामले को जांच का विषय बताया है. एसएसपी रोहित सजवाण का कहना है, कि वीडियो के आधार पर दारोगा की लापरवाही उजागर हुई है. इसलिए उस पर कार्रवाई की गई है.