चंडीगढ़: हरियाणा विधानसभा चुनाव घोषित होने के बाद सभी राजनीतिक दल अपनी पूरी ताकत के साथ मैदान में उतर गए हैं. सभी दलों के नेता अपने-अपने दावे कर रहे हैं. इस बीच ईटीवी भारत की खास पेशकश क्या बोले नेता जी? में हमने चौटाला परिवार की चौथी पीढ़ी और इनेलो के युवा नेता अर्जुन चौटाला से खास बातचीत की. जिन्होंने खुद की पार्टी और चुनाव लड़ने के साथ ही जेजेपी, कांग्रेस और बीजेपी को लेकर भी अपनी राय रखी.
चुनाव के लिए इनेलो तैयार!: इनेलो की चुनावों को लेकर कैसी तैयारी है और किस तरह से पार्टी आगे बढ़ रही है ? इस सवाल के जवाब में अर्जुन चौटाला ने कहा कि सभी 90 विधानसभा सीटों पर चुनाव लड़ने के लिए हम तैयार हैं. हमारी लड़ाई विचारधारा की है. हमारा कार्यकर्ता फैसला कर चुका है कि प्रदेश में ऐसी सरकार बनानी है, जो चौधरी देवीलाल की विचारधारा पर चले. किसानों को उनका हक दिलाने, एमएसपी दिलाने और युवाओं को रोजगार दिलाने कि हमारी विचारधारा है. यह दोनों मुद्दे प्रदेश के प्रमुख मुद्दे हैं और इन्हीं पर आगे बढ़कर हम प्रदेश में काम कर रहे हैं.
रानियां सीट पर कौन हो सकते हैं उम्मीदवार: इनेलो का इस बार बीएसपी के साथ गठबंधन है और क्या आगे किसी और के गठबंधन के साथ जुड़ने की उम्मीद है? अर्जुन चौटाला ने कहा कि चौधरी अभय सिंह चौटाला ने सार्वजनिक तौर पर यह बात कही है कि जो हमारे साथ जुड़ना चाहे, जो बड़े चौधरी साहब की विचारधारा में विश्वास रखता हो उनका स्वागत है. चर्चा यह है कि अर्जुन चौटाला रानियां सीट पर इनेलो के उम्मीदवार हो सकते हैं? इस पर अर्जुन चौटाला कहते हैं कि रानियां से हमारी तैयारी चल रही है. हमारे कार्यकर्ता साथियों और बुजुर्गों का प्यार मिल रहा है. उन्होंने कहा है कि बेटा अपना अबकी बार लड़ना है. तैयारी चल रही है बाकी फैसला हाईकमान के हाथ में है. कार्यकर्ता होने के नाते हम हर लड़ाई लड़ने को तैयार हैं.
दादा-पोता लड़ेंगे लड़ाई?: यानी दादा के सामने पोता राजनीतिक लड़ाई लड़ने की तैयारी में है? इस पर अर्जुन चौटाला कहते हैं कि यह तो बड़ी बात नहीं है. हमारा इतिहास ही ऐसा है, जब मैं हमारे इतिहास की बात करता हूं, तो इस देश के इतिहास की बात करता हूं. हमें तो गीता में भी सिखाया है कि जहां लड़ाई धर्म की हो वहां दादा पोता नहीं देखा जाता, धर्म देखा जाता है.
