इंदौर: स्वच्छ शहर इंदौर में लगातार पौधारोपण का अभियान चला रहे पर्यावरण मंत्री कैलाश विजयवर्गीय अब लगाए गए पौधों को 100 फीसदी जीवित रखने का भी रिकॉर्ड बनाने जा रहे हैं. दरअसल बीते साल उनके नेतृत्व में शहर के रेवती रेंज की पहाड़ी पर 12,40,000 पौधे शहर वासियों ने लगाए थे. जो अब तक पहाड़ी पर लहलहा रहे हैं.
कैलाश विजयवर्गीय का दावा
कैलाश विजयवर्गीय ने दावा किया कि, ''इतनी बड़ी संख्या में पौधे लगाए जाने के बाद उनका पूरी संख्या में बचे रहना अपने आप में एक वर्ल्ड रिकॉर्ड है. जिसे जल्द ही समारोह पूर्वक मनाया जाएगा. दरअसल, इंदौर में लगातार बढ़ रहे प्रदूषण के चलते एयर क्वालिटी इंडेक्स को सुधारने की दिशा में कैलाश विजयवर्गीय ने वृक्षारोपण अभियान चला रखा है. इस क्रम में वे शहर में पितृ पर्वत विकसित कर चुके हैं. जहां शहर वासियों के पितरों की याद में लाखों पौधे लगाए गए हैं.
फिर विश्व कीर्तिमान बनाएगा अपना इंदौर... !!!
— Kailash Vijayvargiya (@KailashOnline) January 16, 2025
आदरणीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी की प्रेरणा से 'एक पेड़ मां के नाम' अभियान के तहत इंदौर में लगाए गए पौधे अब पेड़ बन रहे हैं। मुझे यह कहते हुए गर्व है कि परिवार जनों ने रेवती रेंज में 12 लाख 40 हजार पौधे रोपकर विश्व कीर्तिमान… pic.twitter.com/fPFboHi0kY
पौधों को रखा विशेष ध्यान
इसी क्रम में पिछले साल उन्होंने रेवती रेंज पर शहर वासियों से एक साथ 12 लाख 40,000 पेड़ लगाने का आह्वान किया था. हालांकि इन पेड़ को लगाने के बाद उन्हें सुरक्षित रखना एक बड़ी चुनौती थी. लेकिन इंदौर नगर निगम के उद्यान विभाग द्वारा लगातार हर पौधे की मॉनिटरिंग के साथ खराब पौधे के स्थान पर नए पौधे लगाकर इन पौधों की संख्या को निर्धारित रखा गया है. वहीं, पौधों को लेकर विशेष ध्यान भी दिया गया है जिसमें हर पौधों को पानी देने के अलावा उनकी निगरानी भी है. यही वजह है कि इस सीजन में वहां लगाए गए तमाम पौधे हरे भरे हैं.
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पौधों का सर्वाइवल रेट 100 परसेंट
अब इन पौधों को लेकर विजयवर्गीय ने दावा किया है कि, ''यह अपने आप में रिकॉर्ड है कि इतनी बड़ी संख्या में पौधे लगाए जाने के बाद उनका सर्वाइवल रेट 100 परसेंट है.'' उन्होंने कहा, ''यह अपने आप में एक रिकॉर्ड है जो इंदौर की जनता ने बनाया है. गर्मियों में भी पौधों का ख्याल रखने के लिए पानी की व्यवस्था अभी से कर रहे हैं. जल्द ही यहां इस रिकार्ड को लेकर कार्यक्रम भी आयोजित किया जाएगा. अब इंदौर इन सभी पौधों को जीवित रखते हुए पेड़ बनाने का एक और कीर्तिमान स्थापित करेगा. यह संकल्प क्लीन इंदौर को ग्रीन इंदौर बनाने की हमारी पहल के साथ प्रकृति के प्रति संवेदनशीलता और कर्तव्यनिष्ठा का भी प्रतीक है.''