रुद्रप्रयाग: मद्महेश्वर यात्रा पर आया पश्चिम बंगाल निवासी एक यात्री पहाड़ी से गिरकर चोटिल हो गया. सिक्स सिग्मा के चिकित्सा ने चोटिल यात्री का प्राथमिक उपचार किया. जिसके उपरांत स्वास्थ्य विभाग व जिला प्रशासन की ओर से यात्री को एयर एंबुलेंस से एयर लिफ्ट कर एम्स ऋषिकेश भेजा गया.
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डाॅ एचसीएस मर्तोलिया ने बताया मंगलवार को पश्चिम बंगाल निवासी 45 वर्षीय एक यात्री अपने दल के साथ मद्महेश्वर यात्रा पर आया था. सुबह के समय मद्महेश्वर में दर्शनों के उपरांत यात्री बूढ़ा केदार ट्रेक की ओर जा रहा था. इस दौरान वह पहाड़ी से नीचे गिरकर गंभीर रूप से चोटिल हो गया. घायल का मद्महेश्वर धाम में सिक्स सिग्मा की स्वास्थ्य टीम ने प्राथमिक उपचार किया. चोटिल यात्री के दोनों पैरों में कई फ्रेक्चर होने के चलते एयर लिफ्ट की आवश्यकता के दृष्टिगत जिला प्रशासन से समन्वय कर सूचना भेजी गई. जिसके उपरांत जिला प्रशासन ने घायल यात्री को एयर लिफ्ट कर उपचार के लिए एम्स ऋषिकेश भेजा.
डीएम सौरभ गहरवार ने कहा केदारनाथ धाम के साथ ही तुंगनाथ व मदमहेश्वर धाम की यात्रा पर भी भारी तादात में भक्त पहुंच रहे हैं. भक्तों के पहुंचने पर उन्हें हर प्रकार की सुविधाएं दी जा रही हैं. यात्रा के दौरान तीर्थयात्रियों के चोटिल होने पर रेस्क्यू टीमें तेजी से कार्यवाही कर रही हैं. इसके अलावा गंभीर चोटिल होने की स्थिति में एयर लिफ्ट कर उपचार के लिए भेजा जा रहा है. उन्होंने बताया मदमहेश्वर धाम की यात्रा कर रहे पश्चिम बंगाल के यात्री के चोटिल होने की सूचना मिली. इस पर त्वरित कार्यवाही करते हुए चोटिल यात्री को एयर लिफ्ट कर उपचार के लिए एम्स ऋषिकेश भेजा गया. उन्होंने कहा धामों में आ रहे श्रद्धालुओं की हरसंभव मदद की जा रही है.
4154 श्रद्धालुओं को मिली ऑक्सीजन सुविधा: केदारनाथ धाम की यात्रा को सुगम, सुव्यवस्थित एवं सुरक्षित ढंग से संचालित करने को लेकर जिला प्रशासन कटिबद्ध है. केदारनाथ धाम में दर्शन करने पहुंच रहे श्रद्धालुओं की सहायता को लेकर यात्रा पड़ावों में टीमें तैनात की गई हैं. स्वास्थ्य विभाग द्वारा सोनप्रयाग से लेकर केदारनाथ धाम व यात्रा मार्ग के विभिन्न पडाव पर एमआरपी खोली गई है, जिससे कि संबंधित श्रद्धालु का तत्परता से उपचार किया जा सके. मुख्य चिकित्सा अधिकारी डाॅ एचसीएस मर्तोलिया ने बताया केदारनाथ यात्रा में मंगलवार को ओपीडी के माध्यम से 2,280 तीर्थ यात्रियों का उपचार किया गया, जबकि 239 श्रद्धालुओं को ऑक्सीजन सुविधा उपलब्ध कराई गई. अब तक ओपीडी एवं इमरजेंसी के माध्यम से 62,393 श्रद्धालुओं का उपचार किया गया है.