जेजेपी पर साधा निशाना: जननायक जनता पार्टी पिछले चुनाव में जिस तरह से उठी थी, इस बार विधायक पार्टी लगातार छोड़ रहे हैं, इस डाउन फॉल को आप कैसे देखते हैं? जवाब में अर्जुन चौटाला कहते हैं कि दो तरह के राजनीतिक संगठन होते हैं. एक वो जो आंदोलन की आग में तपकर निकलते हैं, वह कुंदन जैसे हो जाते हैं जो कभी खराब नहीं होते. कई राजनीतिक संगठन ऐसे होते हैं, जिनका जन्म लालच में होता है. इंडियन नेशनल लोकदल ऐसा संगठन है, जिसने आंदोलन की आग में तपस्या करके अपना जन्म लिया है. इसलिए हम आज भी मजबूत खड़े हैं. वहीं जेजेपी की बात करें तो यह वे लोग थे, जिन्होंने अपने पर्सनल लालच के लिए संगठन को खड़ा करा. जो इन से जुड़े वे खुद के लालच में इनसे जुड़े. इनका आज लालच पूरा हो चुका है, इसलिए यह दोनों अब टाटा बाय-बाय कर रहे हैं.
इनेलो के मजबूत उम्मीदवार: इस बार उचाना से दुष्यंत चौटाला और डबवाली से दिग्विजय चौटाला मैदान में होंगे, इनेलो की यहां को लेकर क्या तैयारी है? इस पर अर्जुन चौटाला ने कहा कि हमारी सभी 90 सीटों पर विशेष तैयारी है. हमारे लिए यह कहना कि कोई एक सीट दूसरी सीट से ज्यादा जरूरी है यह नहीं है. हमारे लिए पूरा प्रदेश बराबर है और जरूरी है. तैयारी हर जगह बराबर की चल रही है. लेकिन इन दो सीटों को लेकर में यह जरूर कहूंगा कि हमारे जो उम्मीदवार आने जा रहे हैं, बहुत मजबूत उम्मीदवार होंगे.
कांग्रेस गुटबाजी पर नेताजी का तंज: कांग्रेस में जिस तरह की गुटबाजी दिखाई देती है, ऐसे में क्या इनेलो के लिए कांग्रेस चुनौती है? इनेलो नेता अर्जुन चौटाला ने कहा कि हमारी कांग्रेस के साथ कोई चुनौती नहीं है, न ही मुझे लगता है कि यह कोई चुनौती देंगे. कांग्रेस खुद को हो चुनौती दे रही है. यह आपस में ही लड़े जा रहे हैं. यह ही एक बहुत बड़ी वजह है कि लोगों का इस संगठन से विश्वास उठ चुका है. जो संगठन खुद का ही न हो, अपने लोगों का न हो, वह संगठन लोगों का क्या भला कर सकता है. इसी की वजह से प्रदेश ही नहीं देश में कांग्रेस का बुरा हाल हो रहा है.
सीएम-पूर्व सीएम पर जुबानी हमला: बीजेपी ने लोकसभा चुनाव से पहले सीएम चेहरे को बदला, सीएम नायब सैनी ने पूरी कोशिश की कि वे हालत बदल पाएं. उनकी यह कोशिश कामयाब हो पाएगी? अर्जुन चौटाला ने कहा कि यह कोशिश कामयाब नहीं हो पाएगी. उसकी वजह यह है कि आप एक पत्रकार हैं, कभी ऐसे पत्रकार से मिले जिसको जबरदस्ती माइक पकड़ा दिया गया हो, आपके मन में होगा, मेहनत भी की होगी. पढ़ाई की होगी, मेहनत की होगी, कोशिश की होगी, नौकरी मिली होगी. तब जाकर आप पत्रकार बने और सफल पत्रकार बने. जिस आदमी ने कभी सीएम बनने की कोशिश ही न की हो, जिसने मेहनत ही न की हो, जिसने अपने क्षेत्र से बाहर जाने की कोशिश ही न करी हो, उसको आ पूरे प्रदेश की बागडोर डिगे तो वह नहीं संभाल पाएगा. प्रदेश को संभालने के लिए सीएम ऐसा चाहिए जिसके मन और दिमाग में प्रदेश को एक रूप देने का विज़न हो. अगर आप सैनी साहब से पूछेंगे कि आपका क्या विज़न है, तो उनका कोई विजन नहीं है. उनका उतना ही विज़न है, जितना खट्टर साहब दिखाकर गए हैं.
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