गिरिडीह: जैन तीर्थस्थल मधुबन के अधेड़ मंजय शर्मा की हत्या में शामिल दंपती को न्यायिक हिरासत में केंद्रीय कारा भेजा गया है. हालांकि जेल जाने से पहले आरोपी निमियाघाट थाना इलाके के चाकरबडाई निवासी ( वर्तमान पता- मधुबन थाना इलाके के बिरेनगड्डा) खेमलाल महतो ( 30 वर्ष ) और उसकी पत्नी अंजू देवी ( 28 वर्ष ) ने पूरी कहानी पुलिस को बतायी है. दोनों ने जो बताया है वह सुन कोई भी सिहर जाए.
जेल जाने से पहले खेमलाल ने पुलिस को बताया कि मंजय शर्मा का उसके घर पर आना जाना था. घर आने पर वह उसकी पत्नी संग छेड़छाड़ करता था. इसकी जानकारी उसे जब मिली तो उसने अपनी पत्नी से साफ कहा कि उसे किसके साथ रहना है. पत्नी अंजू ने कहा कि वह उसी (खेमलाल) के साथ ही रहेगी. इसके बाद खेमलाल ने अंजू को कहा कि साथ में रहना है तो मंजय को मारना होगा. अंजू तैयार हो गई.
23 फरवरी की सुबह दोनों ने मंजय को गाय खरीदने के बहाने घर पर बुलाया. सुबह लगभग 7 बजे मंजय खेमलाल के घर पर पहुंच गया. यहां घर के अंदर दाखिल होते ही अंजू ने हाथ में लोहे का सिक्कड़ लिया और पीछे से मंजय की गर्दन पर डालकर खींचने लगी. गले में सिक्कड़ का दबाव पड़ते ही मंजय जमीन पर आ गिरा और तभी खेमलाल ने जोर से एक डंडा सिर पर दे मारा. सिर पर डंडा लगते ही मंजय बेहोश हो गया और फिर दंपती ने कुल्हाड़ी से एक के बाद एक कई वार कर मंजय की जान ले ली.
प्लास्टिक के बोरे में भरा शव झाड़ियों में फेंक हुआ फरार
मंजय के शरीर पर एक के बाद एक कुल्हाड़ी का वार किया गया तो उसके खून के छिंटे खेमलाल के कपड़े में जा लगा. खेमलाल का कपड़ा खून से सन गया. इसके बाद खेमलाल ने कपड़ा बदला और पत्नी के साथ मिलकर मंजय की लाश को प्लास्टिक के बोरे में भर दिया. फिर बोरे को जेएच11एएल/3221 नंबर की मारुति इको कार पर लादा गया. फिर कार को लेकर डुमरी थाना अंतर्गत प्रोग्रेसिव स्कूल के पीछे वह पहुंचा. उसने शव को झाड़ियों के फेंक दिया और वहां से फरार हो गया.
बेफिक्र होकर घूम रहा था खेमलाल, पुलिस ने ऐसे दबोचा
शुक्रवार को शव फेंकने के बाद खेमलाल कार को लेकर रांची चला गया. रांची से उसे जैन तीर्थंयात्रियों को मधुबन लाना था. इस बीच घटनास्थल पर पुलिस पहुंच चुकी थी और शव को जब्त करते हुए पूरे मामले की जानकारी एसपी दीपक कुमार शर्मा को दी गई. शव की स्थिति की जानकारी मिलते ही एसपी ने तुरंत ही एसडीपीओ सुमित कुमार की अगुवाई में टीम गठित की. टीम में पुलिस निरीक्षक मनोज कुमार और डुमरी थाना प्रभारी प्रिनन को शामिल किया गया. एसपी के निर्देश पर गठित टीम द्वारा काफी तत्परतापूर्वक प्रोफेशनल एवं साइंटिफिक तरीके से कांड का अनुसंधान करते हुए अज्ञात मृतक के शव का पहचान कराया गया. मृतक की पहचान होने के बाद उसके मोबाइल का डिटेल टेक्निकल सेल से निकलवाया गया. यहां साफ हुआ कि शुक्रवार की सुबह जिस व्यक्ति के मोबाइल से फोन किया गया था. उस व्यक्ति का मोबाइल जिस स्थान पर शव मिला वहां पर एक्टिव था. ऐसे में एसपी दीपक की टीम ने मोबाइल धारक खेमलाल की खोज शुरू की. खेमलाल दबोचा गया.
पूछताछ में कबूला जुर्म, कार में मिले खून के धब्बे
पुलिस पकड़ में आए खेमलाल ने मंजय की हत्या का जुर्म स्वीकार कर लिया. उसने बताया कि मंजय उसकी पत्नी को छेड़ता था. इसलिए उसने अपनी पत्नी के साथ मिलकर जान ले ली. इस दौरान खेमलाल निशानदेही पर कांड में प्रयोग किया गया हथियार एवं चार पहिया वाहन बरामद कर जब्त किया गया. वहीं जिस कपड़ा को पहनकर उसने हत्या की थी उसे भी पुलिस ने बरामद कर लिया. इस दौरान एफएसएल और फिंगर प्रिंट एक्सपर्ट ने भी सबूत को एकत्रित करने का काम किया. वाहन, हथियार सभी से उंगलियों के निशान को संग्रहित किया गया. वाहन में खून के धब्बे भी मिले.
दिलवायी जाएगी सख्त सजा : एसपी
एसपी दीपक शर्मा ने कहा कि ब्लाइंड केस का अनुसन्धान उनकी टीम ने बहुत ही सटीक तरीके से किया है. पर्याप्त सबूत मिले हैं जिसके आधार पर हत्यारों को जल्द से जल्द सख्त सजा दिलवायी जाएगी. कोशिश होगी की अधिकतम सजा दिलवायी जाए. एसपी ने कहा कि इस कांड को 12 घंटे में ही उद्भेदन करनेवाली टीम को रिवार्ड भी दिया जाएगा.
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